Bihar Board Class 12th Political Science 2017 Previous Year Question Paper

Bihar Board Class 12th Political Science 2017 Question Answer : प्रिय विद्यार्थियों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है Bihar Board Class 12th Political Science 2017 Previous Year Question Paper ।

खण्ड – अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1. राज्यों के पुनर्गठन आयोग के अध्यक्ष कौन थे ?
(A) गोविन्द बल्लभ पंत          
(B) के.एम. पन्निकर        
(C) पण्डित हृदय नाथ कुंजरू     
(D) न्यायमूर्ति फजल अली

2. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष कौन थीं ?
(A) एनी बेसेन्ट           
(B) इंदिरा गाँधी        
(C) सोनिया गाँधी        
(D) इनमें से कोई नहीं

3. राष्ट्रीय विकास परिषद की स्थापना कब हुई ?
(A) 1950        
(B) 1952        
(C) 1955       
(D) 1956

4. एम. एस. स्वामीनाथन का सम्बन्ध था ?
(A) श्वेत क्रांति से               
(B) नीली क्रांति से        
(C) ऑपरेशन फ्लड से         
(D) हरित क्रांति से

5. भारत ने पहला सफल परमाणु परीक्षण कब किया ?
(A) 1963        
(B) 1974        
(C) 1980       
(D) 1998

6. किस वर्ष चीन ने भारत पर आक्रमण किया ?
(A) 1962        
(B) 1964        
(C) 1965     
(D) 1966

7. भारत में लौह पुरुष के नाम से कौन जाने जाते हैं ?
(A) महात्मा गाँधी         
(B) पंडित जवाहरलाल नेहरू        
(C) सरदार पटेल         
(D) कोई नहीं

8. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक कौन थे ?
(A) लियाकत अली         
(B) ए. ओ. ह्यूम        
(C) एस. एन. बनर्जी       
(D) गोखले

9. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत राष्ट्रीय आपातकाल लगाया जा सकता है ?
(A) अनुच्छेद 352          
(B) अनुच्छेद 356        
(C) अनुच्छेद 360         
(D) अनुच्छेद 368

10. विश्व में शांति बनाए रखने का दायित्व किस पर है ?
(A) महासभा                         
(B) सुरक्षा परिषद        
(C) आर्थिक व सामाजिक परिषद     
(D) महासचिव

11. डी. एम. के. किस राज्य का क्षेत्रीय पार्टी है ?
(A) असम      
(B) नागालैंड      
(C) केरल      
(D) तमिलनाडु

12. विश्व महिला दिवस कब मनाया जाता है ?
(A) 10 दिसम्बर   
(B) 8 मार्च    
(C) 1 दिसम्बर   
(D) 2 अक्टूबर

13. मण्डल कमीशन रिपोर्ट की सिफारिशों को किस प्रधानमंत्री ने लागू किया ?
(A) चन्द्रशेखर            
(B) मोरारजी देसाई        
(C) चरण सिंह           
(D) वी. पी. सिंह

14. किसे नये सामाजिक आंदोलन की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता ?
(A) चिपको आंदोलन          
(B) नर्मदा बचाओ आन्दोलन        
(C) टेहरी बाँध आंदोलन       
(D) गृह स्वराज्य आंदोलन

15. भारतीय जनता पार्टी किस पार्टी का नया नाम है ?
(A) भारतीय जनसंघ         
(B) भारतीय क्रांति दल        
(C) भारतीय लोक दल       
(D) भारतीय जनता दल

16. भारत में गठबन्धन की सरकार के पहले प्रधानमंत्री कौन थे ?
(A) वी. पी. सिंह            
(B) देवगौड़ा        
(C) इन्द्रकुमार गुजराल       
(D) अटल बिहारी वाजपेयी

17. पूरब बनाम पश्चिम पदबन्ध का आशय किससे है ?
(A) विश्व युद्ध से           
(B) शीत युद्ध से        
(C) तनाव शैथिल्य        
(D) उत्तर शीत युद्ध दौर से

18. सोवियत संघ ने कौन-सा सैनिक गुट बनाया ?
(A) नाटो        
(B) सीटो        
(C) सेन्टो       
(D) वारसा संधि

19. 1955 के वारसा संधि में कौन-सा देश सदस्य नहीं था ?
(A) सोवियत संघ        
(B) पोलैंड        
(C) पश्चिमी जर्मनी       
(D) पूर्वी जर्मनी

20. 1917 में रूस में समाजवादी राज्य की स्थापना किसने की ?
(A) कार्ल मार्क्स    
(B) फ्रेडरिक एंजिल्स   
(C) लेनिन   
(D) स्टालिन

21. परमाणु अप्रसार संधि पर किस राज्य ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं ?
(A) ईरान       
(B) उत्तरी कोरिया      
(C) भारत      
(D) चीन

22. ‘यूरो’ क्या है ?
(A) सार्क देशों की मुद्रा          
(B) पाक की मुद्रा        
(C) यूरोपीय संघ की मुद्रा       
(D) इनमें से कोई नहीं

23. इंग्लैंड का वर्तमान प्रधानमंत्री कौन है ?
(A) जॉन मेजर   
(B) टोनी ब्लेयर   
(C) डेविड कैमरून  
(D) थेरेसा मे

24. ‘दक्षेस’ का पहला सम्मेलन किस देश में हुआ ?
(A) भारत      
(B) बांग्लादेश      
(C) पाकिस्तान     
(D) नेपाल

25. राष्ट्रीय पंचायत किस देश की संसद है ?
(A) बांग्लादेश      
(B) भूटान       
(C) नेपाल      
(D) पाकिस्तान

26. निम्नलिखित में से कौन-सा देश सार्क का सदस्य नहीं है ?
(A) मलेशिया     
(B) इण्डोनेशिया      
(C) जापान      
(D) भारत

27. वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ का महासचिव कौन हैं ?
(A) कोफी अन्नान          
(B) शशि थरूर        
(C) बान की मून          
(D) इनमें से कोई नहीं

28. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का मुख्यालय कहाँ है ?
(A) जेनेवा         
(B) बर्लिन         
(C) न्यूयार्क        
(D) हेग

29. यू. एन. ओ. निःशस्त्रीकरण आयोग कब बना ?
(A) 1945       
(B) 1952        
(C) 1960       
(D) 1965

30. पर्यावरण सुरक्षा के लिए सबसे पहला अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन कहाँ हुआ ?
(A) रियो डी जेनरियो    
(B) क्योटो    
(C) स्टॉकहोम   
(D) न्यूयॉर्क

31. 1993 में किस शहर में पृथ्वी सम्मेलन हुआ ?
(A) क्योटो    
(B) रियो डी जेनरियो      
(C) लंदन      
(D) न्यूयॉर्क

32. निम्नलिखित में से किस देश ने खुले द्वार की नीति अपनाई ?
(A) भारत         
(B) ब्रिटेन          
(C) पाक        
(D) चीन

33. 1972 में भारत-पाक के बीच हुए समझौते को क्या कहते हैं ?
(A) शिमला समझौता         
(B) लाहौर समझौता        
(C) कराची समझौता          
(D) इनमें से कोई नहीं

34. भारतीय अर्थव्यवस्था है ?
(A) पूँजीवाद   
(B) साम्यवाद   
(C) मिश्रित   
(D) इनमें से कोई नहीं

35. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष का मुख्यालय कहाँ है ?
(A) मनीला       
(B) जकार्ता       
(C) पेरिस      
(D) वाशिंगटन

36. बांग्लादेश कब अस्तित्व में आया ?
(A) 1970       
(B) 1971       
(C) 1972      
(D) 1973

37. निम्न में से कौन-सा देश आसियान का सदस्य नहीं है ?
(A) इण्डोनेशिया     
(B) फिलीपीन्स     
(C) सिंगापुर   
(D) श्रीलंका

38. कौन भारतीय व्यक्ति भारत का प्रथम गर्वनर जनरल था ?
(A) सी. आर. दास                 
(B) सी. राज गोपालाचारी        
(C) पंडित जवाहरलाल नेहरू       
(D) इनमें से कोई नहीं

39. किस देश ने सुरक्षा परिषद में निषेधाधिकार का सर्वाधिक बार प्रयोग किया ?
(A) यू. एस. ए        
(B) फ्रांस         
(C) रूस        
(D) चीन

40. योजना आयोग को भंग कर कौन सा आयोग बना ?
(A) नीति आयोग            
(B) वित्त आयोग        
(C) राज्य वित्त आयोग       
(D) कोई नहीं

खण्ड – ब (लघु उत्तरीय प्रश्न)

प्रश्न संख्या 1 से 10 लघुउत्तरीय हैं। प्रत्येक प्रश्न के लिए 3 अंक निर्धारित है।

1. बहुदलीय व्यवस्था क्या है ?
उत्तर — बहुदलीय व्यवस्था वह राजनीतिक प्रणाली है जिसमें एक से अधिक राजनीतिक दल सक्रिय होते हैं और चुनावों में भाग लेते हैं। भारत में यह प्रणाली विविधता और लोकतांत्रिक प्रतिस्पर्धा को दर्शाती है, जिससे विभिन्न विचारधाराओं और सामाजिक समूहों का प्रतिनिधित्व संभव होता है।

अथवा, भारतीय राजनीति में ‘कांग्रेस प्रभुत्व’ में आप क्या समझते हैं?
उत्तर — स्वतंत्रता के बाद प्रारंभिक दशकों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का भारतीय राजनीति पर वर्चस्व था। इसे ‘कांग्रेस प्रणाली’ कहा गया, जिसमें कांग्रेस ही सत्ता और विपक्ष दोनों की भूमिका में दिखती थी। क्षेत्रीय दल कमजोर थे और विकल्प सीमित थे।

2. भारत में ‘विविधता में एकता’ है, स्पष्ट करें।
उत्तर — भारत अनेक भाषाओं, धर्मों, जातियों और संस्कृतियों का देश है, फिर भी सभी नागरिक एक राष्ट्र के रूप में बंधे हैं। यह एकता संविधान, लोकतंत्र, सहिष्णुता और सांस्कृतिक समन्वय पर आधारित है, जो भारत की सबसे बड़ी विशेषता है।

अथवा, जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। कारण बताएँ।
उत्तर — 1947 में जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारत में विधिवत विलय किया। भारतीय संविधान में अनुच्छेद 1 के अनुसार जम्मू-कश्मीर भारत का राज्य है। संसद तथा सर्वोच्च न्यायालय ने भी इसे भारत का अभिन्न हिस्सा माना है।

3. द्वि-राष्ट्र का सिद्धान्त क्या है ?
उत्तर — द्वि-राष्ट्र सिद्धांत के अनुसार हिंदू और मुस्लिम दो पृथक राष्ट्र हैं। मुस्लिम लीग ने इस आधार पर पाकिस्तान की मांग की। यह सिद्धांत भारत के विभाजन का वैचारिक आधार बना और 1947 में भारत-पाकिस्तान का निर्माण हुआ।

अथवा, स्वतंत्रता के समय भारत के पास कौन-कौन सी चनीतियाँ थीं?
उत्तर — स्वतंत्रता के समय भारत को विभाजन, शरणार्थी समस्या, रियासतों के एकीकरण, सांप्रदायिक दंगे, गरीबी, अशिक्षा और आर्थिक पिछड़ेपन जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। साथ ही, एक सशक्त लोकतांत्रिक राष्ट्र का निर्माण भी आवश्यक था।

4. श्वेत क्रांति से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर — श्वेत क्रांति भारत में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि का आंदोलन था, जिसे डॉ. वर्गीज़ कुरियन ने शुरू किया। इससे भारत दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बना और ‘ऑपरेशन फ्लड’ के माध्यम से दुग्ध सहकारी समितियों का व्यापक नेटवर्क बना।

अथवा, हरित क्रांति क्या है ?
उत्तर — हरित क्रांति 1960 के दशक में भारत में शुरू की गई कृषि क्रांति थी, जिसमें उच्च उत्पादक बीज, रासायनिक खाद, सिंचाई और तकनीक के प्रयोग से गेहूं और चावल का उत्पादन बढ़ाया गया। इससे खाद्य संकट पर नियंत्रण पाया गया।

5. एकध्रुवीयता का क्या अर्थ है ? यह कब आरंभ हुआ ?
उत्तर — एकध्रुवीयता वह स्थिति है जब वैश्विक शक्ति एक देश के हाथ में केंद्रित हो जाती है। शीतयुद्ध के अंत और सोवियत संघ के विघटन (1991) के बाद अमेरिका एकमात्र महाशक्ति बना और एकध्रुवीय विश्व व्यवस्था अस्तित्व में आई।

अथवा, भारतीय विदेश नीति के चार अनिवार्य कारक बताएँ।
उत्तर — भारतीय विदेश नीति के चार मुख्य कारक हैं –
i) गुट-निरपेक्षता
ii) विश्व शांति की स्थापना
iii) उपनिवेशवाद का विरोध
iv) विकासशील देशों से सहयोग
इन सिद्धांतों पर भारत की विदेश नीति आधारित रही है।

6. उन कारणों का वर्णन करें जिनके कारण 1975 में आपात काल की घोषणा हुई थी ?
उत्तर — 1975 में आपातकाल की घोषणा का मुख्य कारण राजनीतिक अस्थिरता, विपक्षी आंदोलन, जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में सरकार विरोधी अभियान और इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध ठहराना था। सरकार ने आंतरिक संकट बताकर आपातकाल लागू किया।

अथवा, गैर कांग्रेसवाद से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर — गैर-कांग्रेसवाद वह राजनीतिक विचार है जिसमें सभी विपक्षी दल कांग्रेस के विरुद्ध एकजुट होकर चुनाव लड़ते हैं। 1967 के बाद यह आंदोलन मजबूत हुआ, जिसके फलस्वरूप कई राज्यों में कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया गया।

7. नर्मदा बचाओ के पक्ष एवं विपक्ष में तर्क दीजिए।
उत्तर — i) पक्ष में :- बड़े बांधों से विस्थापन, पर्यावरणीय नुकसान और आदिवासी अधिकारों का हनन होता है।
ii) विपक्ष में :- सिंचाई, बिजली और जल आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए बड़े बांध आवश्यक हैं।
यह आंदोलन विकास बनाम पर्यावरण की बहस का प्रतीक बना।

अथवा, चिपको आंदोलन पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर — 1970 के दशक में उत्तराखंड में शुरू हुआ चिपको आंदोलन वृक्षों की कटाई के विरोध में था। महिलाएं पेड़ों से चिपक कर उनका बचाव करती थीं। यह पर्यावरण संरक्षण और जन-सक्रियता का प्रतीक बना।

8. उत्तर-दक्षिण संवाद का क्या ध्येय था ?
उत्तर — उत्तर-दक्षिण संवाद का उद्देश्य विकसित (उत्तर) और विकासशील (दक्षिण) देशों के बीच आर्थिक सहयोग, तकनीकी सहायता और व्यापार संतुलन स्थापित करना था। यह वैश्विक असमानताओं को कम करने का प्रयास था।

अथवा, द्विध्रुवीय विश्व की समाप्ति के बाद गुट निरपेक्ष आंदोलन की क्या प्रासंगिकता थी ?
उत्तर — शीतयुद्ध के बाद गुटनिरपेक्ष आंदोलन की भूमिका बदली, परंतु यह अब भी विकासशील देशों के मंच, वैश्विक न्याय, बहुध्रुवीयता और संयुक्त राष्ट्र की मजबूती जैसे मुद्दों पर प्रासंगिक है।

9. ‘पंचशील’ के सूत्र बताएँ।
उत्तर — भारत और चीन ने 1954 में पंचशील के पाँच सिद्धांत अपनाए –
i) एक-दूसरे की संप्रभुता का सम्मान
ii) आक्रामकता न करना
iii) आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना
iv) समानता और पारस्परिक लाभ
v) शांतिपूर्ण सहअस्तित्व

अथवा, दक्षेस (SAARC) क्या है ?
उत्तर — दक्षेस (SAARC) दक्षिण एशिया के आठ देशों का एक क्षेत्रीय संगठन है जिसकी स्थापना 1985 में हुई। इसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग, आर्थिक विकास, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।

10. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
उत्तर — संयुक्त राष्ट्र महासचिव संगठन का प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी होता है। इसका कार्य शांति स्थापना, मध्यस्थता, महासभा और सुरक्षा परिषद की सहायता, और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर पहल करना होता है। वर्तमान महासचिव एंतोनियो गुटेरेस हैं।

अथवा, रंगभेद क्या है?
उत्तर — रंगभेद (Apartheid) दक्षिण अफ्रीका में लागू एक नस्लीय भेदभाव नीति थी, जिसमें श्वेतों को विशेषाधिकार प्राप्त थे और अश्वेतों को सामाजिक, राजनीतिक अधिकारों से वंचित रखा गया था। यह 1990 के दशक में समाप्त हुआ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न संख्या 11 से 15 तक दीर्घ उत्तरीय हैं। प्रत्येक प्रश्न 6 अंक का है।

11. कश्मीर समस्या पर निबन्ध लिखें।
उत्तर — कश्मीर समस्या भारत-पाकिस्तान के संबंधों की सबसे जटिल और संवेदनशील समस्या रही है। 1947 में विभाजन के समय जम्मू-कश्मीर एक रियासत थी, जिसके महाराजा हरि सिंह ने विधिवत भारत में विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए। इसके बावजूद पाकिस्तान ने कबायलियों के माध्यम से कश्मीर पर हमला किया, जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच पहला युद्ध हुआ। युद्धविराम के बाद कश्मीर का एक भाग पाकिस्तान के कब्जे में चला गया, जिसे पीओके कहा जाता है।
इस विवाद को संयुक्त राष्ट्र में ले जाया गया, लेकिन समाधान नहीं निकला। इसके बाद कई युद्ध और आतंकवादी गतिविधियाँ इस मुद्दे को और गहरा करती गईं। धारा 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्राप्त था, जिसे 2019 में हटा दिया गया। पाकिस्तान इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाता रहा है, जबकि भारत इसे आंतरिक मामला मानता है।
कश्मीर समस्या का समाधान शांति, संवाद और विकास की नीति से ही संभव है, न कि युद्ध या हिंसा से।

अथवा, राष्ट्र निर्माण का अर्थ बताइए।
उत्तर — राष्ट्र निर्माण वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से कोई देश सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से एक मजबूत और एकीकृत राष्ट्र बनता है। इसमें नागरिकों की एकता, राष्ट्रीय पहचान और साझा उद्देश्य विकसित करना शामिल होता है। भारत जैसे विविधता-पूर्ण देश में राष्ट्र निर्माण एक जटिल प्रक्रिया रही है।
स्वतंत्रता के बाद भारत को रियासतों के एकीकरण, भाषायी विविधता, सांप्रदायिकता और जातीय असमानता जैसी समस्याओं से जूझना पड़ा। संविधान निर्माण, लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्थापना, आर्थिक योजनाएं और शिक्षा-स्वास्थ्य जैसे प्रयास राष्ट्र निर्माण के अहम स्तंभ बने।
राष्ट्र निर्माण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं होती, बल्कि इसमें नागरिक समाज, मीडिया, शिक्षा प्रणाली और आम जनता की भी बड़ी भूमिका होती है। समावेशी विकास, सामाजिक न्याय और समान अवसर ही सशक्त राष्ट्र निर्माण का आधार हैं।


12. मिश्रित अर्थव्यवस्था क्या है ? भारत के संदर्भ में वर्णन करें।
उत्तर — मिश्रित अर्थव्यवस्था वह प्रणाली है जिसमें पूंजीवाद और समाजवाद दोनों के तत्व सम्मिलित होते हैं। इसमें निजी और सार्वजनिक क्षेत्र दोनों की सहभागिता होती है। भारत ने स्वतंत्रता के बाद मिश्रित अर्थव्यवस्था का मॉडल अपनाया ताकि सामाजिक कल्याण और आर्थिक विकास एक साथ सुनिश्चित हो सके।
भारत में सार्वजनिक क्षेत्र ने आधारभूत उद्योग, रेलवे, ऊर्जा और रक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश किया, जबकि निजी क्षेत्र को व्यापार, कृषि, सेवा क्षेत्र आदि में योगदान का अवसर मिला। इससे रोजगार के अवसर बढ़े और संसाधनों का संतुलन बना रहा।
सरकार नियोजन, नियंत्रण और वितरण में भूमिका निभाती है, जबकि निजी क्षेत्र नवाचार और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देता है। उदारीकरण के बाद निजी क्षेत्र की भागीदारी और बढ़ी है, लेकिन सरकारी हस्तक्षेप अब भी आवश्यक क्षेत्रों में बना हुआ है।
भारत की मिश्रित अर्थव्यवस्था ने समावेशी विकास के मार्ग को प्रशस्त किया है।

अथवा, भारत में नीति आयोग के संगठन एवं कार्यों की विवेचन कीजिए।
उत्तर — नीति आयोग की स्थापना 1 जनवरी 2015 को योजना आयोग के स्थान पर की गई। यह एक विचारशील निकाय है जो भारत सरकार को नीति निर्धारण में सहायता करता है। इसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं और उपाध्यक्ष, CEO तथा विशेषज्ञ सदस्य नियुक्त किए जाते हैं।
नीति आयोग का उद्देश्य सहकारी संघवाद को बढ़ावा देना, राज्यों को योजनाओं में भागीदारी देना तथा दीर्घकालिक रणनीति बनाना है। यह योजनाओं का क्रियान्वयन स्वयं नहीं करता, बल्कि राज्यों के साथ मिलकर ‘थिंक टैंक’ के रूप में कार्य करता है।
इसने Aspirational Districts Programme, SDG India Index और India@75 जैसी योजनाएं शुरू की हैं। यह निजी निवेश को बढ़ावा देने, तकनीक के उपयोग और डेटा आधारित नीति निर्माण में सरकार का मार्गदर्शन करता है।
नीति आयोग समावेशी और टिकाऊ विकास हेतु सरकार की नई दिशा और रणनीति का प्रतीक बन चुका है।

13. भारत-पाक संबंध पर संक्षिप्त लेख लिखें।
उत्तर — भारत और पाकिस्तान के संबंध 1947 में विभाजन के साथ ही तनावपूर्ण रहे हैं। कश्मीर मुद्दा दोनों देशों के बीच लगातार संघर्ष का कारण बना हुआ है। 1947, 1965 और 1971 में युद्ध हो चुके हैं, तथा 1999 में कारगिल युद्ध भी हुआ।
पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को प्रायोजित करने के कारण विश्वास की कमी बनी रही है। मुंबई हमला (2008), उरी और पुलवामा जैसे हमलों ने दोनों देशों के बीच दूरी बढ़ाई है। फिर भी, व्यापार, जनता से जनता का संपर्क और क्रिकेट जैसे प्रयासों ने कभी-कभी संबंधों में सुधार की संभावना दिखाई।
भारत पाकिस्तान से शांतिपूर्ण संबंधों का पक्षधर रहा है, परंतु वह संप्रभुता और आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं करता।
दोनों देशों के संबंधों में सुधार शांति, आपसी विश्वास, संवाद और आतंकवाद के विरुद्ध सख्त रुख से ही संभव है।

अथवा, भारत की विदेश नीति का वर्णन करें।
उत्तर — भारत की विदेश नीति पंचशील, गुट-निरपेक्षता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांतों पर आधारित रही है। भारत का उद्देश्य विश्व शांति, उपनिवेशवाद का विरोध, वैश्विक समानता और विकासशील देशों के सहयोग को बढ़ावा देना रहा है।
स्वतंत्रता के बाद भारत ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन का नेतृत्व किया और शीतयुद्ध में किसी शक्ति गुट का हिस्सा नहीं बना। 1991 के बाद वैश्विक उदारीकरण के दौर में भारत ने रणनीतिक साझेदारियाँ विकसित कीं।
भारत की विदेश नीति आज बहुध्रुवीय विश्व में संतुलन बनाने का प्रयास करती है—अमेरिका, रूस, चीन, यूरोप और दक्षिण एशिया के साथ संबंधों को संतुलित रखा जाता है।
संयुक्त राष्ट्र, BRICS, G-20, ASEAN जैसी संस्थाओं में भारत की सक्रिय भागीदारी विदेश नीति को बहुपक्षीय और सशक्त बनाती है। इसमें राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा जाता है।

14. गुट-निरपेक्ष आंदोलन अब अप्रसांगिक हो गया है। अपने विचार प्रस्तुत करें।
उत्तर — गुट-निरपेक्ष आंदोलन शीतयुद्ध काल में दो महाशक्तियों—अमेरिका और सोवियत संघ—के बीच संतुलन बनाए रखने हेतु विकासशील देशों द्वारा अपनाया गया। इसका उद्देश्य स्वतंत्र विदेश नीति, शांति और उपनिवेशवाद के विरुद्ध संघर्ष था।
परंतु शीतयुद्ध की समाप्ति और एकध्रुवीय विश्व व्यवस्था के उदय के साथ इसकी भूमिका सीमित हो गई। आज देश वैश्विक अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और तकनीकी प्रतिस्पर्धा जैसे नए मुद्दों से जूझ रहे हैं।
NAM संगठन न तो सामूहिक प्रभाव डाल पा रहा है, न ही समकालीन संकटों पर ठोस समाधान प्रस्तुत कर पाया है।
हालाँकि, इसके मूल सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं—जैसे आत्मनिर्भरता, शांतिपूर्ण सहअस्तित्व और बहुपक्षीयता।
NAM को पुनर्जीवित करने के लिए इसे आधुनिक वैश्विक संदर्भ में ढालना होगा। अतः इसे पूर्णतः अप्रासंगिक नहीं कहा जा सकता।

अथवा, यूरोपीय संघ की कौन-सी चीजें एक प्रभावी क्षेत्रीय संगठन बनाती हैं ?
उत्तर — यूरोपीय संघ (EU) एक प्रभावशाली क्षेत्रीय संगठन है जिसकी सफलता कई विशेषताओं पर आधारित है। इसमें साझा आर्थिक नीति, मुद्रा (Euro), व्यापारिक एकीकरण और राजनीतिक समन्वय शामिल हैं।
EU का एकीकृत बाज़ार सदस्य देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं, पूंजी और मानव संसाधनों के मुक्त प्रवाह की अनुमति देता है। इसका एक केंद्रीय संसद, यूरोपीय आयोग और न्यायालय है जो नीति निर्धारण में भाग लेते हैं।
यह संगठन सामूहिक रूप से विदेश नीति, जलवायु नीति और मानवाधिकारों के मुद्दों पर भी कार्य करता है।
EU की एकजुटता, संस्थागत संरचना और साझा मूल्य इसे विश्व का सबसे सफल क्षेत्रीय संगठन बनाते हैं। ब्रेग्ज़िट जैसी चुनौतियों के बावजूद यह स्थिर और प्रभावी बना हुआ है।

15. संयुक्त राष्ट्र संघ का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें।
उत्तर — संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 1945 में वैश्विक शांति, सुरक्षा और विकास के लिए की गई थी। इसने शांति सेना, मानवीय सहायता, स्वास्थ्य सेवाएँ और बाल अधिकारों जैसे क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किया है।
परंतु इसकी आलोचना भी होती है। सुरक्षा परिषद में केवल पाँच स्थायी सदस्य हैं, जिनके पास वीटो शक्ति है, जिससे निर्णय प्रक्रिया असंतुलित हो जाती है। विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व सीमित है।
शांति स्थापना मिशनों में सफलता मिली, परंतु सीरिया, यमन जैसे संकटों में यूएन निष्क्रिय रहा। कई बार यह अमेरिका या अन्य महाशक्तियों के प्रभाव में रहा है।
संयुक्त राष्ट्र को अधिक लोकतांत्रिक, पारदर्शी और समकालीन मुद्दों के अनुकूल बनाना आवश्यक है।
फिर भी, यह वैश्विक सहयोग और मानवता के लिए आज भी एक महत्वपूर्ण मंच बना हुआ है।

अथवा, अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष की क्या भूमिका है ?
उत्तर — अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की स्थापना 1944 में वैश्विक आर्थिक स्थिरता, मुद्रा विनिमय दरों के संतुलन और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। इसका मुख्य कार्य सदस्य देशों को वित्तीय सहायता देना और अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाना है।
IMF आर्थिक संकट में पड़े देशों को ऋण देता है, साथ ही आर्थिक सुधारों के लिए नीति सलाह भी देता है। यह देशों की वित्तीय निगरानी, बजट संतुलन और मुद्रा स्थायित्व में मदद करता है।
भारत ने IMF से अनेक बार सहायता ली है, विशेषकर 1991 के आर्थिक संकट के समय।
हालाँकि, IMF की आलोचना भी होती है कि इसकी नीतियाँ गरीब देशों पर कठोर शर्तें लगाती हैं।
इसके बावजूद, IMF वैश्विक वित्तीय व्यवस्था का एक आवश्यक स्तंभ बना हुआ है।

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