Indian History : प्रिय विद्यार्थियों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal) आपके लिए लाया है “शाक्त धर्म (Shaktism)”
शाक्त धर्म (Shaktism)
1. शक्ति को इष्टदेवी मानकर पूजा करने वालों के सम्प्रदाय को क्या कहा जाता है ? उत्तर — शाक्त धर्म
2. शाक्त धर्म का धनिष्ठ सम्बंध किस धर्म के साथ रहा है ? उत्तर — शैव धर्म
3. शाक्त मत की प्राचीनता कब से मानी जाती है ? उत्तर — प्रागैतिहासिक युग से
4. शक्ति-पूजा का प्रथम ऐतिहासिक पुरातात्विक प्रमाण किस कुषाण शासक के सिक्कों पर मिलता है ? उत्तर — हुविष्क के
5. वैदिक साहित्य में किन देवियों के विषय में विस्तृत सूचना मिलती है ? उत्तर — अदिति, उषा, सरस्वती, श्री, लक्ष्मी
6. ऋग्वेद के किस मंडल में ‘देवीसूक्त’ का वर्णन किया गया है ? उत्तर — दसवें मंडल में
7. किस पुराण में दुर्गा की कथा एवं स्तुति से संबंधित ‘दुर्गासप्तशती’ का वर्णन किया गया है ? उत्तर — मार्कण्डेय पुराण में
8. कापालिक एवं कालमुख सम्प्रदाय के लोग देवी के किस रूप की आराधना करते हैं ? उत्तर — उग्र रूप
9. जम्मू स्थित वैष्णों मंदिर देवी के किस रूप का मंदिर है ? उत्तर — सौम्य रूप
10. कोलकाता स्थित काली का मंदिर देवी के किस रूप का मंदिर है ? उत्तर — उग्र रूप
11. असम के कामाख्या मंदिर देवी के किस रूप का मंदिर है ? उत्तर — काम प्रधान रूप
12. प्रतिहार शासक महेन्द्रपाल के लेखों में देवी दुर्गा की किन नामों से स्तुति का विवरण मिलता है ? उत्तर — महिषासुरमर्दिनी, कांचनदेवी तथा अंबा
13. राष्ट्रकूट शासक अमोघवर्ष के किस अभिलेख से ज्ञात होता है कि वह अपने बाएँ हाथ की अंगुलि काटकर देवी को चढ़ा दिया था ? उत्तर — संजन लेख से
14. चौसठ योगिनी मंदिर कहाँ स्थित है ? उत्तर — भेड़ाघाट, जबलपुर
15. यक्ष-यक्षिणी की मूर्तियाँ कहाँ से प्राप्त हुई है ? उत्तर — परखम (मथुरा) से
16. यक्षों के राजा कौन थे ? उत्तर — बेसवन
17. हिन्दू देवमंडल में ‘जगत के प्रकाश के स्वामी’ के रूप में किसकी कल्पना की गई है ? उत्तर — सूर्य की
18. भारत के अतिरिक्त विश्व के किस प्राचीन सभ्यताओं में सूर्य पूजा का प्रचलन दिखाई देता है ? उत्तर — मिस्र, पारसीक में
19. कुषाण कालीन सिक्कों पर सूर्य को किस रूप में चित्रांकित किया गया है ? उत्तर — मिडरो
देवी उपासना के तीन रूप
1. शांत या सौम्य रूप = उमा, पार्वती, लक्ष्मी आदि नाम सौम्य रूप के प्रतीक है।
2. उग्र या प्रचंड रूप = दुर्गा, चंडी, कापाली, भैरवी आदि नाम उग्र रूप प्रकट करते हैं।
3. कामप्रधान रूप = आनन्द भैरवी, त्रिपुर-सुन्दरी, ललिता
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