Bihar Board Class 9th Biology : प्रिय विद्यार्थियों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है Bihar Board Class 9th Biology : स्वास्थ्य और रोग (Health And Diseases) का वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ), लघु एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Short And Long Answer Questions) ।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ)
1. अच्छे स्वास्थ्य की मूल शर्त क्या है ?
(A) संतुलित आहार
(B) व्यक्तिगत और घरेलू स्तरों पर स्वच्छता
(C) स्वच्छ भोजन, जल एवं हवा
(D) इनमें सभी
2. इनमें कौन आहार संतुलित न होने के कारण होनेवाला रोग है?
(A) हीनताजनित रोग
(B) पायरिया
(C) मुँह का कैंसर
(D) दमा
3. भोजन में लौह खनिज के कमी से होनेवाला रोग कहलाता है ?
(A) पायरिया
(B) दमा
(C) एनीमिया
(D) यकृत-कैंसर
4. इनमें किसके कारण मुँह के कैंसर होने की संभावना अधिक होती है ?
(A) तंबाकू चबाने से
(B) दूषित वायु में साँस लेने से
(C) मच्छर के काटने से
(D) असंतुलित भोजन करने से
5. इनमें कौन शरीर के जोड़ों को प्रभावित करनेवाला मानव रोग है ?
(A) हेपेटाइटिस
(B) गठिया
(C) क्षय रोग
(D) डायरिया
6. वैसे संकेत जो शारीरिक अंगों के सामान्य कार्य न करने से मिलते हैं तथा जिसे केवल रोगी ही महसूस कर सकता है, कहलाता है ?
(A) तीव्र रोग
(B) चिरकालिक रोग
(C) रोग लक्षण
(D) इनमें सभी
7. त्वचा एवं आँखों के सफेद भाग का पीला होना किस रोग के चिह्न हैं ?
(A) कन्जंक्टिवाइटिस
(B) आर्थ्राइटिस
(C) डायरिया
(D) हेपेटाइटिस
8. ऐसे रोग जो अचानक उत्पन्न होते हैं तथा जिनका प्रभाव कम समय के लिए, परंतु तीक्ष्ण होते हैं, किस श्रेणी के रोग हैं ?
(A) चिरकालिक
(B) तीव्र
(C) संक्रामक
(D) कृमि-जनित रोग
9. वैसे रोग जो शारीरिक रचना या शारीरिक क्रियाओं के दोषों के कारण स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, कहलाते हैं ?
(A) आंतरिक कारक से होनेवाले रोग
(B) बाह्य कारक से होनेवाले रोग
(C) संक्रामक रोग
(D) आनुवंशिक रोग
10. वैसे रोग जो बच्चों को जन्मकाल से अपने माता-पिता से प्राप्त होते हैं, क्या कहलाते हैं ?
(A) संक्रामक रोग
(B) तीव्र रोग
(C) चिरकालिक रोग
(D) आनुवंशिक रोग
11. हिमोफीलिया निम्नलिखित में से किस श्रेणी का रोग है ?
(A) तीव्र रोग
(B) चिरकालिक रोग
(C) आनुवंशिक रोग
(D) वाइरस-जनित रोग
12. भीमकाय (Gigantism) किस श्रेणी के रोग हैं ?
(A) हॉर्मोन की गड़बड़ी से होनेवाले रोग
(B) तीव्र रोग
(C) चिरकालिक रोग
(D) बैक्टीरिया-जनित रोग
13. इंसुलिन नामक हॉर्मोन के स्राव में गड़बड़ी से होनेवाला रोग है ?
(A) भीमकाय
(B) मधुमेह
(C) अमीबीय पेचिश
(D) निद्रारोग
14. वृद्धि हॉर्मोन के ज्यादा बनने के कारण होनेवाला रोग है ?
(A) पोलियो
(B) न्यूमोनिया
(C) जायगैंटिज्म
(D) चेचक
15. सूक्ष्मरोगाणु के कारण मनुष्यों में होनेवाले रोग निम्नांकित किस श्रेणी में आते हैं ?
(A) तीव्र रोग
(B) आंतरिक कारकों से होनेवाले रोग
(C) चिरकालिक रोग
(D) बाह्य कारकों से होनेवाले रोग
16. इनमें कौन संक्रामक रोग है ?
(A) डिप्थेरिया
(B) रेबिज
(C) कालाजार
(D) इनमें सभी
17. ऐसे रोग जो संक्रमण अभिकर्ताओं जैसे रोगाणुओं के कारण नहीं होते हैं, क्या कहलाते हैं ?
(A) संक्रामक रोग
(B) असंक्रामक रोग
(C) चिरकालिक रोग
(D) तीव्र रोग
18. अमीबीय पेचिश निम्नांकित में किस प्रकार के रोगाणु के संक्रमण से होता है ?
(A) बैक्टीरिया
(B) वाइरस
(C) प्रोटोजोआ
(D) कृमि
19. इनमें कौन वैसे श्रेणी का रोग है जिनके उपचार के लिए दिए गए औषधि से केवल रोग के लक्षण ही ठीक हो पाते हैं, मूल रोग नहीं ?
(A) इंफ्लुएंजा
(B) मलेरिया
(D) फाइलेरिया
(D) टिउबरकुलोसिस
20. इनमें किस रोगाणु पर प्रतिजैविक (Antibiotic) औषधियों का असर नहीं होता है ?
(A) बैक्टीरिया
(B) वाइरस
(C) प्रोटोजोआ
(D) फंजाई
21. एडवर्ड जेनर (1795) ने निम्नांकित में किसकी खोज की थी ?
(A) बैक्टीरिया की
(B) वाइरस की
(C) प्रतिजैविकी की
(D) टीका की
22. टीकाकरण के द्वारा निम्नांकित किस रोग का नियंत्रण किया जा सकता है ?
(A) डायबीटीज की
(B) पोलियो की
(C) हीमोफीलिया की
(D) डायरिया की
23. TAB के टीके द्वारा निम्नांकित किस रोग का नियंत्रण किया जा सकता है ?
(A) टाइफॉइड की
(B) डायरिया की
(C) क्षयरोग की
(D) रेबिज की
24. रेबिज के वाइरस से ग्रसित कुत्ते के काटने पर निम्नांकित में किस प्रकार की सूई लगवानी चाहिए?
(A) हेपेटाइटिस B का टीका
(B) TAB का टीका
(C) पाश्चर का टीका
(D) OPV का टीका
25. निम्नांकित किसके कारण AIDS रोग होने की संभावना होती है ?
(A) विषाक्त भोजन से
(B) दूषित वायु एवं पेयजल से
(C) पागल (संक्रमित) कुत्ते के काटने से
(D) अनैतिक यौन संबंध से
26. सूक्ष्मजीव रोगाणुओं के कारण होनेवाले रोग क्या कहलाते हैं ?
(A) संक्रामक रोग
(B) आनुवंशिक रोग
(C) तीव्र रोग
(D) चिरकालिक रोग
27. इनमें कौन असंक्रामक रोग है ?
(A) कॉलेरा
(B) फाइलेरिया
(C) कैंसर
(D) हेपेटाइटिस
28. फिजियोथेरापी द्वारा इनमें किस रोग की तीव्रता को कुछ कम किया जा सकता है ?
(A) एड्स
(B) पोलियो
(C) रेबिज
(D) हेपेटाइटिस
29. पाश्चर टीका किस रोग के इलाज की दवा है ?
(A) एड्स
(B) हेपेटाइटिस
(C) पोलियो
(D) हाइड्रोफोबिया
30. क्षय रोग किस संक्रामक सूक्ष्मजीव के कारण होता है ?
(A) माइकोबैक्टेरियम टिउबरकुलोसिस
(B) रैबडो वाइरस
(C) HIV
(D) सालमोनेला टाइफी
31. पल्स पोलियो कार्यक्रम किस रोग के विरुद्ध चलाया जा रहा अभियान है ?
(A) एड्स
(B) हेपेटाइटिस
(C) पोलियो
(D) क्षय रोग
32. संक्रमिक रक्त, शुक्राणु तथा माँ के दूध से किस रोग के संक्रमण की संभावना होती है ?
(A) मलेरिया
(B) टाइफॉइड
(C) रेबिज
(D) एड्स
33. बार-बार कँपकपी के साथ तेज बुखार होना किस रोग का लक्षण है ?
(A) मलेरिया
(B) डायरिया
(C) पोलियो
(D) रेबिज
34. इनमें कौन चिरकालिक रोग के श्रेणी में आते हैं ?
(A) इंफ्लुएंजा
(B) दमा एवं गठिया
(C) डायरिया
(D) रेबिज
35. अनैतिक यौन-संबंधों से बिल्कुल दूर रहकर किस रोग की संभावना से बचा जा सकता है ?
(A) पोलियो
(B) टाइफॉइड
(C) एड्स
(D) डायरिया
36. एक व्यक्ति स्वस्थ तब कहलाता है जब वह मुक्त होता है ?
(A) मानसिक तनाव से
(B) रोग से
(C) रोग एवं मानसिक तनाव से
(D) बैक्टीरिया एवं वाइरस से
37. ऐसे रोग जो बहुत समय तक बने रहते हैं, कहलाते हैं ?
(A) तीव्र
(B) चिरकालिक
(C) रोग-लक्षण
(D) रोग-चिह्न
38. संक्रमित मादा ऐनोफेलीज मच्छर के काटने से फैलनेवाला रोग है ?
(A) मलेरिया
(B) पोलियो
(C) टाइफॉइड
(D) क्षयरोग
39. संक्रमित पेयजल से फैलनेवाला रोग है ?
(A) मलेरिया
(B) टिटेनस
(C) मोटापा
(D) हेपेटाइटिस
40. AIDS का कारक है ?
(A) फंजाई
(B) प्रोटोजोआ
(C) HIV
(D) बैक्टीरिया
लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Questions)
1. अच्छे स्वास्थ्य की तीन मूल शर्तों के नाम लिखें।
उत्तर — i) संतुलित आहार ii) व्यक्तिगत एवं घरेलू स्वास्थ्य iii) व्यायाम एवं विश्राम
2. ऐसे तीन रोगों के नाम लिखें जिन्हें स्वच्छ पेयजल का उपयोग कर फैलने से रोका जा सकता है।
उत्तर — अमीबीय पेचिश, हैजा और टाइफॉयड
3. तीन संक्रामक रोगों के नाम लिखें।
उत्तर — हैजा, इंफ्लुएंजा और न्यूमोनिया
4. दो असंक्रामक रोगों के नाम लिखें।
उत्तर — कैंसर और मधुमेह
5. ऐसे रोग जो बहुत लंबे समय तक बनी रहती है, क्या कहलाते हैं?
उत्तर — चिरकालिक रोग
6. सूक्ष्मजीव रोगाणुओं के कारण होनेवाले रोग क्या कहलाते हैं?
उत्तर — संक्रामक रोग
7. बाह्य कारकों द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलनेवाला रोग क्या कहलाता है?
उत्तर — संचारित रोग
8. हाइड्रोफोबिया रोग का दूसरा नाम क्या है?
उत्तर — रेबिज
9. टाइफॉइड रोग के कारक का नाम लिखें।
उत्तर — Salmonella typhi
10. AIDS का पूरा नाम लिखें।
उत्तर — Acquired Immune Deficiency Syndrome
11. HIV का पूरा नाम लिखें।
उत्तर — Human immune deficiency virus
12. क्षयरोग या टी.बी. किस संक्रामक बैक्टीरिया के कारण होता है?
उत्तर — Mycobacterium tuberculosis
13. वैसा आहार जिसमें सभी पोषक तत्त्व समुचित मात्रा में उपलब्ध हो, क्या कहलाता है?
उत्तर — संतुलित आहार
14. टीका की खोज का श्रेय किसको दिया जाता है?
उत्तर — एडवर्ड जेनर
15. हमारे देश में पोलियो के विरुद्ध चलाया गया कार्यक्रम क्या कहलाता है?
उत्तर — PPP (Pulse Polio Programme)
16. क्षयरोग या टी॰बी॰ से सुरक्षा के लिए शिशुओं को किसका टीका लगवाना चाहिए?
उत्तर — BCG
17. लौह खनिज की कमी से होनेवाला रोग क्या कहलाता है?
उत्तर — एनीमिया
18. हॉर्मोन की गड़बड़ी से हमारे शरीर में होनेवाले किन्हीं दो रोगों के नाम लिखे।
उत्तर — मधुमेह और बौनापन
19. शरीर में किस हॉर्मोन के ज्यादा बनने से जायगैटिज्म नामक रोग होता है?
उत्तर — वृद्धि हार्मोन
20. एनसेफैलाइटिस तथा चेचक किस श्रेणी के सूक्ष्म रोगाणु से होनेवाले रोग हैं?
उत्तर — विषाणु
21. संचारित रोग के कोई दो उदाहरण दें।
उत्तर — AIDS और T.B.
22. मलेरिया रोग किस परजीवी के कारण होता है?
उत्तर — Plasmodium
23. अमीबी पेचिश किस प्रोटोजोआ के संक्रमण से होता है?
उत्तर — Entamoeba histolytica
24. टाइफॉइड नामक रोग के रोकथाम के लिए लगाए जानेवाला टीका क्या कहलाता है?
उत्तर — TAB
25. DOTS के द्वारा किस रोग की चिकित्सा की जाती है?
उत्तर — T.B.
26. इंटरफेरॉन की सूई किस रोग के नियंत्रण में सहायक है?
उत्तर — हेपेटाइटिस
27. रैबडो वाइरस के कारण होनेवाले रोग का नाम बताएँ।
उत्तर — रेबिज
28. पोलियो से ग्रसित अंग में रोग की तीव्रता कम करने के लिए उपचार की कौन-सी विधि अपनाई जाती है?
उत्तर — Physiotherapy
29. पोलियो वाइरस से सुरक्षा के लिए बच्चों को पिलाए जानेवाली दवा की बूँद क्या कहलाती है?
उत्तर — OPV (oral polio vaccine)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Questions)
स्वास्थ्य और रोग (Health And Diseases)
- हम जानते हैं कि सामान्य एवं सुखी जीवन के लिए उत्तम स्वास्थ्य तथा निरोग शरीर का होना अनिवार्य है।
- बहुत पहले, अज्ञानता के कारण मानव बीमारियों को ईश्वर का प्रकोप (wrath of God) मानता था।
- कुछ शताब्दी पूर्व तक मानव की ऐसी धारणा थी कि अस्वस्थ एवं रोगग्रस्त शरीर जीवन-मृत्यु चक्र के बीच आने वाली एक स्थिति है।
स्वास्थ्य (Health)
- ‘स्वास्थ्य’ वह अवस्था है जिसके अंतर्गत शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक कार्य समुचित क्षमता द्वारा उचित प्रकार से किया जा सके।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार – वह स्थिति जिसमें पूर्ण शारीरिक, मानसिक और सामाजिक संपन्नता हो, न कि केवल बीमारियों या पीड़ा का न होना।
अच्छे स्वास्थ्य की मूल शर्तें (Basic Conditions of Good Health)
- संतुलित आहार (Balance diet)
- व्यक्तिगत एवं घरेलू स्वास्थ्य (Personal and domestic hygiene)
- स्वच्छ भोजन एवं जल (Clean food and water)
- शुद्ध एवं स्वच्छ हवा (Pure and clean air)
- व्यायाम एवं विश्राम (Exercise and relaxation)
- दुर्व्यसन का न होना (No addiction)
रोग (Disease)
- “Disease is opposite to health”.
- यदि किसी जीव में किसी भी करण वश कोई भी अंग सामान्य रूप से कार्य नहीं कर पाते हैं तब यह रोग कहलाता है। उदाहरण – गठिया (Arthritis), हैजा (cholera), क्षयरोग (T.B.), मलेरिया (malaria), आदि ।
Disease symptoms and common signs of diseases (रोग लक्षण और रोगों के सामान्य चिन्ह्)
- वैसे संकेत जो शारीरिक अंगों के सामान्य कार्य न करने से मिलते हैं तथा जिसे केवल रोगी ही महसूस कर सकता है, रोग लक्षण कहलाता है। जैसे – गले या पेट में दर्द होना, चक्कर आना इत्यादि।
- रोगों के सामान्य चिन्ह वैसी स्थिति है जो शरीर में परिवर्तन को दर्शाते हैं। जैसे – त्वचा के रंग में परिवर्तन, ग्रंथियों में सूजन, आंखों का लाल होना इत्यादि।
- रोग लक्षण तथा चिन्ह चिकित्सक (Doctor) को रोगों के प्रकार को पहचानने में सहायता करते हैं। चिकित्सक इसके अतिरिक्त कई प्रकार की जांच भी करवा सकते हैं। जैसे – रक्त जांच, एक्स-रे (X-ray) तथा अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) आदि।
Acute and chronic disease (तीव्र तथा चिरकालिक रोग)
- वैसा रोग जो अचानक उत्पन्न होते हैं तथा जिनका प्रभाव कम समय के लिए तथा तीक्ष्ण होता है, तीव्र रोग कहलाते हैं। जैसे – सर्दी (common cold), इनफ्लुएंजा (influenza), मलेरिया (malaria), आदि।
- वैसा रोग जो बहुत समय तक बने रहते हैं, चिरकालिक रोग कहलाते हैं।
- चिरकालिक रोग सामान्यतः पूर्ण रूप से ठीक नहीं होते हैं। इनके लक्षणों को दवाओं के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। जैसे – दमा (Asthma), गठिया (Arthritis), क्षयरोग (T.B.), मधुमेह (diabetes) आदि।
Types of diseases (रोगों के प्रकार)
- सामान्यतः रोगों को दो भागों में बाँटा गया है —
- आंतरिक कारणों से होने वाला रोग (Diseases caused by internal or intrinsic factors)
- बाह्य कारणों से होने वाला रोग (Diseases caused by external or extrinsic factors)
आंतरिक कारणों से होने वाला रोग (Diseases caused by internal or intrinsic factors
- वैसा रोग जो शारीरिक रचना या शारीरिक क्रियाओं के दोषों के कारण उत्पन्न होते है, उसे आंतरिक कारणों से होने वाला रोग कहते है।
- आंतरिक कारणों से होने वाला रोग को पुनः दो भागों में बाँटा गया है —
- अनुवांशिक (Hereditary) :– वैसा रोग जो वंशानुगत होते हैं, अर्थात माता-पिता से उनकी संतानों में पीढ़ी-दर-पीढ़ी पहुंचते है, उसे अनुवांशिक रोग कहते है। जैसे – हीमोफीलिया (Haemophilia), colour blindness etc.
- हॉर्मोन की गड़बड़ी (Hormone disturbance) :– वैसा रोग जो हार्मोन की आवश्यकता से कम या ज्यादा बनने से होते है, उसे हॉर्मोन की गड़बड़ी के कारण होने वाला रोग कहते हैं। जैसे – मधुमेह (Diabetes) = Insulin तथा भीमकायत्वया (Gigantism) = Growth Hormone
बाह्य कारणों से होने वाला रोग (Diseases caused by external or extrinsic factors)
- वैसा रोग जो बाहरी कारणों जैसे कुछ सूक्ष्मजीवी (जीवाणु, विषाणु इत्यादि) से उत्पन्न होता है, उसे बाह्य कारणों से होने वाला रोग कहते है। रोग उत्पन्न करने वाले सूक्ष्मजीवी रोगाणु (pathogens) कहलाते हैं।
- बाह्य कारणों से होने वाला रोग को पुनः दो भागों में बाँटा गया है —
- संचारित या संक्रामक रोग (Communicable or infectious disease) :– यदि कोई रोग एक जीव से दूसरे जीव या एक मनुष्य से अन्य मनुष्य में फैल जाए तब यह संचारित रोग कहलाता है। जैसे – T.B., AIDS, Malaria, Ringworm etc. सभी संक्रामक रोग संचारित रोग नहीं होते है। जैसे – टिटेनस (Tetanus)
- असंचारित या असंक्रामक रोग (Non-communicable or Non-infectious disease) :– यदि कोई रोग एक जीव से अन्य जीव में नहीं फैले और वह रोग व्यक्तिगत हो तब यह असंचारित रोग कहलाता है। जैसे – Cancer, Diabetes, Asthma, Dwarfism etc.
उपचार (Treatment)
- यदि कोई जैविक दवा रोग होने के बाद रोग के उपचार हेतु रोगाणुओं को नष्ट करने के लिए किया जाए, तब यह एंटिबायोटिक (Antibiotics) कहलाता है।
- ऐंटिबायोटिक का सफल उपयोग संक्रामक बैक्टीरिया तथा फंजाई को नष्ट करने में किया जाता है, लेकिन वायरस पर ऐंटीबायोटिक का असर नहीं होता है। इसका कारण यह है कि वायरस की रचना जीवाणु से बिल्कुल भिन्न है।
- यदि कोई जैविक दवा रोग होने से पहले सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस्तेमाल किया जाए, तब यह टीका (Vaccine) कहलाता है। टीके को जीवों के शरीर में प्रवेश कराने की विधि टीकाकरण (Vaccination) कहलाता है।
- Cholera, typhoid, polio, diphtheria, whooping cough, tetanus, smallpox, hepatitis and rabies आदि का टीका विकसित हो चुका है।
Pulse Polio Programme (पल्स-पोलियो कार्यक्रम)
- PPP पोलियो नामक रोग के विरुद्ध हमारे देश में चलाया जा रहा एक अभियान है। इसके अंतर्गत Polio का टीका 5 वर्ष तक के शिशुओं को चरणबद्ध तरीके (phased manner) से दी जाती है। पोलियो के टीके को दवा की खुराक की तरह मुख से पिलाई (orally) जाती है।
मलेरिया (Malaria)
- मलेरिया प्लाज्मोडियम (मलेरिआई) के कारण होने वाले रोग है। यह परजीवी मनुष्य के यकृत एवं RBC में तथा मादा ऐनोफेलीज मच्छर के आमाशय में विभाजित होकर वृद्धि करता है।
लक्षण
- रोगी व्यक्ति को कंपन के साथ तेज बुखार आता है।
- सिर दर्द, चक्कर आना, कमजोरी इत्यादि सामान्य लक्षण है।
- रक्त की कमी होना तथा प्लीहा का आकार बढ़ जाना
रोकथाम
- हमें स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
- हमें मच्छरदानी या मच्छर-निरोधक क्रीम का उपयोग करना चाहिए।
- कुछ मछलियाँ, जैसे गैंबुसिया (Gambusia) मच्छर के अंडों, लार्वा, प्यूपा आदि खाते है।
उपचार
- मलेरिया के रोगी को कुनैन (quinine) (जो cinchona पेड़ की छाल से) और अर्टीथर (arteether) (जो Antemisia पेड़ से) दिया जाता है।
डायरिया (Diarrhoea)
- डायरिया का अर्थ बार-2 पतला दस्त होता है। यह रोग कई प्रकार के रोगाणुओं के संक्रमण से हो सकता है। इस रोग में मनुष्य का आमाशय और आँत प्रभावित होता है।
- एसचेरीचिया कोलाई (Escherichia coli), सलमोनेला एंटेरेटाइडिस (Salmonella enteritidis), एंटअमीबा हिस्टोलिटीका (Entamoeba histolytica) इत्यादि प्रमुख रोगाणु है।
लक्षण (Symptoms)
- रोगी व्यक्ति को बार-2 पतला दस्त और उलटी होता है।
- रोगी व्यक्ति के शरीर से जल की अत्यधिक क्षति होने के कारण निर्जलीकरण (dehydration) की समस्या उत्पन्न होती है।
- रोगी व्यक्ति में पेट दर्द, कमजोरी, चक्कर आना इत्यादि लक्षण भी देखा जाता है।
रोकथाम (Prevention)
- सभी को व्यक्तिगत तथा घरेलू स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए।
- पके भोजन को ढँककर रखना चाहिए।
- ज्यादा तेलीय, मसालेदार और होटल आधारित भोजन से परहेज रखना चाहिए।
उपचार (Treatment)
- इस रोग में पानी तक भी नहीं पचता है, इसलिए रोगी व्यक्ति को सभी दवाई अंत-शिराविधि के द्वार दिया जाता है।
- Metronidazole, Tinidazole, Norfloxacine इत्यादि दवाई दी जानी चाहिए।
- पानी, नमक और नींबू के घोल या ORS (Oral Rehydration Solution) का प्रयोग करना चाहिए।
टाइफॉइड (Typhoid)
- यह रोग सलमोनेला टाइफी (Salmonella typhi) नामक जीवाणु के कारण होता है। यह रोग दूषित हवा, जल तथा भोजन से फैलता है। मौसम परिवर्तन के कारण यह रोग ज्यादा सक्रिय होता है।
लक्षण
- इस रोग में रोगी व्यक्ति को तेज बुखार आता है जो उतरता नहीं लेकिन नियमित समय पर बुखार घटता और बढ़ता रहता है।
- सिरदर्द, कमजोरी, पसीना आना, चक्कर आना, नाड़ी की गति धीमी होना इत्यादि प्रमुख लक्षण है।
रोकथाम
- रोगी व्यक्ति को स्वस्थ व्यक्ति से अलग रखना चाहिए।
- सभी को व्यक्तिगत तथा घरेलू स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए।
- सभी व्यक्ति को TAB (typhoid antibacterial) का टीका अवश्य लगवाना चाहिए।
उपचार
- रोगी व्यक्ति को भरपूर आराम करना चाहिए।
- Paracetamol, Norgesic, Azithromycin इत्यादि Antibiotics दवाई दी जानी चाहिए।
- रक्त का विडाल परीक्षण (Widal test) द्वारा इस रोग का पता लगाया जा सकता है।
क्षय रोग (Tuberculosis)
- यह रोग माइकोबैक्टेरियम टिउबरकुलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) नामक जीवाणु के कारण होता है। यह जीवाणु शरीर में एक जहरीला पदार्थ टिउबरकुलीन (tuberculin) छोड़ता है। यह रोग दूषित हवा साँस के माध्यम से फैलता है। इस रोग में फेफड़ा प्रभावित होता है।
- विश्व टी०बी० दिवस प्रतिवर्ष 24 मार्च को मनाया जाता है। जिसका नारा है – KNOW TB NO TB
लक्षण
- रोगी व्यक्ति को लगातार खाँसी, बलगम (cough) तथा कभी-2 बलगम के साथ रक्त भी आता है।
- भूख में कमी, शारीरिक वजन में कमी, कमजोरी व चक्कर आना इत्यादि इस रोग के सामान्य लक्षण है।
- इस रोग में लसीका गाँठों (lymph nodes) में सूजन हो जाती है।
रोकथाम
- रोगी व्यक्ति को स्वस्थ व्यक्ति से अलग रखना चाहिए।
- सभी को व्यक्तिगत तथा घरेलू स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए।
- रोगी व्यक्ति को इधर-उधर थुकना नहीं चाहिए।
- शिशुओं को BCG (Bacille Calmette-Guérin) का टीका लगवाना चाहिए।
उपचार
- रोगी व्यक्ति को भरपूर आराम करना चाहिए।
- यदि चिकित्सकों की सलाह पर रोगी व्यक्ति को Antibiotics को लम्बे समय तक दिया जाए तो धीरे-2 रोगी व्यक्ति ठीक हो जाता है। इस योजना को DOTS (directly observed treatment short-course) कहते है।
हेपेटाइटिस (Hepatitis)
- यह रोग हेपेटाइटिस नामक विषाणु के कारण होता है। यह रोग कई प्रकार जैसे हेपेटाइटिस A, B, C, D, E, F, G के होते है। यह रोग मादक पदार्थों के सेवन करने वालों के लिए ज्यादा संवेदनशील होता है। इस रोग में मानव का यकृत प्रभावित होता है। इसका प्रधान लक्षण जॉण्डिस (jaundice) है जिसमें त्वचा एवं आँख का सफेद भाग पीला (bilirubin के कारण) हो जाता है।
लक्षण
- इस रोग के सभी लक्षण जॉणिडस से मिलते-जुलते है।
- रोगी व्यक्ति में सिर दर्द, हल्का बुखार, कमजोरी, चक्कर आना इत्यादि लक्षण दिखते है।
- रोगी व्यक्ति के त्वचा पीली, आँख पीली और रक्त का रंग भी पीला प्रतीत होता है।
रोकथाम
- हमें स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
- हमें मादक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- हमें हेपेटाइटिस B का टीका लगवाना चाहिए।
उपचार
- रोगी व्यक्ति को आराम करना चाहिए।
- चिकित्सकों की सलाह पर रोगी व्यक्ति को Liver-tonic के रूप में Livosin या Liv-52 देनी चाहिए।
- रोगी व्यक्ति को इंटरफेरॉन (Interferon) की सूई देनी चाहिए।
रेबिज (Rabies)
- यह रोग रैबडो वाइरस के कारण होता है। यह वाइरस कुछ जानवरों जैसे कुता, बिल्ली, बंदर, छुछंदर, भालू, चमगादड़ इत्यादि के दातों पर पाये जाते है। चूँकि कुता मनुष्य के सबसे करीब रहने वाला जानवर है इसलिए सबसे ज्यादा खतरा कुतों से ही होता है।
- इस रोग में मानव शरीर का मस्तिष्क प्रभावित होता है।
लक्षण
- इस रोग में रोगी व्यक्ति को पानी से डर लगता है जिसे हाइड्रोफोबिया कहते है।
- रोगी व्यक्ति के मुख से लार टपकना, क्रोधित होकर चीखना-चिल्लाना तथा कभी-2 बिल्कुल सुस्त हो जाना इस रोग के मुख्य लक्षण है।
रोकथाम
- संक्रमित जानवरों से हमें सुरक्षित रहना चाहिए।
- हमें ऐंटिरेबिज टीका लगवानी चाहिए।
- सरकार को आवारा कुतों को टीका लगाना चाहिए।
उपचार
- कुता द्वारा काटे गये स्थान से थोड़ा उपर कपड़ों से कसकर बांधना चाहिए। इसके बाद हल्का चिरा (incision) लगाकर संक्रमित रक्त को बहा देना चाहिए। इसके बाद रेबिज का टीका लगवाना चाहिए।
- इस रोग का अभी तक किसी भी प्रकार का उपचार संभव नहीं है।
एड्स (AIDS)
- एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिण्ड्रोम (Acquired Immune Deficiency Syndrome, AIDS) होता है। यह रोग ह्यूमन इम्यूनोडेफिसिएंसी वाइस (Human immune deficiency virus, HIV) के संक्रमण से होता है। यह वाइरस मानव शरीर के WBC के T- lymphocytes cell पर आक्रमण करता है जिसके कारण मनुष्य अपनी रोग प्रतिरोधी क्षमता खो देता है जिसके कारण मनुष्य एक ही साथ कई बीमारियों का शिकार हो जाता है।
- AIDS is nothing but a group of disease.
लक्षण
- रोगी व्यक्ति को थकावट महसूस होती है।
- रोगी व्यक्ति को कम बात करने पर भी कष्ट का अनुभव होता है।
- रोगी व्यक्ति को याददाश्त कम होती जाती है।
- इस रोग का पता PCR (Polymerase Chain Reaction) और ELISA (Enzyme-Linked Immunosorbent Assay) जाँच द्वारा लगाया जा सकता है।
कारण
- यह रोग मुख्यतः अनैतिक यौन संबंधों के कारण होता है।
- यह रोग संक्रमित सूई के इस्तेमाल के कारण भी होता है।
- यह रोग संक्रमित रक्त के चढ़ाने (transfusion) के कारण भी होता है।
- यह रोग संक्रमित माता-पिता के द्वारा जन्म लेने वाले संतानों में भी होता है।
उपचार
- अब तक AIDS की न तो कोई दवा बनी है और न ही कोई टीका। एक बार रोग हो जाने के बाद एक मात्र अंतिम परिणाम मृत्यु ही है।
रोकथाम
- हमें अनैतिक यौन संबंधों से बचना चाहिए।
- एक रोगी के लिए एक सूई का इस्तेमाल एक बार ही होना चाहिए।
- रक्त चढ़ाने से पहले रक्त की भलि-भाँति जाँच करना चाहिए।
पोलियो (Polio/Polimyelitis)
- यह रोग पोलियो नामक वाइरस के कारण होता है। पोलियो वाइरस संक्रमित भोजन तथा पेयजल के माध्यम से आहारनाल फिर आहारनाल से आँत फिर आँत से रक्त संचार द्वारा केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में पहुँच जाता है। इस रोग का प्रभाव ज्यादातर हाथों और पैरों में होता है। यह रोग बच्चों में अत्यंत प्रभावी होता है।
रोकथाम
- बच्चों को OPV (oral polio vaccine) के टीके ड्रॉप के रूप में पिलाना चाहिए।
उपचार
- किसी भी शिशु को एक बार पोलियो रोग हो जाने पर उससे प्रभावित अंगों का इलाज संभव नहीं है। फिजियोथेरापी द्वारा रोग की तीव्रता को कुछ कम किया जा सकता है।
Some Important Points
- Disease शब्द फ्रेंच भाषा के दो शब्द dis तथा ease से मिलकर बना है। जिसमें dis का अर्थ against होता है तथा ease का अर्थ comfort होता है।
- The health of an individual is dependent on his/her physical surroundings and his/her economic status.
- Prevention of disease is more desirable than its successful treatment.
- According to WHO (World Health Organization) health is defined as — “Health is a state of complete physical, mental and social well being, and not merely an “absence of disease” or “physical fitness”.
- Hippocrates is commonly called “Father of Medicine”.
- Edward Jenner is commonly called “Father of Immunology”.
- Pulse Polio Programme (PPP) का लक्ष्य हमारे देश से Polio बीमारी को खत्म करना था। 2014 में WHO ने भारत को “Polio-free country” घोषित कर दिया है।
- सर्दी (Common cold) और Amoebiasis के लिए आज तक कोई भी टीका नहीं बनाया जा सका है।
- D.D.T. = Dichlorodiphenyl-trichloroethane
- B.H.C = Benzene Hexa-Chloride
- World TB Day :– 24 March (Know TB No TB)
- World AIDS Day :– 1 December
- George W. Bush proposed ABC (Abstinence, Being faithful, Condoms) formula to combat AIDS.
- “Pink Ribbon” is an international symbol for support for breast Cancer awareness.
- Ashwagandha roots and leaves of Tulsi (Ocinum) have anti-cancer properties.
- ELISA (Enzyme-linked Immunosorbent Assay)
- CT :– Computed tomography
- MRI :– Magnetic Resonance Imaging
- Dope Test :– Test to estimate the level of certain drugs present in urine and blood.
- मलेरिया प्रोटोजोआ प्लाज्मोडियम के विभिन्न प्रजातियों द्वारा होने वाला रोग है।
- TAB (Typhoid Antibacterial or Typhoid para A and B) के टीके करीब 3 वर्षों तक टाइफॉइड के संक्रमण से सुरक्षित रखते है।
- हेपेटाइटिस रोग में रोगी का यकृत (liver) बड़ा हो जाता है। इसका प्रधान लक्षण जॉण्डिस (jaundice) है जिसमें त्वचा एवं आँख का सफेद भाग पीला (bilirubin के कारण) हो जाता है।
- रेबिज रैबडो वाइरस के कारण होता है। रेबिज के वाइरस सामान्यतः कुते, बिल्ली, बंदर, गीदड़, चमगादड़ तथा गिलहरी के शरीर में वृद्धि एवं प्रजनन करते है।
- रोग उत्पन्न करनवाले सूक्ष्मजीव हमारे शरीर में सामान्यतः संक्रमित पेयजल, भोजन या दूषित वायु के माध्यम से प्रवेश करते है।
- वैसा रोग जो संक्रमित पेयजल तथा भोजन के माध्यम से फैलते है उसे दूषित जल से उत्पन्न होने वाले रोग (water-borne diseases) कहलाता है। जैसे – अमीबीय पेचिश, हैजा, टाइफॉइड, हेपेटाइटिस इत्यादि।
- वैसा रोग जो दूषित वायु में बराबर साँस लेने से फैलते है उसे दूषित वायु से उत्पन्न होने वाले रोग (air-borne diseases) कहलाता है। जैसे – दमा, ब्रोंकाइटिस, कुकुरखाँसी (whopping cough) इत्यादि।
- वैसा रोग जो मादक पदार्थों (तंबाकू, सिगरेट- बीड़ी, शराब, गाँजा, अफीम, हेरोइन, कोकीन, मॉर्फीन इत्यादि) के नियमित सेवन से फैलते है उसे व्यसन–जनित रोग (addiction-borne diseases) कहलाता है।
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