BSEB Class 12th Geography अध्याय 2 “विश्व जनसंख्या : वितरण, घनत्व और वृद्धि”

Bihar Board Class 12th History : प्रिय विद्यार्थीयों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है BSEB Class 12th भूगोल अध्याय 1 “विश्व जनसंख्या : वितरण, घनत्व और वृद्धि” का One liner Objective & Subjective Questions

One Liner Objectives

  1. एक देश की पहचान किससे होती है ? उत्तर — उसके लोगों से
  2. 21वीं शताब्दी के प्रारंभ में विश्व की जनसंख्या कितनी दर्ज की गई थी ? उत्तर — 600 करोड़ से अधिक
  3. विश्व की जनसंख्या किस रूप से वितरित है ? उत्तर — असमान रूप से
  4. “एशिया में बहुत अधिक स्थानों पर कम लोग और कम स्थानों पर बहुत अधिक लोग रहते हैं।” यह टिप्पणी किसकी है ? उत्तर — जॉर्ज बी. क्रेसी
  5. विश्व के दस सर्वाधिक आबादी वाले देशों में विश्व की लगभग कितनी प्रतिशत जनसंख्या निवास करती हैं ? उत्तर — 60%
  6. विश्व के दस सर्वाधिक आबादी वाले देशों में से छह देश किस महादेश में अवस्थित है ? उत्तर — एशिया
  7. जनसंख्या का घनत्व सामान्यतः मापा जाता है ? उत्तर — प्रति वर्ग किलोमीटर के रूप में
  8. किस महादेश की जनसंख्या घनत्व सबसे अधिक है ? उत्तर — एशिया
  9. जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक है ? उत्तर — भौगोलिक कारक (जल की उपलब्धता, भूआकृति, जलवायु, मृदाएँ) आर्थिक कारक (खनिज, नगरीकरण, औद्योगीकरण), सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक
  10. जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कारक है ? उत्तर — जल
  11. विश्व के सबसे सघन बसे हुए क्षेत्र है ? उत्तर — नदीघाटियाँ
  12. जनसंख्या परिवर्तन किसी क्षेत्र की होती है ? उत्तर — आर्थिक प्रगति, सामाजिक उत्थान, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि का महत्वपूर्ण सूचक
  13. समय के दो अंतरालों के बीच एक क्षेत्र विशेष में होने वाली जनसंख्या परिवर्तन को क्या कहा जाता है ? उत्तर — जनसंख्या वृद्धि
  14. जनसंख्या परिवर्तन के कितने घटक है ? उत्तर — तीन (जन्म, मृत्यु और प्रवास)
  15. जब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो वह स्थान जहाँ से लोग गमन करते हैं, क्या कहलाता है ? उत्तर — उद्गम स्थान
  16. जब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो वह स्थान जहाँ लोग आगमन करते हैं, क्या कहलाता है ? उत्तर — गंतव्य स्थान
  17. प्रवास हो सकता है ? उत्तर — स्थायी, अस्थायी अथवा मौसमी
  18. लोग प्रवास क्यों करते हैं ? उत्तर — बेहतर आर्थिक और सामाजिक जीवन के लिए
  19. प्रवास को प्रभावित करने वाले कारकों के दो समूह हैं ? उत्तर — प्रतिकर्ष कारक (बेरोज़गारी, रहन-सहन की निम्न दशाएँ, राजनीतिक उपद्रव, प्रतिकूल जलवायु, प्राकृतिक विपदाएँ, महामारियाँ तथा सामाजिकआर्थिक पिछड़ेपन), अपकर्ष कारक (काम के बेहतर अवसर और रहन-सहन की अच्छी दशाएँ, शांति व स्थायित्व, जीवन व संपत्ति की सुरक्षा तथा अनुकूल जलवायु)
  20. 1750 ई. के आस-पास जब औद्योगिक क्रांति का उदय हुआ, तब विश्व की जनसंख्या कितनी थी ? उत्तर — 55 करोड़
  21. पूरे विश्व में मृत्यु दरों को तीव्रता से घटाने में योगदान दिया था ? उत्तर — महामारियों व अन्य संक्रामक रोगों के विरुद्ध टीकाकरण, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार तथा स्वच्छता ने
  22. मानव जनसंख्या को प्रारंभिक एक करोड़ होने में कितने वर्ष लग गए थे ? उत्तर — 10 लाख वर्ष से भी अधिक
  23. जनसंख्या वृद्धि और आर्थिक विकास में कैसा संबंध पाया जाता है ? उत्तर — ऋणात्मक सहसंबंध
  24. जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत क्या है ? उत्तर — यह सिद्धांत हमें बताता है कि जैसे ही समाज ग्रामीण, खेतिहर और अशिक्षित अवस्था से उन्नति करके नगरीय औद्योगिक और साक्षर बनता है तो किसी प्रदेश की जनसंख्या उच्च जन्म और उच्च मृत्यु से निम्न जन्म व निम्न मृत्यु में परिवर्तित होती है। ये परिवर्तन अवस्थाओं में होते हैं जिन्हें सामूहिक रूप से जनांकिकीय चक्र के रूप में जाना जाता है।

Subjective Answer Question

1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए :
(i) निम्नलिखित में से किस महाद्वीप में जनसंख्या वृद्धि सर्वाधिक है ?
(क) अफ्रीका
(ख) एशिया
(ग) दक्षिण अमेरिका
(घ) उत्तर अमेरिका

(ii) निम्नलिखित में से कौन-सा एक विरल जनसंख्या वाला क्षेत्र नहीं है ?
(क) अटाकामा
(ख) भूमध्यरेखीय प्रदेश
(ग) दक्षिण-पूर्वी एशिया
(घ) ध्रुवीय प्रदेश

(iii) निम्नलिखित में से कौन-सा एक प्रतिकर्ष कारक नहीं है ?
(क) जलाभाव
(ख) बेरोज़गारी
(ग) चिकित्सा/शैक्षणिक सुविधाएँ
(घ) महामारियाँ

(iv) निम्नलिखित में से कौन-सा एक तथ्य सही नहीं है ?
(क) विगत 500 वर्षों में मानव जनसंख्या 10 गुणा से अधिक बढ़ी है।
(ख) 5 अरब से 6 अरब तक बढ़ने में जनसंख्या को 100 वर्ष लगे।
(ग) जनांकिकीय संक्रमण की प्रथम अवस्था में जनसंख्या वृद्धि उच्च होती है।

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए :
(i) जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले तीन भौगोलिक कारकों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर — (a) धरातल की बनावट :- पर्वतीय, पठारी अथवा उबड़-खाबड़ प्रदेशों में कम लोग रहते हैं जबकि मैदानी क्षेत्रों में लोगों का निवास अधिक होता है।
(b) जलवायु :- अत्यधिक गर्म या अत्यधिक ठंड भागों में कम जनसंख्या निवास करती है। ये विरल जनसंख्या वाले क्षेत्र हैं। इसके विपरीत शीतोष्ण जलवायु तथा मानसूनी प्रदेशों में अधिक जनसंख्या निवास करती है।
(c) मृदा :- जनसंख्या के वितरण पर मृदा की उर्वरा शक्ति का बहुत प्रभाव पड़ता है। उपजाऊ मिट्टी वाले क्षेत्रों में खाद्यान्न तथा अन्य फसलें अधिक पैदा की जाती है इसलिए नदी-घाटियों की उपजाऊ मिट्टी वाले क्षेत्र अधिक जनसंख्या बसे हैं।

(ii) विश्व में उच्च जनसंख्या घनत्व वाले अनेक क्षेत्र हैं। ऐसा क्यों होता है ?
उत्तर — विश्व में उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों का विकास कई भौगोलिक, आर्थिक और सामाजिक कारकों के संयोजन के परिणामस्वरूप होता है। यहाँ कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं –
1) भौगोलिक स्थिति :– उपजाऊ भूमि, जल स्रोतों और अनुकूल जलवायु वाले क्षेत्र आमतौर पर अधिक जनसंख्या को आकर्षित करते हैं। जैसे कि नदियों के किनारे और तटीय क्षेत्रों में कृषि और व्यापार के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ होती हैं।
2) आर्थिक अवसर :– औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों के केन्द्र, जैसे बड़े शहर, रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करते हैं। लोग बेहतर जीवन की तलाश में इन क्षेत्रों की ओर प्रवास करते हैं।
3) शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ :– उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में अक्सर बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं, जो लोगों को वहाँ बसने के लिए प्रेरित करती हैं।
4) सामाजिक और सांस्कृतिक कारक :– सामाजिक नेटवर्क, परिवार और मित्रों का समर्थन भी लोगों को विशेष क्षेत्रों में रहने के लिए प्रेरित करता है। इसके अलावा, सांस्कृतिक गतिविधियाँ और मनोरंजन के अवसर भी महत्वपूर्ण होते हैं।
5) संरचना और परिवहन :– अच्छी परिवहन सुविधाएँ और बुनियादी ढाँचा भी जनसंख्या घनत्व को प्रभावित करते हैं। जब लोग आसानी से यात्रा कर सकते हैं और आवश्यक सेवाओं तक पहुँच सकते हैं, तो वे उन क्षेत्रों में बसने के लिए प्रवृत्त होते हैं।
                  इन कारकों के संयोजन से कुछ क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व अधिक हो जाता है, जबकि अन्य क्षेत्रों में यह कम रहता है।

(iii) जनसंख्या परिवर्तन के तीन घटक कौन-से हैं ?
उत्तर — जन्म-दर, मृत्यु-दर और प्रवास। एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्ति पर जन्म और मृत्यु की संख्या को क्रमशः अशोधित जन्म-दर और अशोधित मृत्यु-दर कहते हैं। जन्म और मृत्यु की संख्या में अन्तर द्वारा होने वाले परिवर्तन को प्राकृतिक वृद्धि या ह्रास कहते हैं। तीसरा घटक प्रवास है, जिसमें आप्रवास, अन्तः प्रवास और उत्प्रवास, बाह्य प्रवास शामिल हैं। आप्रवास अन्तः प्रवास से जनसंख्या बढ़ती है और उत्प्रवास बाह्य प्रवास से जनसंख्या कम होती है। आप्रवास और उत्प्रवास शब्द का प्रयोग अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास के लिए होता है और अन्तः प्रवास और बाह्य प्रवास का अन्तर्देशीय प्रवास के लिए। जन्म-दर, मृत्यु-दर और प्रवास तीनों के फलस्वरूप जनसंख्या में होने वाले परिवर्तन को वास्तविक परिवर्तन कहते हैं।

3. अंतर स्पष्ट कीजिए :
(i) जन्म दर और मृत्यु दर
उत्तर — जन्म-दर तथा मृत्यु-दर में निम्नलिखित अन्तर है – जन्म-दर प्रति एक हजार व्यक्तियों के पीछे जीवित शिशुओं की दर को जन्म-दर कहते हैं। जबकि मृत्यु-दर प्रति एक हजार व्यक्तियों के पीछे मृत शिशुओं की दर को मृत्यु-दर कहते हैं। जन्म-दर की गणना प्रति हजार प्रति वर्ष से की जाती है। जबकि मृत्यु दर की गणना प्रति हजार वर्ष की दर से की जाती है। जब जन्म-दर, मृत्यु दर से अधिक हो तो इसे घनात्मक वृद्धि-दर कहते है। जब मृत्यु-दर, जन्म-दर से अधिक हो तो इसे ऋणात्मक वृद्धि-दर कहते हैं।

(ii) प्रवास के प्रतिकर्ष कारक और अपकर्ष कारक
उत्तर — प्रतिकर्ष कारक उन कारणों को दर्शाते हैं जो लोगों को अपने घर से बाहर निकलने के लिए मजबूर करते हैं, जबकि अपकर्ष कारक उन कारणों को दर्शाते हैं जो उन्हें नए स्थानों की ओर आकर्षित करते हैं। इन दोनों कारकों का अध्ययन प्रवास के पैटर्न और प्रवृत्तियों को समझने में महत्वपूर्ण है।

4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(i) विश्व में जनसंख्या के वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों की विवेचना कीजिए।
उत्तर — विश्व में जनसंख्या के वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कारक कई प्रकार के होते हैं, जिनमें भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक कारक शामिल हैं। यहाँ प्रमुख कारकों की विवेचना की गई है –

1) भौगोलिक कारक
a) जलवायु :– उपजाऊ जलवायु वाले क्षेत्र, जैसे उष्णकटिबंधीय और समशीतोष्ण क्षेत्र, जनसंख्या के लिए अधिक आकर्षक होते हैं। अत्यधिक ठंड या गर्म जलवायु वाले क्षेत्र कम जनसंख्या घनत्व दिखाते हैं।
b) भूमि का स्वरूप :– पहाड़ी क्षेत्रों, रेगिस्तानों और अन्य कठिन भौगोलिक संरचनाओं में जनसंख्या का घनत्व कम होता है, जबकि समतल और उपजाऊ भूमि वाले क्षेत्रों में यह अधिक होता है।
c) जल स्रोत :– नदियाँ, झीलें, और अन्य जल स्रोत जीवन के लिए आवश्यक हैं और इसलिए इन क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व अधिक होता है।

2) आर्थिक कारक
a) रोजगार के अवसर :– औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों के केन्द्र, जैसे बड़े शहर, रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करते हैं, जिससे वहां जनसंख्या बढ़ती है।
b) विकासशील क्षेत्र :– कृषि, उद्योग, और सेवाओं में विकास के कारण कुछ क्षेत्रों में जनसंख्या का घनत्व बढ़ सकता है।

3) सामाजिक कारक
a) शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ :– जहाँ शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ बेहतर होती हैं, वहाँ जनसंख्या अधिक होती है। लोग ऐसे स्थानों पर बसना पसंद करते हैं जहाँ उनकी और उनके परिवार की भलाई सुनिश्चित हो।
b) सांस्कृतिक कारक :– धार्मिक या सांस्कृतिक केंद्रों के आसपास जनसंख्या का घनत्व अधिक हो सकता है, क्योंकि लोग अपने समुदायों के साथ जुड़ना चाहते हैं।

4) राजनीतिक कारक
a) स्थिरता और सुरक्षा :– राजनीतिक स्थिरता और सुरक्षा का अभाव लोगों को प्रवास के लिए मजबूर कर सकता है, जिससे कुछ क्षेत्रों में जनसंख्या कम हो जाती है।
b) सरकारी नीतियाँ :– प्रवास या आव्रजन को प्रोत्साहित करने वाली नीतियाँ जनसंख्या वितरण को प्रभावित कर सकती हैं, जैसे कि विशेष आर्थिक क्षेत्र या आव्रजन के लिए अनुकूल कानून।

5) तकनीकी कारक
a) संविधान और संचार :– तकनीकी उन्नति ने परिवहन और संचार को सरल बनाया है, जिससे लोग दूर-दराज के क्षेत्रों में भी बसने के लिए प्रेरित होते हैं।

(ii) जनांकिकीय संक्रमण की तीन अवस्थाओं की विवेचना कीजिए।
उत्तर — जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत का प्रतिपादन जनांकिकी के विद्वान एफ० डब्ल्यू० नोटस्टीन ने किया था। जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि जन्मदर और मृत्युदर पर निर्भर करती है। अविकसित देशों में जन्म दर और मृत्यु दर ऊँची रहती है। जैसे-जैसे देश विकसित करता है, उसकी जन्मदर और मृत्युदर में परिवर्तन होने लगता है। इस परिवर्तन को जनांकिकीय संक्रमण या चक्र कहते हैं। प्रत्येक देश अविकसित अवस्था से विकसित अवस्था में पहुंचते हुए जनांकिकीय संक्रमण की मुख्य तीन अवस्थाओं से गुजरता है। ये तीन अवस्थाएं निम्नलिखित है –
(i) प्रथम अवस्था (First stage) :- इस अवस्था में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों उच्च होती है। अज्ञानता और निरक्षरता के कारण उच्च जन्म दर और महामारियों के कारण उच्च मृत्यु दर रहती है। इसके फलस्वरूप जनसंख्या की वृद्धि धीमी होती है। 200 वर्ष पूर्व विश्व के अधिकांश देश इसी अवस्था में थे। वर्षा वनों के आदिवासी अभी भी इसी अवस्था में हैं।
(ii) द्वितीय अवस्था (Second stage) :- इस अवस्था के आरंभ में जन्म दर ऊँची बनी रहती है, किन्तु यह समय के साथ शिक्षा के स्तर में सुधार के साथ घटती जाती है। स्वास्थ्य संबंधी दशाओं और स्वच्छता में सुधार के कारण मृत्यु दर जन्म दर की तुलना में काफी तेजी से घटती है। इस कारण जनसंख्या में आरंभ में काफी तेजी से वृद्धि होती है । चीन और भारत इसी अवस्था से गुजर रही है।
(iii) तृतीय अवस्था (Third stage) :- इस अवस्था में जन्म दर तथा मृत्यु दर दोनों बहुत कम हो जाती है। अतः जनसंख्या या तो स्थिर हो जाती है या मंद गति से बढ़ती है। जनसंख्या नगरीय और शिक्षित हो जाती है तथा उसके पास तकनीकी ज्ञान होता है। ऐसी जनसंख्या विचारपूर्वक परिवार के आकार को नियंत्रित करती है। कनाडा, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका इत्यादि इसी अवस्था में है।

कुछ अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न

Q) जनसंख्या घनत्व से क्या आशय है ?
उत्तर — जनसंख्या घनत्व प्रतिवर्ग किमी. क्षेत्रफल में निवास कर रहे व्यक्तियों की संख्या को प्रदर्शित करता है। दूसरे शब्दों में, जनसंख्या घनत्व मानव-भूमि का एक अनुपात है। अतः, किसी प्रदेश के क्षेत्रफल तथा जनसंख्या में जो पारस्परिक अनुपात होता है, उसे जनसंख्या घनत्व कहा जाता है।

Q) जन्म दर (Birth rate) क्या है ?
उत्तर — जन्म दर से अभिप्राय वर्ष में जीवित जन्मों की संख्या और उस वर्ष की औसत कुल जनसंख्या के बीच का अनुपात ही जन्म दर कहलाता है। जन्म दर वह शब्द है जिसका प्रयोग जनसंख्या में प्रति हजार लोगों पर प्रति वर्ष जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या को परिभाषित करने के लिए किया जाता है।

Q) विश्व जनसंख्या वितरण की प्रमुख विशेषताओं को संक्षेप में लिखिए।
उत्तर — विश्व जनसंख्या वितरण के अन्तर्गत स्थल भाग के मात्र 10 प्रतिशत क्षेत्र पर विश्व की लगभग 90 प्रतिशत निवास करती है। इनमें भी विश्व की 60 प्रतिशत जनसंख्या 10 सर्वाधिक आबादी वाले देशों में रहती हैं। इन 10 देशों में से 6 एशिया महादेश में हैं।

Q) जनसंख्या संघटन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर — जनसंख्या संघटन का तात्पर्य जनसंख्या में लिंगानुपात, जन्मदर, जनसंख्या, साक्षारता आदि का अध्ययन करना है। लिंगानुपात 1000 पुरूषों पर स्त्रियों की संख्या, किसी देश में 1 वर्ष में 1000 लोगों पर जन्म लेने वालों की संख्या से जन्मदर और मरने वालों की संख्या में मृत्युदर ज्ञात की जाती है।

Q) श्रमजीवी जनसंख्या संघटन क्या है ?
या, मुख्य श्रमिक तथा सीमान्त कृषक में अन्तर कीजिए।
उत्तर — श्रमजीवी जनसंख्या का संघटन :- आर्थिक स्तर के आधार पर भारत की जनसंख्या को निम्नलिखित 3 वर्गों में रखा जाता है –
(i) मुख्य श्रमिक :- मुख्य श्रमिक वह व्यक्ति कहलाता है जो एक वर्ष में कम-से-कम 183 दिन तक आर्थिक दृष्टि से लाभकारी कार्य में लगा रहता है।
(ii) सीमान्त श्रमिक :- सीमान्त श्रमिक वह व्यक्ति कहलाता है जो एक वर्ष में 183 दिनों से कम दिन कार्य करता है।
(iii) अश्रमिक :- अश्रमिक वह व्यक्ति होता है जो वर्ष भर अपनी आजीविका के लिए कोई कार्य नहीं करता है। अपने भरण-पोषण के लिए दूसरों पर निर्भर रहता है। इसे आश्रित जनसंख्या भी कह सकते हैं।
                         वर्ष 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में श्रमिकों (मुख्य श्रमिक तथा सीमान्त श्रमिक) का (सहभागिता) प्रतिशत 39.8 रहा। इस अनुपात को श्रम की प्रतिभागिता (सहभागिता) दर कहा जाता है।

– : समाप्त : –

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