Bihar Board Class 10 Economics : प्रिय विद्यार्थीयों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है बिहार बोर्ड Class 10th अर्थशास्त्र अध्याय 4 “हमारी वित्तीय संस्थाएँ (Our Financial Institutions)” का Objective & Subjective Answer Question
MCQ Questions
1. देश अथवा राज्य की वैसी संस्थाएँ जो आर्थिक विकास के लिए उद्यम (enterprise) एवं व्यवसाय (business) के वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति करता है, क्या कहलाता है ?
(A) राजनीतिक संस्थाएँ
(B) सामाजिक संस्थाएँ
(C) वित्तीय संस्थाएँ
(D) इनमें से कोई नहीं
2. वित्तीय संस्थाएँ मुख्यतः किसके दिशा निर्देश के अन्तर्गत एक निश्चित मापदंड पर काम करती है ?
(A) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
(B) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(C) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
(D) पंजाब नेशनल बैंक
3. वैसी वित्तीय संस्थाएँ जो सरकार द्वारा स्थापित एवं संपोषित होती है, क्या कहलाती है ?
(A) अर्द्ध-सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
(B) सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
(C) सूक्ष्म-वित्तीय संस्थाएँ
(D) गैर-सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
4. निम्न में से कौन सरकारी वित्तीय संस्थाओं के उदाहरण है ?
(A) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
(B) इलाहाबाद बैंक
(C) पंजाब नेशनल बैंक
(D) इनमें सभी
5. वैसी वित्तीय संस्थाएँ जो RBI के निदेशन में उनके द्वारा स्थापित मापदंडों पर समाज के लोगों की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति करती है, क्या कहलाती है ?
(A) अर्द्ध-सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
(B) सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
(C) सूक्ष्म-वित्तीय संस्थाएँ
(D) गैर-सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
6. निम्न में से कौन अर्द्ध-सरकारी वित्तीय संस्थाओं के कुछ उदाहरण है ?
(A) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(B) बिहार राज्य कॉपरेटिव बैंक
(C) महाराष्ट्र राज्य कॉपरेटिव बैंक
(D) इनमें सभी
7. वैसी वित्तीय संस्थाएँ जो छोटे पैमाने पर गरीब जरूरतमंद लोगों को स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से कम ब्याज पर साख या ऋण की व्यवस्था करती है, उसे क्या कहते है ?
(A) अर्द्ध-सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
(B) सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
(C) सूक्ष्म-वित्तीय संस्थाएँ
(D) गैर-सरकारी वित्तीय संस्थाएँ
8. सूक्ष्म-वित्तीय संस्थाओं के लिए बांग्लादेश के किस व्यक्ति को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है ?
(A) प्रो० मो० युनुस
(B) शेख मुजीबुर्रहमान
(C) शेख हसीना
(D) महबूब-उल-हक
9. वित्तीय संस्थाएँ मुख्यतः कितने प्रकार के होते है ?
(A) 2
(B) 3
(C) 4
(D) 5
10. वैसी वित्तीय संस्थाएँ जो देश के लिए वित्तीय और साख नीतियों का निर्धारण एवं निर्देशन करती है तथा राष्ट्रीय स्तर पर वित्त प्रबंधन के कार्यों का संपादन करती है, उसे क्या कहते है ?
(A) राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाएँ
(B) राज्य स्तरीय वित्तीय संस्थाएँ
(C) जिला स्तरीय वित्तीय संस्थाएँ
(D) क्षेत्रीय वित्तीय संस्थाएँ
11. राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं के कितने महत्वपूर्ण अंग है ?
(A) 2
(B) 3
(C) 4
(D) 5
12. वैसी मौद्रिक बाजार जहाँ उद्योग एवं व्यवसाय के क्षेत्र के लिए अल्पकालीन एवं मध्यकालीन वित्तीय व्यवस्था एवं प्रबंधन किया जाता है उसे क्या कहा जाता है ?
(A) भारतीय मुद्रा बाजार
(B) भारतीय पूँजी बाजार
(C) चोर बाजार
(D) इनमें से कोई नहीं
13. वैसी मौद्रिक बाजार जहाँ उद्योग एवं व्यवसाय के क्षेत्र के लिए दीर्घकालीन वित्तीय व्यवस्था एवं प्रबंधन किया जाता है उसे क्या कहा जाता है ?
(A) भारतीय मुद्रा बाजार
(B) भारतीय पूँजी बाजार
(C) चोर बाजार
(D) इनमें से कोई नहीं
14. भारतीय मुद्रा बाजार को कितने क्षेत्रों में विभाजित किया जाता है ?
(A) 2
(B) 3
(C) 4
(D) 5
15. संगठित क्षेत्र में शामिल होते है ?
(A) वाणिज्य बैंक
(B) निजी क्षेत्र के बैंक
(C) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एवं विदेशी बैंक
(D) इनमें सभी
16. देश की संगठित बैंकिंग प्रणाली में किन तीन प्रकार की बैंकिंग व्यवस्था कार्यशील है ?
(A) केन्द्रीय बैंक
(B) वाणिज्य बैंक
(C) वाणिज्य बैंक और सहकारी बैंक
(D) सभी
17. वैसे बैंक जिनके नाम के अंत में सीमित दायित्व (Ltd) जुड़ा होता है, वे बैंक किस क्षेत्र की बैंक होती है ?
(A) सार्वजनिक क्षेत्र की
(B) निजी क्षेत्र की
(C) ग्रामीण क्षेत्र की
(D) शहरी क्षेत्र की
18. देश की शीर्ष बैंकिंग संस्था के रूप में बैंकिंग, वित्तीय और आर्थिक क्रियाओं का दिशा-निर्देश एवं संचालन में सहयोग देना किसका कार्य है ?
(A) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का
(B) बैंक ऑफ बड़ौदा का
(C) बैंक ऑफ इंडिया का
(D) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का
19. आपसी सहयोग और सद्भावना के आधार पर जो वित्तीय संस्थाएँ कार्यशील है उसे क्या कहते है ?
(A) व्यावसायिक बैंक
(B) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(C) सहकारी बैंक
(D) इनमें से कोई नहीं
20. वित्तीय संस्थाएँ किसी भी देश का क्या माना जाता है ?
(A) जीवन रेखा
(B) मेरुदंड
(C) प्राण
(D) साथी
21. भारत की वित्तीय राजधानी (Financial Capital) किस शहर को कहा जाता है ?
(A) मुंबई
(B) दिल्ली
(C) पटना
(D) बंगलोर
22. भारत का पूँजी बाजार कहाँ स्थित है ?
(A) मुंबई
(B) दिल्ली
(C) पटना
(D) बंगलोर
23. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1875
(B) 1792
(C) 1992
(D) 1988
24. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1875
(B) 1792
(C) 1992
(D) 1988
25. दुनिया का सबसे पुराना तथा बड़ा स्टॉक एक्सचेंज कौन है ?
(A) बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
(B) लंदन स्टॉक एक्सचेंज
(C) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
(D) न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज
26. राज्य स्तरीय वित्तीय संस्थाएँ के कितने प्रकार होते है ?
(A) 2
(B) 3
(C) 4
(D) 5
27. निम्न में से कौन संस्थागत वित्तीय संस्थाओं के उदाहरण है ?
(A) सहकारी बैंक
(B) प्राथमिक सहकारी समितियाँ
(C) भूमि विकास बैंक
(D) इनमें सभी
28. निम्न में से कौन संस्थागत वित्तीय संस्थाओं के उदाहरण हैं ?
(A) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(B) व्यावसायिक बैंक
(C) नाबार्ड
(D) इनमें सभी
29. इनमें से कौन संस्थागत वित्त का साधन है ?
(A) सेठ-साहुकार
(B) रिश्तेदार
(C) व्यावसायिक बैंक
(D) महाजन
30. निम्न में से कौन गैर-संस्थागत वित्तीय संस्थाओं के उदाहरण है ?
(A) महाजन
(B) सेठ-साहूकार
(C) व्यापारी
(D) इनमें सभी
31. गैर-संस्थागत वित्त प्रदान करने वाला सबसे लोकप्रिय साधन है ?
(A) देशी बैंकर
(B) महाजन
(C) व्यापारी
(D) सहकारी बैंक
32. राज्य में किसानों को दीर्घकालीन ऋण प्रदान करने के लिए किसकी स्थापना की गई थी ?
(A) कृषक महाजन
(B) भूमि विकास बैंक
(C) प्राथमिक कृषि साख समिति
(D) इनमें कोई नहीं
33. दीर्घकालीन ऋण प्रदान करने वाली संस्था कौन-सी है ?
(A) कृषक महाजन
(B) भूमि विकास बैंक
(C) प्राथमिक कृषि साख समिति
(D) इनमें कोई नहीं
34. राज्य में सबसे अधिक मात्रा में ऋण कौन प्रदान कराता है ?
(A) व्यावसायिक बैंक
(B) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(C) सहकारी बैंक
(D) इनमें से कोई नहीं
35. बैंकों पर सामाजिक नियंत्रण की नीति कब लागू हुआ था ?
(A) 1968
(B) 1992
(C) 1969
(D) 1988
36. भारत का केन्द्रीय बैंक कौन है ?
(A) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
(B) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(C) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
(D) पंजाब नेशनल बैंक
37. अमेरिकी सरकार का केन्द्रीय बैंक है ?
(A) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
(B) रिजर्व बैंक ऑफ अमेरिका
(C) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
(D) फेडरल रिजर्व
38. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना किस वर्ष हुई थी ?
(A) 1921
(B) 1935
(C) 1969
(D) 1955
39. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था ?
(A) 1 जनवरी, 1935
(B) 4 जुलाई, 1949
(C) 1 जुलाई, 1955
(D) 1 जनवरी, 1949
40. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का मुख्यालय (headquarter) कहाँ है ?
(A) मुंबई
(B) दिल्ली
(C) पटना
(D) बंगलोर
41. व्यावसायिक बैंक का राष्ट्रीयकरण कब किया गया ?
(A) 1966
(B) 1980
(C) 1969
(D) 1975
42. सीमान्त एवं छोटे किसानों, कारीगरों तथा अन्य कमजोर वर्ग के जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (Regional Rural Bank) की स्थापना कब की गई थी ?
(A) 1966
(B) 1980
(C) 1969
(D) 1975
43. बिहार में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना किस वर्ष की गई थी ?
(A) 1966
(B) 1980
(C) 1969
(D) 1975
44. NABARD का पूरा नाम क्या है ?
(A) Automatic Teller Machine
(B) National Bank for Agriculture and Rural Development
(C) National Rural Employment Guarantee Act
(D) National Board for Agriculture and Rural Development
45. NABARD की स्थापना कब की गई थी ?
(A) 1966
(B) 1982
(C) 1969
(D) 1975
46. सहकारिता (Co-operation) का अर्थ है ?
(A) एक साथ लड़ झगड़कर कार्य करना
(B) अकेले कार्य करना
(C) एक साथ मिल-जुलकर कार्य करना
(D) विश्वास
47. स्वयं-सहायता समूह में सदस्यों की संख्या लगभग कितनी होती है ?
(A) 5-10
(B) 10-15
(C) 15-20
(D) 50-100
48. सहकारिता साख समिति विधान कब पारित हुआ था ?
(A) 1904
(B) 1919
(C) 1918
(D) 1914
49. मेक्लेगन समिति कब नियुक्त की गई थी ?
(A) 1904
(B) 1919
(C) 1918
(D) 1914
50. सहकारिता प्रांतीय सरकारों का हस्तांतरित विषय कब बनी।
(A) 1929
(B) 1919
(C) 1918
(D) 1914
51. राज्य में कार्यरत केन्द्रीय सहकारी बैंक की संख्या कितनी है।
(A) 50
(B) 75
(C) 35
(D) 25
52. भारत में सूक्ष्म वित्त की शुरुआत किस दशक के बीच हुई थी ?
(A) 1966
(B) 1982
(C) 19
(D) 1990
Subjective Answer Question
BQ) वित्तीय संस्थान से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर — देश अथवा राज्य की वैसी संस्थाएँ जो आर्थिक विकास के लिए उद्यम (enterprise) एवं व्यवसाय (business) के वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति करता है, वित्तीय संस्थान कहलाता है ।
BQ) राज्य की वित्तीय संस्थान को कितने भागों में बाँटा जाता है, संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर — राज्य स्तरीय संस्थागत वित्तीय संस्थान को दो भागों में बाँटा जाता है —
a) संस्थागत वित्तीय संस्थाएँ :– इसके अन्तर्गत सहकारी बैंक, प्राथमिक सहकारी समितियाँ, भूमि विकास बैंक, व्यावसायिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, नाबार्ड आते हैं ।
b) गैर-संस्थागत वित्तीय संस्थाएँ :– इसके अंतर्गत महाजन, सेठ-साहूकार, व्यापारी, रिश्तेदार आदि आते है ।
BQ) किसानों को साख अथवा ऋण की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर — किसानों को साख अथवा ऋण की आवश्यकता इसलिए पड़ती है कि अधिकांश किसान छोटे या सीमांत श्रेणी के होते हैं जिनके पास आय की कमी है तथा वे अपना बचत नहीं के बराबर कर पाते हैं । परिणामस्वरूप कृषि एवं उससे संबंधित उद्योगों में अपेक्षित निवेश नहीं कर पाते हैं । इसके लिए उन्हें वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्राप्त साख अथवा ऋण की आवश्यकता पड़ती है ।
BQ) व्यावसायिक बैंक कितने प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते हैं ? संक्षिप्त विवरण करें ।
उत्तर — व्यावसायिक बैंक प्रायः चार प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते है जो निम्नलिखित है —
a) स्थायी जमा (Fixed Deposits) :– स्थायी जमा खाते में रुपया एक निश्चित अवधि के लिए भी जमा किया जाता है । इस निश्चित अवधि के अन्दर साधारणतया यह रकम नहीं निकाली जा सकती है । इस प्रकार के जमा को सावधि जमा (Time Deposits) भी कहा जाता है । इस अवधि के अन्दर जमा की गयी राशि पर बैंक आकर्षक ब्याज भी देते हैं ।
b) चालू जमा (Current Deposits) :– चालू जमा खाते में रुपया जमा करने वाला अपनी इच्छानुसार रुपया जमा कर सकता है अथवा निकाल सकता है । इसमें किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं रहता है । इसे माँग जमा (Demand Deposits) भी कहते है ।
c) संचयी जमा (Saving Deposits) :– इस प्रकार के खाते में रुपया जमा करने वाला जब चाहे रुपया जमा कर सकता है, किन्तु रुपया निकालने का अधिकार सीमित रहता है, वह भी एक निश्चित रकम से अधिक नहीं । इसमें चेक की सुविधा भी प्रदान की जाती है ।
d) आवर्ती जमा (Recurring Deposits) :– इस प्रकार के खाते में व्यावसायिक बैंक साधारणतया अपने ग्राहकों से प्रतिमाह एक निश्चित रकम जमा के रूप में एक निश्चित अवधि जैसे 60 माह या 72 माह के लिए ग्रहण करता है और इसके बाद एक निश्चित रकम भी देता है । इसी प्रकार का एक अन्य जमा संचयी समयावधि जमा (Cumulative Time Deposits) भी होता है ।
BQ) सहकारिता से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर — वैसा संगठन जिसमें सामान्य आर्थिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए लोग स्वेच्छापूर्वक मिल-जुलकर कार्य करते है उसे सहकारिता कहते है ।
BQ) स्वयं सहायता समूह (SHG) से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर — स्वयं सहायता समूह ग्रामीण क्षेत्र में 15-20 व्यक्तियों (खासकर महिलाओं) का एक अनौपचारिक समूह होता है जो अपनी बचत तथा बैंकों से लघु ऋण लेकर अपने सदस्यों के पारिवारिक जरूरतों को पूरा करता है और विकास गतिविधियाँ चलाकर गाँवों के विकास और महिला सशक्तिकरण में योगदान करते है ।
BQ) भारत में सहकारिता की शुरुआत किस प्रकार हुई । संक्षिप्त वर्णन करें ।
उत्तर — भारत में सहकारिता की शुरूआत 20वीं शताब्दी के प्रारंभ में हुई । सहकारी समितियों की स्थापना निर्धन तथा कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान एवं किसानों को सस्ती दर पर ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया गया था ।
BQ) सूक्ष्म वित्त योजना को परिभाषित करें ।
उत्तर — सूक्ष्म वित्त योजना के द्वारा गाँव, कस्बा और जिला में गरीब परिवारों को स्वयं सहायता समूह से जोड़कर ऋण मुहैया कराया जाता है । इससे छोटे पैमाने पर साख अथवा ऋण की सुविधा प्रदान होती है ।
BQ) राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान किसे कहते हैं ? इसे कितने भागों में बाँटा जाता है ? वर्णन करें ।
उत्तर — वैसी वित्तीय संस्थाएँ जो देश के लिए वित्तीय और साख नीतियों का निर्धारण एवं निर्देशन करती हैं तथा राष्ट्रीय स्तर पर वित्त प्रबंधन के कार्यों का संपादन करती हैं उन्हें हम राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाएँ कहते है । इन्हें दो भागों में बाँटा जाता है —
a) भारतीय मुद्रा बाजार :– वैसी मौद्रिक बाजार जहाँ उद्योग एवं व्यवसाय के क्षेत्रों के लिए अल्पकालीन एवं मध्यकालीन वित्तीय व्यवस्था एवं प्रबंधन किया जाता है उसे भारतीय मुद्रा बाजार कहा जाता है ।
b) भारतीय पूँजी बाजार :– वैसी मौद्रिक बाजार जहाँ उद्योग एवं व्यवसाय के क्षेत्रों के लिए दीर्घकालीन वित्तीय व्यवस्था एवं प्रबंधन किया जाता है उसे भारतीय पूँजी बाजार कहा जाता है ।
BQ) राज्य स्तरीय संस्थागत वित्तीय स्रोत के कार्यों का वर्णन करें ?
उत्तर — राज्य स्तरीय संस्थागत वित्तीय स्रोत के निम्नलिखित कार्य है —
1) सरकारी बैंक के कार्य :– इसके माध्यम से राज्य के किसानों को अल्प-कालीन, मध्य-कालीन तथा दीर्घ-कालीन ऋण की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है ।
2) प्राथमिक सहकारी समितियों के कार्य :– उत्पादक कार्यों के लिए अल्पकालीन ऋण देती है । परन्तु विशेष परिस्थितियों में इनकी अवधि 3 वर्ष तक बढ़ायी जाती है ।
3) भूमि विकास बैंक के कार्य :– राज्य में किसानों को दीर्घकालीन ऋण प्रदान करने के लिए भूमि बंधक बैंक खोला गया था, जिसे अब भूमि विकास बैंक कहा जाता है ।
4) व्यावसायिक बैंक के कार्य :– व्यावसायिक बैंक अधिक मात्रा में किसानों को ऋण प्रदान करती है । यह राज्य में किसानों को साख की सुविधा प्रदान करती है ।
5) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के कार्य :– यह छोटे एवं सीमांत किसानों, कारीगरों तथा अन्य कमजोर वर्गों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ऋण प्रदान करती है ।
6) नाबार्ड के कार्य :– यह राज्य में कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए सरकारी, संस्थाओं, व्यावसायिक बैंकों तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को वित्त की सुविधा प्रदान करता है ।
BQ) व्यावसायिक बैंक के प्रमुख कार्यों की विवेचना करें ?
उत्तर — व्यावसायिक बैंकों के प्रमुख कार्य निम्नलिखित है —
1) जमा राशि को स्वीकार करना :– व्यावसायिक बैंकों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य अपने ग्राहकों से जमा के रूप में मुद्रा प्राप्त करना है । अधिकांश लोग अपनी बचत को चोरी हो जाने के भय से अथवा ब्याज कमाने के उद्देश्य से किसी बैंक में ही जमा करते हैं । बैंक के लिए भी इस प्रकार का जमा विशेष महत्वपूर्ण होता है । क्योंकि इसी के आधार पर कर्ज देकर वे अपने लाभ का एक प्रमुख भाग प्राप्त करते हैं ।
2) ऋण प्रदान करना :– व्यावसायिक बैंक का दूसरा मुख्य कार्य लोगों को ऋण प्रदान करना है । बैंक के पास जो रुपया जमा के रूप में आता है उसमें से एक निश्चित राशि नकद कोष में रखकर बाकी रुपया बैंक द्वारा दूसरे व्यक्तियों को उधार दे दिया जाता है ।
3) सामान्य उपयोगिता संबंधी कार्य :– व्यावसायिक बैंक यात्री चेक एवं साख पत्र जारी करना, लॉकर की सुविधा, ATM एवं क्रेडिट कार्ड सुविधा, व्यापारिक सूचनाएँ एवं आँकड़े एकत्रीकरण इत्यादि कार्य भी करते है ।
4) एजेंसी संबंधी कार्य :– वर्तमान समय में व्यावसायिक बैंक ग्राहकों की एजेंसी के रूप में सेवा करते है । जैसे चेक का संकलन, ब्याज तथा लाभांश का संकलन तथा वितरण, प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय इत्यादि ।
BQ) सहकारिता के मूल तत्त्व क्या है ? राज्य के विकास में इसकी भूमिका का वर्णन करें ।
उत्तर — सहकारिता के तीन मूलभूत तत्व हैं —
1) सदस्यता स्वैच्छिक :– संगठन की सदस्यता स्वैच्छिक होती है । लोग अपनी इच्छा से सहकारी संगठन के सदस्य बनते हैं । उनपर कोई बाहरी बंधन का दबाव नहीं रहता।
2) जनतांत्रिक संचालन :– संगठन का प्रबंधन व संचालन जनतंत्रात्मक आधार पर होता है । इसके सदस्यों के बीच पूँजी, हैसियत अथवा किसी अन्य आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है । वे एक-दूसरे के बराबर समझे जाते हैं और सबकों एक जैसे अधिकार व अवसर प्राप्त होते हैं ।
3) आपसी सहयोग :– संगठन के आर्थिक उद्देश्यों में नैतिक और सामाजिक तत्व भी शामिल रहते हैं । यह केवल आर्थिक लाभ कमाने के लिए नहीं बल्कि नैतिक और सामाजिक पहलू से भी सदस्यों के हित लाभ के लिए कार्य करता है ।
बिहार भारत का एक पिछड़ा राज्य है । परन्तु राज्य बँटवारा के बाद सारी सम्पदा आज झारखण्ड के पास चला गया । फलस्वरूप शेष बचे बिहार में खेती ही एक मात्र मूल साधन है जिसपर बिहार की कुल जनसंख्या का 80% आबादी निर्भर करती है । यहाँ की खेती भी मॉनसून पर आधारित है । सामान्यतः खेती में निवेश एक जुआ के समान माना जाता है । चूंकि, खेती बिहारवासियों की जीविका का आधार है इसलिए आर्थिक तंगी के बावजूद बिहारी कृषक एवं मजदूर कृषि पर धन लगाने के लिए विवश है । बिहार में खासकर ग्रामीण स्तर पर अगरबत्ती निर्माण, बीड़ी निर्माण, जूता निर्माण, ईंट निर्माण इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण रोजगार सहकारिता के सहयोग से चलाये जा रहे हैं । इसके लिए राज्य स्तरीय सहकारी बैंक ऋण मुहैया कराती है । फलस्वरूप व्यक्ति की आय धीरे-धीरे बढ़ रही है और लोगों का जीवन-स्तर ऊँचा उठ रहा है ।
BQ) स्वयं सहायता समूह में महिलाएँ किस प्रकार अपनी अहम भूमिका निभाती है ? वर्णन करें ।
उत्तर — SHG में महिलाएँ निम्न तरीकों से अपनी भूमिका निभाती है —
1) नेतृत्व :– महिलाएं समूह की अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, या अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रहकर नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन करती हैं ।
2) निर्णय लेने में भागीदारी :– महिलाएं समूह के महत्वपूर्ण निर्णयों में भाग लेती हैं, जैसे कि योजना बनाना, बजट तैयार करना, और गतिविधियों का क्रियान्वयन करना ।
3) कौशल विकास :– महिलाएं विभिन्न कौशल, जैसे कि सिलाई, बुनाई, कृषि, और व्यवसाय प्रबंधन, सीखती हैं ।
4) सामाजिक जागरूकता :– महिलाएं स्वास्थ्य, शिक्षा, और स्वच्छता जैसे सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाती हैं ।
5) सामाजिक समर्थन :– महिलाएं एक-दूसरे को सामाजिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान करती हैं ।
6) महिला सशक्तिकरण :– स्वयं सहायता समूह महिलाओं को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी, और सशक्त बनाते हैं ।
7) सामाजिक-आर्थिक विकास :– महिलाएं समूह के माध्यम से अपनी आय बढ़ाती हैं, परिवारों का समर्थन करती हैं, और समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देती हैं ।
– : समाप्त : –