BSEB Class 10th इतिहास अध्याय 8 “प्रेस (Press) — संस्कृति एवं राष्ट्रवाद (Culture And Nationalism)” का Objective & Subjective Answer Question

Bihar Board Class 10 History : प्रिय विद्यार्थीयों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है BSEB Class 10th इतिहास अध्याय 8 “प्रेस (Press) — संस्कृति एवं राष्ट्रवाद (Culture And Nationalism)” का Objective & Subjective Answer Question

MCQ Questions

1. पहला कागज कहाँ बनाया गया था ?
(A) भारत में   
(B) चीन में       
(C) अमेरिका में  
(D) इंग्लैंड में

2. जापान में छपाई की तकनीक किनके द्वारा लाई गई थी ?
(A) चीनी बौद्ध भिक्षुओं द्वारा        
(B) कोरियन बौद्ध भिक्षुओं द्वारा       
(C) भारतीय बौद्ध भिक्षुओं द्वारा      
(D) तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं द्वारा

3. मुद्रण की सबसे पहली तकनीक कहाँ विकसित हुई थी ?
(A) भारत में        
(B) चीन में       
(C) अमेरिका में     
(D) इंग्लैंड में

4. स्याही से लगे काठ के ब्लॉक या तख्ती पर कागज को रखकर छपाई करने की विधि को क्या कहते है ?
(A) डिजिटल प्रिंटिंग  
(B) फ्लेक्सोग्राफिक प्रिंटिंग     
(C) ब्लॉक प्रिंटिंग    
(D) इनमें से कोई नहीं

5. मुद्रण कला के आविष्कार और विकास का श्रेय किसको जाता है ?
(A) भारत को     
(B) चीन को       
(C) अमेरिका को   
(D) इंग्लैंड को

6. मिट्टी के मुद्रा किसने बनाई थी ?
(A) पि-शेंग ने       
(B) ली कुआन येव     
(C) किम जोंग उन        
(D) इनमें से कोई नहीं

7. धातु के मूवेबुल टाइपों द्वारा प्रथम पुस्तक कहाँ छापी गई थी ?
(A) भारत       
(B) चीन       
(C) जापान      
(D) मध्य कोरिया

8. किस देश की सिविल सेवा परीक्षा ने मुद्रित पुस्तकों (सामग्रियों) की माँग बढ़ाई थी ?
(A) मिस्र       
(B) भारत       
(C) चीन        
(D) जापान

9. 13वीं सदी के अंतिम में किसके द्वारा ब्लॉक प्रिंटिंग के नमूने यूरोप पहुँचे थे ?
(A) मार्कोपोलो    
(B) निकितिन       
(C) इत्सिंग     
(D) मेगास्थनीज

10. समरकन्द-पर्शिया-सिरिया मार्ग को क्या कहा जाता है ?
(A) सूती मार्ग    
(B) रेशम मार्ग        
(C) उत्तर पथ    
(D) दक्षिण पथ

11. मुद्रण कला का विकास यूरोप में अधिक होने का मुख्य कारण क्या था ?
(A) चीनी भाषा में अधिक वर्णाक्षर का होना       
(B) चीनी भाषा में कम वर्णाक्षर का होना       
(C) यूरोप भाषा में अधिक वर्णाक्षर का होना        
(D) इनमें से कोई नहीं

12. प्रथम पेपर मिल की स्थापना कब हुई थी ?
(A) इंग्लैंड        
(B) फ्रांस         
(C) रूस        
(D) जर्मनी

13. यूरोप में कागज बनाने का पहला कारखाना कहाँ खोला गया था ?
(A) इंग्लैंड        
(B) फ्रांस         
(C) रूस        
(D) जर्मनी

14. गुटेनवर्ग का जन्म हुआ था ?
(A) इंग्लैंड        
(B) जर्मनी         
(C) इटली        
(D) फ्रांस

15. छापाखाना का आविष्कार किसने किया था ?
(A) गुटेनवर्ग       
(B) हम्फ्रीडेवी       
(C) शुओफर                    
(D) इनमें से कोई नहीं

16. गुटेनवर्ग ने सर्वप्रथम किस पुस्तक की छपाई की थी ?
(A) कुरान         
(B) गीता        
(C) हदीस         
(D) बाइबिल

17. “इन्डलजन्स” नामक पुस्तक किसने छापी थी ?
(A) गुटेनवर्ग     
(B) शुओफर      
(C) कार्ल मार्क्स      
(D) रुसो

18. इंग्लैंड में मुद्रणकला को पहुँचाने वाला कौन था ?
(A) सर विलियम कैक्सटन   
(B) हैमिल्टन       
(C) एडिसन       
(D) स्मिथ

19. मार्टिन लूथर कौन थे ?
(A) समाज सुधारक    
(B) राजनीतिक सुधारक       
(C) धर्म सुधारक     
(D) इनमें से कोई नहीं

20. “पंचानवे (95) स्थापनाएँ” किसने लिखी थी ?
(A) मार्टिन लूथर      
(B) गुटेनवर्ग      
(C) शुओफर     
(D) रुसो

21. प्रोटेस्टेंट धर्म सुधार आंदोलन की शुरुआत हुई थी ?
(A) दक्षिणी यूरोप में   
(B) उत्तरी यूरोप में       
(C) एशिया में     
(D) अफ्रीका में

22. प्रोटेस्टेंट सुधार आंदोलन की शुरुआत किसने की थी ?
(A) मार्टिन लूथर      
(B) गुटेनवर्ग      
(C) शुओफर     
(D) रुसो

23. “मुद्रण ईश्वर की दी हुई महानतम् देन है, सबसे बड़ा तोहफा।” यह किसने कहा था ?
(A) महात्मा गांधी       
(B) मार्टिन लूथर   
(C) मोहम्मद पैगम्बर      
(D) ईसा मसीह

24. इन्क्वीजीशन (Inquisition) क्यों शुरु किया गया था ?
(A) धर्मविरोधी विचारों को बढ़ाने के लिए       
(B) धर्मविरोधी विचारों को दबाने के लिए       
(C) ईसाई धर्म को फैलाने के लिए        
(D) इनमें से कोई नहीं

25. रूसो कहाँ का दार्शनिक था ?
(A) यूनान        
(B) जर्मनी         
(C) इटली        
(D) फ्रांस

26. शक्ति चालित बेलनाकार प्रेस का आविष्कार किसने किया था ?
(A) रिचर्ड आर्कराइट     
(B) रिचर्ड एम॰ हो॰       
(C) रिचर्ड निक्सन       
(D) जेम्स वॉट

27. ऑफसेट प्रेस से कितने रंगों में छपाई एक साथ की जा सकती थी ?
(A) 2 रंगों में         
(B) 3 रंगों में       
(C) 5 रंगों में     
(D) 6 रंगों में

28. भारत में प्रिंटिंग प्रेस सबसे पहले किनके द्वारा लाया गया था ?
(A) फ्रांसीसी धर्मप्रचारकों द्वारा       
(B) पुर्तगाली धर्मप्रचारकों द्वारा       
(C) अंग्रेज धर्मप्रचारकों द्वारा         
(D) इनमें से कोई नहीं

29. भारत में पहला छापाखाना कहाँ लगाया गया था ?
(A) बॉम्बे में       
(B) गुजरात में       
(C) केरल में    
(D) गोवा में

30. पहली तमिल पुस्तक कब छापी गई थी ?
(A) 1349       
(B) 1579       
(C) 1786        
(D) 1952

31. आधुनिक भारतीय प्रेस का प्रारंभ विलियम बोल्टस द्वारा कब किया गया था ?
(A) 1766       
(B) 1848       
(C) 1871        
(D) 1904

32. भारत में प्रथम समाचार-पत्र निकालने का श्रेय किसे जाता है ?
(A) गांधीजी       
(B) राम मोहन राय       
(C) जे० के० हिक्की    
(D) गंगाधर भट्टाचार्य

33. 1780 में जे० के० हिक्की ने किस समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ किया था ?
(A) इंडिया गजट    
(B) बंगाल गजट       
(C) कोलकाता गजट  
(D) इनमें से कोई नहीं

34. दूसरा भारतीय पत्र “इंडिया गजट” का प्रकाशन कब हुआ था ?
(A) नवम्बर 1780     
(B) नवम्बर 1789       
(C) नवम्बर 1799  
(D) नवम्बर 1820

35. भारतीयों द्वारा प्रकाशित प्रथम समाचार पत्र था ?
(A) इंडिया गजट     
(B) बंगाल गजट       
(C) कोलकाता गजट   
(D) इनमें से कोई नहीं

36. देशी भाषा समाचार पत्र अधिनियम (Vernacular Press Act) किस गवर्नर जनरल के समय में पारित हुआ था ?
(A) लार्ड लिटन      
(B) लार्ड कर्जन       
(C) लार्ड इरविन  
(D) लार्ड रिपन

37. वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट किस वर्ष पारित हुआ था ?
(A) 1878       
(B) 1848       
(C) 1871        
(D) 1905

38. समाचार पत्र अधिनियम (The Newspaper Act) कब पास किया गया था ?
(A) 1878       
(B) 1908       
(C) 1910       
(D) 1927

39. समाचार पत्र जाँच समिति का गठन कब किया गया था ?
(A) मार्च 1948                 
(B) अप्रैल 1952       
(C) मार्च 1947                 
(D) मार्च 1952

40. स्वतंत्र भारत में समाचार पत्र अधिनियम (The Press Objectionable Matters Act) किस वर्ष पारित हुआ था ?
(A) 1947       
(B) 1948       
(C) 1944        
(D) 1951

41. अखिल भारतीय समाचार पत्र परिषद् का गठन किनके सुझाव पर किया गया था ?
(A) बलंबत राय मेहता       
(B) न्यायाधीश जी॰ एस॰ राजाध्यक्ष       
(C) स्वर्ण सिंह                  
(D) इनमें से कोई नहीं

42. ईसाई सरकार के विरुद्ध एक संगठित जनमत बनाने का आह्वान किसने किया था ?
(A) अल-हिलाल       
(B) हमदर्द       
(C) निजाम-उल-मुल्क तथा अखबारे आम ने        
(D) यंग इंडिया

43. “क्या कारण है कि हिन्दू मजिस्ट्रेट अंग्रेज को दण्ड न दे सके पर अंग्रेज हिन्दू को? केवल पक्षपात !” अंग्रेजों द्वारा पक्षपात की नीति की आलोचना करते हुए किसने यह कहा था ?
(A) बालगंगाधर तिलक   
(B) भारतेन्दु       
(C) महात्मा गांधी      
(D) मार्टिन लूथर

44. ‘भारत मित्र’ ने भारत से किस चीज के निर्यात का विरोध किया था ?
(A) चावल         
(B) गेहूँ          
(C) मक्का         
(D) आलू

45. राममोहन राय, विद्यासागर, केशवचंद्र सेन आदि जैसे समाजसुधारकों ने जनमत हेतु किसको अपना हथियार बनाया था ?
(A) आंदोलन को   
(B) बंदूक को       
(C) प्रेस को     
(D) इनमें से कोई नहीं

46. बोअर युद्ध कहाँ हुआ था ?
(A) रूस में   
(B) इंग्लैंड में       
(C) भारत में     
(D) दक्षिण अफ्रीका में

50. संवाद कौमुदी नामक पत्रिका किसके द्वारा निकाला गया था ?
(A) बाल गंगाधर तिलक           
(B) महात्मा गांधी      
(C) राजा राम मोहन राय          
(D) मोतीलाल घोष

51. ब्राह्मिनिकल मैगजीन किसके द्वारा निकाला गया था ?
(A) बाल गंगाधर तिलक           
(B) महात्मा गांधी      
(C) राजा राम मोहन राय          
(D) मोतीलाल घोष

52. टाइम्स ऑफ इंडिया का प्रकाशन कब से शुरू हुआ ?
(A) 1770         
(B) 1780        
(C) 1861        
(D) 1932

53. निम्न में से कौन पत्रिका राष्ट्रवादी विचारों से ओत-प्रोत था ?
(A) सोम प्रकाश     
(B) अमृत बाजार पत्रिका        
(C) केसरी    
(D) इंग इंडिया

54. सोम प्रकाश नामक पत्रिका किसके द्वारा शुरू किया गया था ?
(A) बाल गंगाधर तिलक     
(B) ईश्वरचंद्र विद्यासागर      
(C) राजा राम मोहन राय    
(D) मोतीलाल घोष

55. उदार विचारों का पोषक अर्थात ब्रिटिश सरकार और कांग्रेस दोनों की आलोचना करने वाला समाचार पत्र था ?
(A) इंग्लिशमैन     
(B) टाइम्स ऑफ इंडिया        
(C) पायनियर   
(D) स्टेट्समैन

56. किस पत्र ने रातों-रात वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट से बचने के लिए अपनी भाषा बदल दी ?
(A) हरिजन   
(B) भारत मित्र        
(C) अमृतबाजार पत्रिका   
(D) हिन्दुस्तान रिव्यू

57. महात्मा गांधी ने किस पत्र का संपादन किया ?
(A) कामनवील    
(B) यंग इंडिया        
(C) बंगाली    
(D) बिहारी

58. अल हिलाल का संपादन किसने किया ?
(A) फिरोज शाह मेहता 
(B) मोहम्मद अली जिन्ना        
(C) मौलाना आजाद   
(D) महात्मा गांधी

59. बाम्बे कॉनिकल का संपादन किसने किया ?
(A) फिरोज शाह मेहता 
(B) मोहम्मद अली जिन्ना        
(C) मौलाना आजाद   
(D) महात्मा गांधी

60. एनी बेसेंट ने होमरूल के पक्ष में लोकमत का गठन किस पत्रिका द्वारा किया था ?
(A) केसरी        
(B) टाइम्स ऑफ इंडिया        
(C) न्यू इंडिया   
(D) इंडिपेंडेंस

61. मराठा नामक पत्रिका बाल गंगाधर तिलक द्वारा किस भाषा में प्रकाशित किया जाता था ?
(A) मराठी          
(B) अंग्रेजी          
(C) बांग्ला         
(D) हिंदी

62. हमदर्द का संपादन किसने किया ?
(A) फिरोज शाह मेहता  
(B) मोहम्मद अली जिन्ना        
(C) मौलाना आजाद  
(D) महात्मा गांधी

Subjective Answer Question

Q) निम्नलिखित के बारे में 20 शब्दों में लिखें ।
1) छापाखाना :– वह स्थान जहाँ मुद्रण यंत्र के उपयोग से छपाई कार्य किया जाता है, उसे छापाखाना कहते है ।
2) गुटेनबर्ग :– जर्मनी के कृषक-जमींदार व्यापारी परिवार में जन्मा व्यक्ति जिसने मुद्रण कला के ऐतिहासिक शोध को संघटित एवं एकत्रित किया ।
3) बाइबिल :– ईसाइयों का पवित्र धर्म ग्रंथ जिसमें ईसा मसीह के बारे में वर्णन मिलता है ।
4) रेशम मार्ग :– समरकन्द-पर्शिया-सिरिया मार्ग को ही रेशम मार्ग कहा जाता है यह एक व्यापारिक मार्ग है ।
5) मराठा :– बाल गंगाधर तिलक के संपादन में 1881 में बंबई से अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित समाचारपत्र ।
6) यंग इंडिया :– महात्मा गाँधी द्वारा प्रकाशित एक पत्रिका जो राष्ट्रवादी विचारों से ओत-प्रोत था ।
7) वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट :– वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट लार्ड लिटन के द्वारा 1878 में लागू किया गया था । भारतीय भाषाओं में छपने वाले समाचारपत्रों एवं पत्रिकाओं को प्रतिबंधित करता था । इसीलिए भारतीयों ने इसका विरोध किया ।
8) सर सैयद अहमद :– अलीगढ़ जर्नल नामक पत्र के सम्पादक जिसने राष्ट्रवादी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी ।
9) प्रोटेस्टेन्ट वाद :– मार्टिन लूथर द्वारा पोप के आधिपत्य का विरोध करने के लिए अपनाया गया मार्ग प्रोटेस्टेंटवाद कहलाता है ।
10) मार्टिन लूथर :– एक धर्म सुधारक जिसने रोमन कैथोलिक चर्च की कुरीतियों की आलोचना करते हुए अपनी 95वें स्थापनाएँ लिखीं ।

Q) गुटेनबर्ग ने मुद्रणयंत्र का विकास कैसे किया ?
उत्तर — गुटेनबर्ग का जन्म जर्मनी के एक जैतून तेल का कारोबार करने वाली समृद्ध परिवार में हुआ था । वह बचपन से ही जैतून से तेल निकालने वाली मशीन से परिचित था । इसी मशीन में फेर-बदल कर गुटेनबर्ग ने मुद्रणयंत्र का विकास किया । गुटेनबर्ग ने सीसा, टिन और बिसमथ से बने मिश्रधातु से मुद्रा का निर्माण किया साथ ही मुद्रण स्याही भी बनाई ।

Q) छापाखाना यूरोप में कैसे पहुँचा ?
उत्तर — छापाखाना की शुरुआत चीन में हुई थी । चीन और यूरोप के बीच सुप्रसिद्ध रेशम मार्ग द्वारा प्राचीन काल से ही व्यापार होता था । इसी रेशम मार्ग से होकर छापाखाना यूरोप पहुँचा । छापाखाना से निम्नांकित लाभ हुआ –
1) पांडुलिपि का स्थान मुद्रित पुस्तकों ने ले लिया ।
2) छापाखाना के कारण पुस्तकों की पहुँच समाज के सभी तबकों तक हो गई ।
3) पढ़ने की संस्कृति विकसित हुई जिससे एक नए पाठक वर्ग का जन्म हुआ ।
4) साक्षरता दर में वृद्धि हुई जिससे लोगों में तार्किक क्षमता का विकास हुआ ।

Q) इन्क्वीजीशन से आप क्या समझते हैं ? इसकी जरूरत क्यों पड़ी ?
उत्तर — ईश्वर एवं सृष्टि के बारे में रोमन कैथोलिक चर्च की मान्यताओं के विपरीत विचार आने से कैथोलिक चर्च क्रुद्ध हो गया और तथाकथित धर्मविरोधी विचारों को दबाने के लिए शुरू किया गया आन्दोलन इन्क्वीजीशन कहलाता है । इसकी सहायता से विरोधी विचारधारा के प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं पर प्रतिबंध लगाया गया ।

Q) पाण्डुलिपि क्या है ? इसकी क्या उपयोगिता है ?
उत्तर — हस्तलिखित पुस्तक अथवा अध्ययन सामग्री को पांडुलिपि कहा जाता है । छापाखाना के आविष्कार से पहले पूरे विश्व में पांडुलिपियों के माध्यम से ही ज्ञान को संग्रहित किया जाता था । इसकी निम्नलिखित उपयोगिता है –
1) पांडुलिपि के माध्यम से हम छापाखाना के आविष्कार के पहले के साहित्य और संस्कृति से अवगत होते है ।
2) पांडुलिपि के माध्यम से हम प्राचीन और वर्तमान साहित्य और संस्कृति का तुलनात्मक अध्ययन कर सकते हैं ।

Q) लार्ड लिटन ने राष्ट्रीय आंदोलन को गतिमान बनाया । कैसे ?
उत्तर — लार्ड लिटन ने वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट द्वारा भारतीय समाचार पत्रों पर प्रतिबंध लगा दिया जिससे जनमानस उद्वेलित हो गया और इससे राष्ट्रीय आन्दोलन को बल मिला ।

Q) मुद्रण क्रांति ने आधुनिक विश्व को कैसे प्रभावित किया ?
उत्तर — मुद्रण क्रांति ने आधुनिक विश्व को निम्नलिखित तरीके से प्रभावित किया –
1) मुद्रण क्रांति के परिणामस्वरूप पुस्तक निर्माण में अप्रत्याशित वृद्धि हुई जिससे पुस्तकों के मूल्य में कमी आई और यह समाज के सभी वर्गों को आसानी से उपलब्ध होने लगी ।
2) पुस्तकों की सहज उपलब्धता के कारण पढ़ने की नई संस्कृति का विकास हुआ। फलतः पाठकों का एक नया वर्ग उत्पन्न हुआ ।
3) पुस्तकों को सिर्फ साक्षर व्यक्ति ही पढ़ सकते थे । अतः साक्षरता का विकास हुआ जिससे लोगों में तार्किक क्षमता विकसित हुई ।
4) मुद्रण क्रांति ने पुनर्जागरण की पृष्ठभूमि निर्मित की जिससे सत्य की परख अब विवेक और तर्क की कसौटी पर किया जाने लगा ।  परिणामस्वरूप यूरोप में धर्म सुधार आंदोलन प्रारंभ हुआ ।
5) मुद्रण कांति ने राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तनों को भी जन्म दिया । मुद्रण क्रांति ने फ्रांस सहित विभिन्न देशों में सामाजिक परिवर्तनों का मार्ग तो प्रशस्त किया ही है साथ ही समाज में व्याप्त विभिन्न अंधविश्वासों और कुरीतियों को सामने लाकर उन्हें दूर करने का महान कार्य भी किया ।
6) मुद्रण क्रांति ने साहित्य, मनोरंजन और धार्मिक गतिविधि की जानकारी को विस्तृत किया है ।

Q) 19वीं सदी में भारत में प्रेस के विकास को रेखांकित करें ।
उत्तर — 19वीं सदी को भारत में प्रेस के विकास का स्वर्णकाल कहा जा सकता है। इस सदी में प्रेस ने भारतीय समाज और राजनीति को निम्नलिखित तरीकों से प्रभावित किया —
मुद्रणालयों का आगमन :- 18वीं सदी के अंत में भारत में मुद्रणालयों का आगमन हुआ। शुरुआती दौर में ये मुद्रणालय अंग्रेजी भाषा के समाचार पत्रों के प्रकाशन के लिए उपयोग किए जाते थे।
देशी भाषाओं में प्रकाशन :- धीरे-धीरे देशी भाषाओं में समाचार पत्रों का प्रकाशन शुरू हुआ। बंगाली, मराठी, हिंदी, उर्दू आदि भाषाओं में समाचार पत्रों ने जनता तक अपनी आवाज पहुंचाई।
राष्ट्रीय चेतना का जागरण :- प्रेस ने भारतीयों में राष्ट्रीय चेतना को जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समाचार पत्रों ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध जनमत तैयार किया और स्वतंत्रता संग्राम को बल प्रदान किया।
सामाजिक सुधार :- प्रेस ने सामाजिक बुराइयों जैसे सती प्रथा, बाल विवाह आदि के खिलाफ आवाज उठाई और समाज सुधार के लिए जन जागरूकता पैदा की।
शिक्षा का प्रसार :- प्रेस ने शिक्षा के महत्व को समझाया और लोगों को शिक्षित होने के लिए प्रेरित किया।
राष्ट्रीय नेताओं का उदय :-  प्रेस ने कई राष्ट्रीय नेताओं को जन्म दिया, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया।

                      ब्रिटिश सरकार ने कई बार प्रेस की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया। वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट 1878 एक ऐसा ही कानून था, जिसका उद्देश्य देशी भाषा के समाचार पत्रों पर नियंत्रण रखना था। लेकिन इन प्रयासों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ और आवाज उठाने में मदद ही की ।

Q) भारतीय प्रेस की विशेषताओं को लिखें ।
उत्तर — भारतीय प्रेस की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
1) 1857 के पहले भारतीय प्रेस का जनमत पर कोई विशेष प्रभाव नहीं था और समाचार पत्रों का वितरण काफी कम था। परंतु इसके बाद इसका काफी विकास हुआ।
2) भारतीय प्रेस 1857 के बाद दो भागों में बँट गया – i) एंग्लो-इंडियन प्रेस और ii) भारतीय प्रेस। एंग्लो-इंडियन प्रेस अंग्रेजी सरकार का समर्थक और फूट डालो और शासन करो की नीति का पक्षधर था। वहीं भारतीय प्रेस अंग्रेजी सरकार का आलोचक और भारतीयों में एकता का पक्षधर था।
3) भारतीय प्रेस ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन का पूर्ण समर्थन किया और तत्कालीन सभी महत्वपूर्ण नेताओं ने समाचार पत्रों का प्रकाशन अथवा संपादन किया।
4) भारतीय देशभक्ति ने पत्रकारिता को पैसा की जगह मिशन के रूप में अपनाया था वे लोग प्रेस के माध्यम से अंग्रेजी सरकार की वास्तविकता को आम जनता तक पहुँचाना चाहते थे।
5) भारतीय प्रेस ने सामाजिक सुधार क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और विभिन्न सामाजिक कुरीतियों तथा अंधविश्वासों पर कठोर प्रहार किया।

Q) राष्ट्रीय आंदोलन को भारतीय प्रेस ने कैसे प्रभावित किया ?
उत्तर — राष्ट्रीय आंदोलन को भारतीय प्रेस को निम्नलिखित तरीके से प्रभावित किया –
1) राजनीतिक :– भारतीय प्रेस ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के वास्तविक चरित्र को आम जनता के समक्ष प्रस्तुत कर उनमें राजनीतिक चेतना जगाने का काम किया । इससे भारतीयों में अंग्रेजों के प्रति क्रोध बढ़ा और वे राष्ट्रीय आंदोलन में भागीदार बन गए ।
2) आर्थिक :– भारतीय प्रेस ने भारत की आर्थिक बदहाली के लिए अंग्रेजों की औपनिवेशिक आर्थिक नीति को जिम्मेवार बताया है । इससे भारतीयों में अंग्रेजों के प्रति क्रोध बढ़ा और वे राष्ट्रीय आंदोलन में भागीदार बन गए ।
3) सामाजिक :– भारतीय प्रेस ने सामाजिक सुधार आंदोलन का समर्थन किया और जाति प्रथा तथा छुआछूत का विरोध कर राष्ट्रीय आंदोलन के सामाजिक दायरे को विस्तृत किया । फलतः राष्ट्रीय आंदोलन में समाज का हर तबका शामिल हो गया ।
4) धार्मिक :– भारतीय प्रेस ने सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देकर हिंदु और मुस्लिम दोनों को एक साथ राष्ट्रीय आंदोलन में जोड़ने का प्रयास किया ।

Q) मुद्रण यंत्र की विकास यात्रा को रेखांकित करें । यह आधुनिक स्वरूप में कैसे पहुँचा ?
उत्तर — मुद्रण यंत्र की विकास यात्रा एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक प्रक्रिया है, जिसने ज्ञान और सूचना के प्रसार में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया। इसकी यात्रा को निम्नलिखित प्रमुख चरणों में रेखांकित किया जा सकता है
i) चाइनीज़ ब्लॉक प्रिंटिंग (7वीं सदी) :– चीन में, काष्ठ के ब्लॉकों पर चित्र और अक्षर उकेरकर मुद्रण किया जाता था। यह प्रक्रिया धैर्य और समय लेने वाली थी, लेकिन इसने प्रारंभिक मुद्रण तकनीक का आधार बनाया।
ii) मूवेबल टाइप का आविष्कार (15वीं सदी) :– जर्मन सोने के कारीगर जोहान्स गुटेनबर्ग ने 1440 के आसपास मूवेबल टाइप मुद्रण प्रणाली का आविष्कार किया। उन्होंने धातु के अक्षरों का उपयोग किया, जिससे प्रत्येक अक्षर को स्वतंत्र रूप से रखा जा सकता था। यह तकनीक सस्ती और तेज़ मुद्रण की क्षमता प्रदान करती थी।
iii) मुद्रण क्रांति (1455) :– गुटेनबर्ग ने पहली बार पूरी बाइबल को मुद्रित किया, जिसे “गुटेनबर्ग बाइबल” कहा जाता है। इसने मुद्रण क्रांति की शुरुआत की, जिससे ज्ञान का प्रसार तेजी से हुआ और यूरोप में पुनर्जागरण का मार्ग प्रशस्त हुआ।
iv) उन्नत मुद्रण तकनीकें (16वीं-17वीं सदी) :– मुद्रण तकनीक में कई सुधार हुए, जैसे कि स्टैम्प प्रेस और वेब प्रेस। इन तकनीकों ने बड़े पैमाने पर मुद्रण को संभव बनाया और पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों के विकास में योगदान दिया।
v) इलेक्ट्रिक प्रेस का विकास (19वीं सदी) :– इलेक्ट्रिक प्रेस का आविष्कार हुआ, जिसने मुद्रण की गति और दक्षता को और बढ़ाया। यह तकनीक विशेष रूप से समाचार पत्रों के उद्योग में महत्वपूर्ण साबित हुई।
vi) डिजिटल मुद्रण (20वीं सदी के अंत) :– कंप्यूटर और डिजिटल तकनीक के आगमन ने मुद्रण की दुनिया में एक नया मोड़ दिया। डिजिटल प्रिंटिंग तकनीक ने छोटे बैचों में उच्च गुणवत्ता वाले प्रिंटिंग को संभव बनाया।
vii) आधुनिक मुद्रण तकनीक (इंकजेट और लेजर प्रिंटिंग) :– आज, इंकजेट और लेजर प्रिंटिंग तकनीकें सबसे अधिक प्रचलित हैं। ये तकनीकें तेज़, सटीक, और किफायती हैं, जिससे व्यवसायों और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए मुद्रण प्रक्रिया सरल हो गई है।
viii) 3डी प्रिंटिंग (21वीं सदी) :– 3डी प्रिंटिंग ने मुद्रण की परिभाषा को पूरी तरह से बदल दिया है। यह तकनीक वस्तुओं को तीन आयामों में बनाने की क्षमता प्रदान करती है, जिसका उपयोग औद्योगिक, चिकित्सा, और व्यक्तिगत परियोजनाओं में किया जा रहा है।

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