Class 9th भूगोल अध्याय 4 “अपवाह (Drainage pattern)”

Bihar Board Class 9th Geography : प्रिय विद्यार्थीयों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है बिहार बोर्ड Class 9th भूगोल अध्याय 4 “अपवाह (Drainage pattern)” का Objective & Subjective Answer Question

अपवाह तंत्र (Drainage pattern)

• किसी क्षेत्र की ढाल के अनुरूप बहने वाली नदी को अनुवर्ती या अनुगामी नदी कहते है।
• किसी क्षेत्र के उत्थान के बाद भी ऊपर उठे हुए भू-भाग को काटकर अपनी पुरानी दिशा में बहने वाली नदी को पूर्ववर्ती या पूर्वगामी नदी कहते है।
• भारत की नदियाँ जालीनुमा, वृक्षाकार, आयताकर, अरीय इत्यादि विविध प्रकार के अपवाह प्रतिरूप का निर्माण करती है।
• एक नदी तंत्र द्वारा जिस क्षेत्र का जल प्रवाहित होता है, उसे नदी द्रोणी, अपवाह द्रोणी, अपवाह बेसिन या जलसंभर क्षेत्र कहते है।
• विश्व की सबसे बड़ी अपवाह बेसिन आमेजन नदी की है। भारत की सबसे बड़ी अपवाह बेसिन गंगा नदी की है।
• दो नदी द्रोणियों को अलग करने वाली उच्च भूमि को जल-विभाजक कहा जाता है।
• भारत में पश्चिमी घाट, विंध्याचल पर्वत और दिल्ली की उच्च भूमि मुख्य जल विभाजक है।

भारत का अपवाह तंत्र (Drainage System of India)

• उत्पत्ति के स्त्रोत के आधार पर भारत की नदियों को दो भागों में बाँटा गया है —

i) हिमालय की नदियाँ (Himalayan Rivers)

• हिमालय की अधिकांश नदियाँ बारहमासी या स्थायी हैं। इन्हें वर्षा के जल के अतिरिक्त पर्वत की चोटियों पर जमें हिम के पिघलने से सालोभर जलापूर्ति होती रहती है।
• इन नदियों ने प्रवाह के क्रम में पर्वतों को काटकर गॉर्ज (gorges) का निर्माण किया हैं।
• किसी नदी तथा उनकी सहायक नदियों को नदी तंत्र कहा जाता है।

ii) प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ (Peninsular Rivers)

• प्रायद्विपीय भारत के अधिकांश नदियाँ बरसाती या अस्थायी है, जिसका स्रोत मुख्यतः वर्षा जल है।
• प्रायद्वीपीय नदियाँ छिछली और कम लंबी होती है तथा अनेक जगहों पर जलप्रपात का निर्माण करती है।

भारत की प्रमुख नदियाँ (Important Rivers of India)

• भारत की प्रमुख नदियाँ निम्नलिखित है —

सिंधु नदी (Indus River)

• सिंधु नदी भारत की विशालतम नदियों में से एक है। यह मानसरोवर झील से निकलकर दक्षिण पश्चिम की ओर बहती हुई भारत के जम्मू कश्मीर में प्रवेश करती है और फिर पाकिस्तान से होते हुए अरब सागर में गिर जाती है। इसकी लंबाई लगभग 2900 km है।
• झेलम, चेनाव, रावी, सतलज, व्यास, जास्कर, नुब्रा, श्योंक तथा हंजा इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।

सिंधु जल संधि (The Indus Water Treaty)

• यह संधि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के बीच 1960 ई० को हुआ था।
• सिंधु जल संधि के नियमों के अनुसार, भारत सिंधु नदी का कुल पानी का केवल 20% का उपयोग कर सकता है। इस पानी का उपयोग पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के दक्षिणी और पश्चिमी भागों में सिंचाई के लिए किया जाता है।

गंगा (Ganga)

• गंगा नदी की मुख्य धारा भागीरथी की उत्पत्ति गंगोत्री हिमानी के गोमुख से हुआ है। अलकनंदा उत्तराखंड स्थित देवप्रयाग में भागीरथी से मिल जाती है तथा गंगा नदी के नाम से प्रवाहित होती है। इसकी लंबाई 2525 km है।
• गंगा उत्तराखंड, UP, बिहार एवं पश्चिम बंगाल राज्य से होकर बहती है। हुगली नदी भारत में गंगा की मुख्य शाखा है।
• गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी बंगाल की खाड़ी में गिरने से पूर्व एक विशाल डेल्टा का निर्माण करती है जिसे सुंदरबन डेल्टा कहा जाता है।

ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra River)

• ब्रह्मपुत्र नदी की उत्पत्ति भी मानसरोवर झील से हुई है। इसकी लंबाई 2900 km से भी अधिक है पर इसका अधिकांश प्रवाह क्षेत्र भारत से बाहर है।
• ब्रह्मपुत्र नदी उत्तर में हिमालय के समानांतर प्रवाहित होकर नामचा बरवा शिखर के समीप अंग्रेजी के U आकार की मोड़ बनाकर अरुणाचल प्रदेश में गॉर्ज के माध्यम से प्रवेश करती है जहां इसे दिहांग के नाम से जाना जाता है।
• बुढ़ी दिहांग, दिसांग, कपोली लोहित, केनुला, सुवंश्री, कामेंग, धनश्री, मनष और तिस्ता इसकी सहायक नदियाँ है।
• ब्रह्यपुत्र नदी को तिब्बत में शांग-पो और बांग्लादेश में जमुना के नाम से पुकारा जाता है।

यमुना नदी (Yamuna River)

• यमुना नदी महान हिमालय के यमुनोत्री हिमानी से निकलकर 1375 km की दूरी तय करते हुए प्रयागराज के निकट गंगा में मिल जाती है। चम्बल, बेतवा और केन इसकी सहायक नदियां है।

घाघरा नदी (Ghaghra River)

• घाघरा नदी करनाली स्थित मापचा चूँगों से निकलती है। इसे पर्वतीय क्षेत्र में करनाली एवं मैदानी क्षेत्र में घाघरा कहा जाता है। यह नदी नेपाल से प्रवाहित होकर उत्तर प्रदेश (सरयू नदी) से होते हुए छपरा के पास शारदा नदी का जल ग्रहण कर गंगा नदी से मिल जाती है।

गंडक नदी (Gandak River)

• गंडक नदी महान हिमालय से निकलकर नेपाल होते हुए बिहार के चंपारण में प्रवेश करती है।

कोसी नदी (Kosi River)

• कोसी नदी भी महान हिमालय के (मुख्य धारा अरुण) से निकलकर नेपाल होते हुए बिहार के सुपौल जिले में प्रवेश कर कुरसेला (सहरसा) के निकट गंगा से मिल जाती है। इसकी लंबाई 230 km है।
• मिलाची, भोटिया, सप्तकोशी, ताम्बा, लिक्खू, दुग्ध तथा तम्बूर इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ है।
• बिहार राज्य को कोसी नदी में बाढ़ आने से अपार क्षति होती है। इसी कारण इस नदी को “बिहार का शोक” भी कहा जाता है।

नर्मदा नदी (Narmada River)

• नर्मदा नदी मध्य प्रदेश में अमरकंटक के निकट मैकाल की पहाड़ी से निकलकर पश्चिम की ओर एक भ्रंश घाटी में बहती हुई खंभात की खाड़ी में गिरती है। इसकी लंबाई 1312 km है।

तापी नदी (Tapi River)

• तापी नदी मध्य प्रदेश में स्थित सतपुड़ा की पहाड़ी से निकलकर पश्चिम की ओर भ्रंश घाटी से होते हुए खंभात की खाड़ी में गिरती है। इसकी लम्बाई 724 Km है। सुरत के निकट पुरना इसकी एकमात्र सहायक नदी है।
• इसके अतिरिक्त पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों में गुजरात की साबरमती तथा माही, राजस्थान का लूनी, गोवा का मांडवी और जुआरी, कर्नाटक की कालिंदी, गंगावेली, शर्वती तथा नेत्रवती तथा केरल की पेरियार, पम्बा तथा मनिमाल है।

महानदी (Mahanadi)

• महानदी छत्तीसगढ़ स्थित रायपुर के निकट से निकलकर उड़ीसा से बहती हुई बंगाल की खाड़ी में मिलती है। इसकी लम्बाई 890 km है। इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ शिवनाथ, हंसदेव, मांद, जोंक और तेल हैं।

गोदावरी नदी (Godavari River)

• गोदावरी नदी महाराष्ट्र के नासिक के निकट पश्चिम घाट से निकलती है। इसकी लंबाई 1450 km है। यह प्रायद्वीपीय नदियों में सबसे लंबी है। इसलिए दक्षिण भारत में इस नदी को “दक्षिण की गंगा” या “वृद्ध गंगा” कहा जाता है।
• प्राणहित वर्धा, मंजीर, बेनगंगा, तथा पेनगंगा इसकी प्रमुख नदियाँ है।

कृष्णा नदी (The Krishna River)

• कृष्णा नदी पश्चिम घाट स्थित महाबलेश्वर (महाराष्ट्र) से निकलकर 1290 km क्षेत्र में प्रवाहित होकर बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं।
• दुधगंगा, पंचगंगा, तुंगभद्रा, घाटप्रभा, मालप्रभा, मूसी तथा भीमा इसकी सहायक नदियाँ है।

कावेरी नदी (The Kaveri River)

• कावेरी नदी की उत्पत्ति पश्चिम घाट स्थित ब्रह्मगिरी पहाड़ी से हुई है। इसकी लंबाई 760 km है और यह बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
• अमरावती, भवानी, हेमावती, लोगपावनी, अकावली, लक्ष्मण तीर्थ तथा काबिनी इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ है।
• इसके अलावा दामोदर, ब्राह्मणी, वैतरणी एवं स्वर्णरेखा प्रमुख छोटी नदियाँ है जो पूर्व की ओर बहती है।
• पेन्ना नदी कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर ज़िले में नंदी पहाड़ियों से उत्पन्न होती है और उत्तर व पूर्व दिशाओं में कर्नाटक और आंध्र प्रदेश राज्यों से बहकर बंगाल की खाड़ी में विलय हो जाती है। इस नदी पर गंडिकोटा घाटी (Gandikota canyon) स्थित है।

जलप्रपात (Waterfall)

• भारत का सबसे बड़ा जलप्रपात जोग या गरसोप्पा है। यह कर्नाटक में शरबती नदी पर स्थित है।
• भारत का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात शिव-समुद्रम् है जो कावेरी नदी पर स्थित है।
• राजगीर में गर्म पानी का झरना तथा ककोलत का ठंडा पानी का झरना बिहार राज्य स्थित जलप्रपात के उदाहरण हैं।

झील (Lake)

• संरचना के आधार पर झील निम्न प्रकार के हो सकते है—
1. भ्रंश घाटी झील (Fault Valley Lake) :– जब जल भ्रंश घाटी में जमा होता है तब इस प्रकार का झील बनता है। जैसे – Victoria Lake (Uganda and Tanzania), Rudolf/Turkana Lake (Kenya and Ethiopia), Nyasa/Malawi Lake (Malawi, Mozambique and Tanzania), Tilaiya Dam (Jharkhand) etc.
2. गोखुर झील या परित्यक्त झील (Oxbow Lake) :– जब एक नदी का चौड़ा हिस्सा कट जाता है तब इस प्रकार के झील बनता है। जैसे – Kanwar pakshi lake (Begusarai), Saraiya man (Betiya)
3. क्रेटर झील (Crater lake) :– पुराने ज्वालामुखी के मुंह पर बनी झील को क्रेटर झील कहा जाता है। जैसे – Lunar lake (Maharashtra), Titicaca lake (Peru and Bolivia in the Andes mountains), Van lake (Turkey)
4. लैगून (Lagoon) :– Chilika lake, Pulicat lake, Lagoa dos patos lake (Brazil)
5. अवरोधक झील (Barrier lake) :– कभी-कभी पर्वतीय क्षेत्रों में भू-स्खलन के कारण चट्टानें गिरकर नदियों के प्रवाह को रोक देते हैं। इससे बने झील अवरोधक झील कहलाते हैं। जैसे :- Gohna lake (UK)

मानव सभ्यता की जीवन रेखा के रूप में नदियाँ

• नदी घाटी क्षेत्र को प्राचीन काल से ही “सभ्यता की जननी” के रूप में जाना जाता रहा है।
• विश्व की चार प्रमुख सभ्यता का विकास नदी घाटी के किनारे ही हुआ था।
1. सिंधु-सरस्वती की सभ्यता (सिंधु और सरस्वती नदी
2. चीन की सभ्यता (ह्वांग हो नदी)
3. मेसोपोटामिया की सभ्यता (Tigris–Euphrates नदी)
4. मिस्र की सभ्यता (नील नदी)
• आज प्रयागराज के समीप गंगा, यमुना, सरस्वती का संगम श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक आस्था का केंद्र बना हुआ है।
• बड़े-बड़े नगरों तथा महानगरों का विकास भी नदी घाटी क्षेत्र में ही हुआ है। आज उद्योगों, कृषि कार्यों तथा परिवहन साधनों को विकसित करने में नदियों की महत्वपूर्ण भूमिका है।

प्रदूषण (Pollution)

• नदी जल का अत्यधिक दोहन एवं इन जल राशियों में कचरों का उत्सर्जन नदी को अत्यधिक प्रदूषित कर रहा है।
• कृषि कार्य में प्रयुक्त उर्वरक, कीटनाशक, पीड़कनाशी, वस्त्र धोने में प्रयुक्त साबुन, सोडा, अपमार्जक तत्व घुलकर जल को प्रदूषित करते हैं।
• मल-जल प्रवाह, मवेशियों की सफाई जैसे मानवीय अनुक्रियाएँ भी जल प्रदूषण को बढ़ावा देती है।
• पर्यावरण की दृष्टि से किसी राष्ट्र के कुल भूभाग का 33% भाग बना वनाच्छादित होना चाहिए। वर्तमान समय में भारत के मात्र 19% भूभाग ही वनाच्छादित है जो पर्यावरण के लिए अनुकूल नहीं है।
• भारत सरकार ने गंगा नदी को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से “गंगा कार्य परियोजना” को 1985 में प्रारंभ किया था किंतु, इसे 31 मार्च 2000 को बंद कर दिया गया।

जल विवाद

• जल का वितरण समूचे प्रदेश में एक समान नहीं है। इससे सभी राज्यों की आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो पाती है। ऐसी परिस्थिति में जल वितरण को लेकर राज्यों के बीच विवाद उत्पन्न हो जाता है। अतः केंद्र सरकार को चाहिए कि वह राष्ट्रीय जल संग्रहण केंद्र का स्थापना करें और राज्यों को आवश्यकतानुसार जलापूर्ति करें।

Some Important Points

• बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियाँ डेल्टा और अरब सागर में गिरने वाली नदियाँ ज्वारनदमुख का निर्माण करती है।
• Lake :– A body of water that lies in a hollow in the earth’s surface and is entirely surrounded by land.
• Lagoon :– A salt-water lake separated from the sea by the sandbars and spits.
• आगरा और दिल्ली यमुना नदी के किनारे स्थित है।
• हरिद्वार, कानपुर, पटना और वाराणसी गंगा नदी के किनारे स्थित है।
• Dal and Wular lake is the largest freshwater lake in India (Kashmir) Sambhar lake (Rajasthan) Lakshmisagar (Darbhanga), Kolleru lake Bhimtal, Nainital, Loktak and Barapani Guru Gobind Sagar (Bhakra Nangal Project)

– : समाप्त : –

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