Bihar Board Class 12th Political Science 2016 Question Answer : प्रिय विद्यार्थियों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है Bihar Board Class 12th Political Science 2016 Previous Year Question Paper ।
खण्ड – अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
1. संविधान सभा के अध्यक्ष कौन थे ?
(A) डॉ. अम्बेडकर
(B) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
(C) डॉ. राधाकृष्णन
(D) इनमें से कोई नहीं
2. कांग्रेस ने किस प्रकार का समाजवाद अपनाया ?
(A) मार्क्सवादी
(B) ब्रिटेन का लोकतांत्रिक समाजवाद
(C) गांधी का सर्वोदय
(D) लेनिन का साम्यवाद
3. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी किस दल के हैं ?
(A) कांग्रेस
(B) शिवसेना
(C) भारतीय जनता पार्टी
(D) जनता पार्टी
4. दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री केजरीवाल किस दल के हैं ?
(A) भा.ज.पा.
(B) आम आदमी पार्टी
(C) लोक दल
(D) इनमें से कोई नहीं
5. संविधान द्वारा किस भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया है ?
(A) अंग्रेजी
(B) हिन्दी
(C) उर्दू
(D) हिन्दुस्तानी
6. ‘सामाजिक न्याय के साथ विकास’ किस पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य था ?
(A) तीसरी
(B) चौथी
(C) पाँचवीं
(D) छठी
7. योजना आयोग का गठन कब हुआ ?
(A) 1950 में
(B) 1952 में
(C) 1953 में
(D) 1951 में
8. 1965 और 1971 में भारत का किस देश से युद्ध हुआ था ?
(A) चीन
(B) श्रीलंका
(C) पाकिस्तान
(D) बांग्लादेश
9. भारत संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य कब बना ?
(A) 1945 में
(B) 1947 में
(C) 1950 में
(D) 1952 में
10. शिमला समझौते पर भारत के किस प्रधान मंत्री ने हस्ताक्षर किए ?
(A) लाल बहादुर शास्त्री
(B) जवाहरलाल नेहरू
(C) इन्दिरा गांधी
(D) इनमें से कोई नहीं
11. ‘गरीबी हटाओ’ का नारा किसने दिया ?
(A) राजीव गांधी
(B) इन्दिरा गांधी
(C) मनमोहन सिंह
(D) नरेन्द्र मोदी
12. कांग्रेस फॉर डेमोक्रेसी के संस्थापक नेता कौन थे ?
(A) बहुगुणा
(B) सत्पथी
(C) जगजीवन राम
(D) राम विलास पासवान
13. सम्पूर्ण क्रांति आन्दोलन का नेतृत्व किसने किया ?
(A) कर्पूरी ठाकुर
(B) चन्द्रशेखर
(C) जयप्रकाश नारायण
(D) इनमें से कोई नहीं
14. जनता पार्टी, जनसंघ, कांग्रेस फॉर डेमोक्रेसी और संगठन कांग्रेस अप्रैल 1977 में विलय कर कौन पार्टी बनाए ?
(A) जनता दल
(B) जनता पार्टी
(C) स्वतंत्र पार्टी
(D) लोकदल
15. तेलुगु देशम किस राज्य का क्षेत्रीय दल है ?
(A) तमिलनाडु
(B) कर्नाटक
(C) आन्ध्र प्रदेश
(D) केरल
16. सौराष्ट्र किस राज्य का अंग है ?
(A) महाराष्ट्र
(B) राजस्थान
(C) कर्नाटक
(D) गुजरात
17. अकाली आन्दोलनकारियों की क्या माँग थी ?
(A) अलग पंजाब
(B) खालिस्तान राज्य
(C) पृथक राष्ट्र
(D) इनमें से कोई नहीं
18. मेधा पाटेकर का नाम किस आन्दोलन से जुड़ा है ?
(A) प्रदूषण रोको
(B) टेहरी बांध विरोध
(C) नर्मदा बचाओ
(D) चिपको
19. पहला पिछड़ा आयोग का अध्यक्ष कौन था ?
(A) कालेलकर
(B) बी.पी. मण्डल
(C) अम्बेडकर
(D) मुंगेरीलाल
20. 1988 में स्थापित जनता दल का संस्थापक किसे माना जाता है ?
(A) जयप्रकाश नारायण
(B) चन्द्रशेखर
(C) वी.पी. सिंह
(D) लालू प्रसाद
21. जी 77 में कौन से देश आते हैं ?
(A) अविकसित
(B) विकसित
(C) विकासशील
(D) इनमें से सभी
22. पहले गुट-निरपेक्ष सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किसने किया ?
(A) वाजपेयी
(B) नेहरू
(C) पटेल
(D) कामराज
23. किस देश ने NATO में अमेरिकी नेतृत्व का विरोध किया ?
(A) ब्रिटेन
(B) फ्रांस
(C) पश्चिमी जर्मनी
(D) इटली
24. 1917 में रूस में साम्यवादी राज्य की स्थापना किसने की ?
(A) लेनिन
(B) मार्क्स
(C) एंजिल्स
(D) स्टालिन
25. भारत-पाकिस्तान के बीच ताशकंद समझौता कब हुआ था ?
(A) 1965
(B) 1966
(C) 1970
(D) 1971
26. ताशकंद समझौते के समय सोवियत संघ का प्रतिनिधित्व कौन नेता कर रहा था ?
(A) स्टालिन
(B) कोसिजिन
(C) पुतिन
(D) इनमें से कोई नहीं
27. 2003 में अमेरिका ने किस देश पर हमला किया ?
(A) कुवैत
(B) इराक
(C) ईरान
(D) तेहरान
28. किस देश के प्रभुत्व से एक-ध्रुवीयता कायम हुआ ?
(A) रूसी संघ
(B) चीन
(C) फ्रांस
(D) अमेरिका
29. कौन-सा वर्ष भारत-चीन मित्रता के रूप में मनाया गया ?
(A) 1954
(B) 1962
(C) 1988
(D) 2006
30. 2014 में भारत-चीन संबंध सुधारने की ओर किस भारतीय प्रधानमंत्री ने पहल की ?
(A) मनमोहन सिंह
(B) नरेन्द्र मोदी
(C) दोनों ने
(D) इनमें से कोई नहीं
31. दक्षिण एशिया का कौन-सा देश नस्लीय उग्रवाद से पीड़ित है ?
(A) नेपाल
(B) बांग्लादेश
(C) श्रीलंका
(D) भारत
32. दक्षेस (SAARC) में कितने देश हैं ?
(A) 5
(B) 6
(C) 7
(D) 8
33. किस दक्षिण एशियाई देश में संवैधानिक संकट है ?
(A) पाकिस्तान
(B) बांग्लादेश
(C) भूटान
(D) नेपाल
34. सुरक्षा परिषद में कुल स्थायी सदस्यों की संख्या कितनी है ?
(A) 5
(B) 6
(C) 7
(D) 14
35. संयुक्त राष्ट्र संघ का सबसे बड़ा अंग कौन है ?
(A) सुरक्षा परिषद
(B) महासभा
(C) सचिवालय
(D) अन्तरर्राष्ट्रीय न्यायालय
36. विश्व बैंक की स्थापना कब हुई ?
(A) 1946 में
(B) 1947 में
(C) 1948 में
(D) 1949 में
37. विश्व के देशों के बीच व्यापार सम्बन्धों के लिए कौन-सा अन्तरराष्ट्रीय संगठन है ?
(A) विश्व व्यापार संगठन
(B) अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष
(C) विश्व बैंक
(D) इनमें से सभी
38. किस संधि में परमाणु परीक्षण को पूर्णतया वर्जित किया गया है ?
(A) परमाणु अप्रसार
(B) आंशिक परीक्षण प्रतिबंध
(C) व्यापक परीक्षण प्रतिबंध
(D) इनमें से सभी
39. मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा कब की गई ?
(A) 1945
(B) 1946
(C) 1947
(D) 1948
40. बच्चों के अधिकारों के लिए कौन सा अंतरराष्ट्रीय संगठन है ?
(A) रेड क्रॉस सोसाइटी
(B) एमनेस्टी इन्टरनेशनल
(C) यूनिसेफ
(D) इनमें से कोई नहीं
खण्ड – ब (लघु उत्तरीय प्रश्न)
प्रश्न संख्या 1 से 10 तक लघु उत्तरीय हैं। प्रत्येक प्रश्न के लिए तीन अंक निर्धारित है।
1. शीत युद्ध क्या है ?
उत्तर — शीत युद्ध द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका और सोवियत संघ के बीच राजनीतिक, आर्थिक व वैचारिक संघर्ष की स्थिति थी जिसमें प्रत्यक्ष युद्ध नहीं हुआ। यह संघर्ष 1945 से 1991 तक चला और दुनिया को दो ध्रुवों में बाँट दिया।
अथवा, तनाव शैथिल्य क्या है ?
उत्तर — तनाव शैथिल्य (Détente) वह काल था जब शीत युद्ध के दौरान अमेरिका और सोवियत संघ के बीच तनाव कम करने के प्रयास किए गए। इसमें परमाणु हथियार नियंत्रण, आपसी संधियाँ और संवाद की प्रक्रिया शामिल थी।
2. ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर — ग्लासनोस्त (पारदर्शिता) और पेरेस्त्रोइका (पुनर्निर्माण) सोवियत नेता गोर्बाचेव की दो प्रमुख नीतियाँ थीं। इनका उद्देश्य प्रशासन में पारदर्शिता लाना और अर्थव्यवस्था में सुधार करना था, जिससे सोवियत संघ में बदलाव आए।
अथवा, तीसरी दुनिया से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर — तीसरी दुनिया उन देशों को कहते हैं जो शीत युद्ध में न अमेरिका और न सोवियत संघ के साथ थे। ये देश आमतौर पर विकासशील थे और गुटनिरपेक्ष आंदोलन से जुड़े थे।
3. एक-ध्रुवीयता और दो ध्रुवीयता में अंतर बताइए।
उत्तर — दो ध्रुवीयता में विश्व दो शक्तिशाली गुटों (अमेरिका व सोवियत संघ) में विभाजित था, जबकि एक-ध्रुवीयता में एक मात्र शक्ति (अमेरिका) वैश्विक प्रभुत्व रखती है। शीत युद्ध के बाद एक-ध्रुवीयता का युग प्रारंभ हुआ।
अथवा, नई विश्व व्यवस्था क्या है ?
उत्तर — नई विश्व व्यवस्था शीत युद्ध के बाद उभरी वैश्विक व्यवस्था है जिसमें अमेरिका एकमात्र महाशक्ति के रूप में उभरा। इसमें संयुक्त राष्ट्र, वैश्वीकरण और क्षेत्रीय संगठनों की भूमिका बढ़ गई।
4. क्षेत्रीय संगठन किसे कहते हैं ?
उत्तर — क्षेत्रीय संगठन वे संस्थाएँ हैं जो किसी विशेष भौगोलिक क्षेत्र के देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए बनाई जाती हैं, जैसे—आसियान, सार्क, यूरोपीय संघ आदि।
अथवा, वीटो शक्ति क्या है और वह किसे प्राप्त है ?
उत्तर — वीटो शक्ति संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों को प्राप्त विशेष अधिकार है, जिसके तहत वे किसी प्रस्ताव को रोक सकते हैं। यह शक्ति अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन को प्राप्त है।
5. विश्व व्यापार संगठन का क्या उद्देश्य है ?
उत्तर — विश्व व्यापार संगठन (WTO) का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय व्यापार को सुगम, निष्पक्ष और मुक्त बनाना है। यह सदस्य देशों के बीच व्यापार विवादों का समाधान करता है और व्यापार नियमों को लागू करता है।
अथवा, संयुक्त राष्ट्र संघ के कौन-कौन से अंग हैं ?
उत्तर — संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख अंग हैं—1. महासभा, 2. सुरक्षा परिषद, 3. आर्थिक एवं सामाजिक परिषद, 4. न्यायिक परिषद (ICJ), 5. सचिवालय, 6. संरक्षक परिषद।
6. वामपंथी दल से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर — वामपंथी दल समाजवाद, समानता, मजदूरों के अधिकार और पूँजीवाद विरोधी नीतियों का समर्थन करते हैं। भारत में CPI और CPI(M) वामपंथी दल हैं।
अथवा, एकल आधिपत्य दल व्यवस्था क्या है ?
उत्तर — जब किसी देश में लंबे समय तक एक ही राजनीतिक दल सत्ता में बना रहता है और विपक्ष कमजोर होता है, उसे एकल आधिपत्य दल व्यवस्था कहते हैं। स्वतंत्रता के बाद भारत में कांग्रेस इसका उदाहरण रही।
7. शिमला समझौते का क्या महत्व है ?
उत्तर — 1972 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ शिमला समझौता 1971 के युद्ध के बाद शांति और द्विपक्षीय वार्ता के लिए बना। इससे दोनों देशों ने भविष्य में विवादों का समाधान आपसी बातचीत से करने पर सहमति जताई।
अथवा, राज्य और संघ शासित क्षेत्र में क्या अंतर है ?
उत्तर — राज्य अपनी विधानसभा और मुख्यमंत्री के अधीन होते हैं जबकि संघ शासित क्षेत्र सीधे केंद्र सरकार के नियंत्रण में होते हैं। कुछ केंद्र शासित क्षेत्रों को विधानसभाएँ भी प्राप्त हैं।
8. पंचवर्षीय योजना क्या है ?
उत्तर — पंचवर्षीय योजनाएँ भारत सरकार द्वारा पाँच-पाँच वर्षों के लिए बनाई जाने वाली आर्थिक योजनाएँ थीं जिनका उद्देश्य देश के आर्थिक और सामाजिक विकास को दिशा देना था।
अथवा, योजना अवकाश क्या है ?
उत्तर — 2012 के बाद भारत में पंचवर्षीय योजनाओं की समाप्ति के बाद योजना अवकाश (Plan Holiday) की घोषणा की गई। इसके तहत नीति आयोग को योजना निर्माण का कार्य सौंपा गया।
9. बीमारू राज्यों का क्या अर्थ है ?
उत्तर — बीमारू शब्द बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के लिए प्रयुक्त हुआ, जो आर्थिक, स्वास्थ्य और शिक्षा में पिछड़े माने गए। इनकी स्थिति सुधारने हेतु विशेष योजनाएँ बनाई गईं।
अथवा, कांग्रेस व्यवस्था की पुनःस्थापना का क्या अर्थ है ?
उत्तर — 1980 के दशक में कांग्रेस पार्टी की चुनावी जीत और केंद्र में सत्ता में वापसी को कांग्रेस व्यवस्था की पुनःस्थापना कहा गया, जिसमें वह फिर से राष्ट्रीय राजनीति में प्रभावशाली बन गई।
10. संकट कालीन स्थिति को घोषणा के क्या प्रभाव हैं ?
उत्तर — संकटकाल की घोषणा से नागरिक स्वतंत्रताओं पर प्रतिबंध लग सकता है, जैसे—अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, प्रेस पर सेंसर, विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी आदि। इसका प्रयोग 1975 में हुआ था।
अथवा, राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय दलों में क्या अंतर है ?
उत्तर — राष्ट्रीय दल पूरे देश में प्रभाव रखते हैं और देशव्यापी मुद्दों पर काम करते हैं जबकि क्षेत्रीय दल किसी विशेष राज्य या क्षेत्र के मुद्दों को प्राथमिकता देते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न संख्या 11 से 15 तक दीर्घ उत्तरीय हैं। प्रत्येक प्रश्न 6 अंक का है।
11. गुट-निरपेक्षता क्या है ? इसका मूल्यांकन करें।
उत्तर — गुट-निरपेक्षता एक ऐसी विदेश नीति है जिसमें कोई देश शक्तिशाली सैन्य गुटों (जैसे अमेरिका का नाटो और सोवियत संघ का वार्सा गुट) से न जुड़कर स्वतंत्र नीति अपनाता है। भारत के प्रधानमंत्री पं. नेहरू इसके प्रमुख प्रवर्तक थे। इसका उद्देश्य शीत युद्ध के दौरान नव स्वतंत्र राष्ट्रों को स्वतंत्रता, संप्रभुता और विकास के लिए एक मंच प्रदान करना था।
इसकी स्थापना 1961 में बेलग्रेड सम्मेलन में हुई, जिसमें युगोस्लाविया, भारत, मिस्र, घाना और इंडोनेशिया की प्रमुख भूमिका थी।
मूल्यांकन: शुरूआती समय में गुट-निरपेक्ष आंदोलन ने विकासशील देशों को एकजुटता और स्वाभिमान की भावना दी। लेकिन समय के साथ इसकी प्रासंगिकता में कमी आई क्योंकि कई सदस्य राष्ट्र अप्रत्यक्ष रूप से गुटों से जुड़ गए। वर्तमान समय में यह संगठन संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक मंचों पर सामूहिक आवाज़ उठाने के रूप में कार्य करता है।
अथवा, पंचशील क्या है ? इसके सूत्रों का वर्णन करें।
उत्तर — पंचशील भारत और चीन के बीच आपसी संबंधों के संचालन हेतु 1954 में अपनाए गए पाँच सिद्धांत हैं। इन्हें भारत के प्रधानमंत्री नेहरू और चीन के प्रधानमंत्री चाउ एन लाई ने प्रस्तुत किया था।
पंचशील के पाँच सूत्र हैं:
i) एक-दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान।
ii) एक-दूसरे पर आक्रमण न करना।
iii) एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना।
iv) समानता और पारस्परिक लाभ।
v) शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व।
इन सिद्धांतों का उद्देश्य एशिया और विश्व में शांति, आपसी विश्वास और सहयोग को बढ़ावा देना था। यद्यपि भारत-चीन युद्ध (1962) के बाद इन सिद्धांतों की व्यावहारिकता पर प्रश्न उठे, फिर भी आज भी पंचशील को शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का आधारभूत सिद्धांत माना जाता है। भारत की विदेश नीति में इसकी गहरी छाप है।
12. सोवियत संघ के विघटन के कारणों का वर्णन करें।
उत्तर — सोवियत संघ का विघटन 1991 में हुआ जो शीत युद्ध की समाप्ति का भी प्रतीक था। इसके कई आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक कारण थे।
मुख्य कारण:
i) अर्थव्यवस्था की कमजोरी: केंद्रीकृत योजना और सैन्य खर्च में अत्यधिक निवेश के कारण आम जनता की आवश्यकताएँ उपेक्षित रहीं।
ii) ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका: मिखाइल गोर्बाचेव द्वारा लागू की गई ये नीतियाँ पारदर्शिता और आर्थिक सुधार के लिए थीं, लेकिन इससे असंतोष और अस्थिरता बढ़ी।
iii) राष्ट्रवाद का उदय: विभिन्न गणराज्यों (जैसे यूक्रेन, बाल्टिक देश आदि) में अलगाववाद बढ़ा।
iv) राजनीतिक विफलता: कम्युनिस्ट पार्टी पर जनता का विश्वास कम हुआ और लोकतांत्रिक आंदोलनों को बल मिला।
इस प्रकार, इन आंतरिक संकटों ने मिलकर सोवियत संघ को 15 स्वतंत्र देशों में विभाजित कर दिया। यह विघटन विश्व राजनीति को दो ध्रुवीय से एक ध्रुवीय बना गया।
अथवा, भारत-रूस संबंधों पर संक्षिप्त लेख लिखें।
उत्तर — भारत और रूस (पूर्व में सोवियत संघ) के बीच परंपरागत रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। शीत युद्ध के दौरान भारत ने गुट-निरपेक्ष नीति अपनाई, फिर भी सोवियत संघ ने भारत को सैन्य, तकनीकी और आर्थिक सहायता प्रदान की।
1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद भी भारत-रूस संबंधों में निरंतरता बनी रही। दोनों देशों ने 2000 में ‘रणनीतिक साझेदारी’ समझौता किया, जिसे 2010 में ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी’ में बदल दिया गया।
रूस भारत को रक्षा क्षेत्र में S-400 प्रणाली, युद्धपोत, पनडुब्बी आदि उपलब्ध कराता है। साथ ही, दोनों देश ऊर्जा, अंतरिक्ष, विज्ञान और व्यापार में भी सहयोग करते हैं।
यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारत ने रूस के साथ अपने संबंध बनाए रखे हैं। यह संबंध भारत की रणनीतिक स्वायत्तता को दर्शाता है और बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था में भारत की भूमिका को मजबूत करता है।
13. भारत में राज्यों के पुनर्गठन का विवेचन कीजिए।
उत्तर — स्वतंत्रता के बाद भारत में राज्यों की सीमाएँ ऐतिहासिक, भाषाई और प्रशासनिक आधार पर निर्धारित थीं। इससे प्रशासन में कठिनाई और असंतोष की स्थिति उत्पन्न हुई।
1953 में आंध्र राज्य के गठन के बाद राज्य पुनर्गठन की माँग तेज हुई। इसके परिणामस्वरूप 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम पारित हुआ, जिसके तहत राज्यों को भाषाई आधार पर पुनर्गठित किया गया। बाद के वर्षों में कई नए राज्य बनाए गए जैसे—1960 में महाराष्ट्र और गुजरात, 2000 में झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़, तथा 2014 में तेलंगाना।
प्रभाव: इससे प्रशासन में सुगमता, सांस्कृतिक पहचान को सम्मान, और विकास की प्रक्रिया में गति आई।
हालाँकि, कभी-कभी यह क्षेत्रीयतावाद को भी बढ़ावा देता है। कुल मिलाकर, भारत ने राज्यों के पुनर्गठन की प्रक्रिया को संवैधानिक ढाँचे के अंतर्गत शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न किया है।
अथवा, भूमण्डलीकरण के प्रभावों का मूल्यांकन करें।
उत्तर — भूमंडलीकरण का अर्थ है – वस्तुओं, सेवाओं, पूँजी, प्रौद्योगिकी और विचारों का विश्व स्तर पर मुक्त प्रवाह। भारत में 1991 की आर्थिक उदारीकरण नीति के बाद भूमंडलीकरण ने तीव्र गति पकड़ी।
सकारात्मक प्रभाव:
i) विदेशी निवेश और तकनीकी विकास बढ़ा।
ii) उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प और गुणवत्ता वाले उत्पाद मिले।
iii) भारत की आईटी और सेवा क्षेत्र में वैश्विक पहचान बनी।
नकारात्मक प्रभाव:
iv) पारंपरिक उद्योगों पर प्रतिकूल असर पड़ा।
v) आर्थिक असमानता और बेरोजगारी की समस्या बढ़ी।
vi) सांस्कृतिक एकरूपता और पाश्चात्य प्रभाव का खतरा बढ़ा।
निष्कर्ष: भूमंडलीकरण ने भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था से जोड़ा है लेकिन इसके संतुलन और न्यायपूर्ण वितरण के लिए समावेशी नीतियाँ आवश्यक हैं।
14. राजनीतिक दल-बदल क्या है ? इस पर रोक के लिए क्या उपाय किये गये ?
उत्तर — राजनीतिक दल-बदल (Defection) का अर्थ है जब कोई विधायक या सांसद अपने निर्वाचित दल को छोड़कर किसी अन्य दल में शामिल हो जाए। यह प्रक्रिया लोकतंत्र के लिए घातक मानी जाती है क्योंकि इससे जनादेश का अपमान होता है।
भारत में 1967 के बाद दल-बदल की घटनाएँ तेजी से बढ़ीं, जिससे राजनीतिक अस्थिरता फैली। इसे रोकने के लिए 1985 में 52वें संविधान संशोधन द्वारा दलबदल विरोधी कानून पारित किया गया।
इसके तहत यदि कोई सदस्य स्वेच्छा से पार्टी छोड़ता है या पार्टी निर्देश के विरुद्ध मतदान करता है, तो उसकी सदस्यता समाप्त की जा सकती है।
2003 के 91वें संशोधन में दल-बदल करने वाले को मंत्री बनने से रोक दिया गया।
हालाँकि इस कानून में स्पीकर की भूमिका को लेकर आलोचना होती है। फिर भी, यह व्यवस्था भारत में राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने में सहायक रही है।
अथवा, नियोजन का अर्थ बताइए तथा इसके महत्व का विवेचन करें।
उत्तर — नियोजन का अर्थ है—संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग द्वारा देश के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के लिए लक्ष्यों की पूर्व-निर्धारित प्रक्रिया।
भारत में नियोजन की शुरुआत 1951 में प्रथम पंचवर्षीय योजना से हुई। इसका उद्देश्य गरीबी उन्मूलन, आत्मनिर्भरता और रोजगार सृजन था।
महत्व:
i) नियोजन ने भारत को कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों में संतुलित विकास की दिशा दी।
ii) शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढाँचे में सुधार हुआ।
iii) वंचित वर्गों के सशक्तिकरण हेतु विशेष योजनाएँ बनीं।
हालाँकि, योजनाओं की असफलता, भ्रष्टाचार, और लक्ष्य प्राप्ति में कमी भी रही।
2015 में योजना आयोग की जगह नीति आयोग की स्थापना की गई जो सहकारी संघवाद पर आधारित है। नियोजन आज भी राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
15. क्षेत्रीय दलों के उदय के कारणों पर प्रकाश डालें।
उत्तर — भारत में क्षेत्रीय दलों का उदय 1967 के बाद तेजी से हुआ। इन दलों की स्थापना विशेष क्षेत्रीय मुद्दों, सांस्कृतिक पहचान और स्थानीय असंतोष को लेकर हुई।
मुख्य कारण:
i) कांग्रेस की लोकप्रियता में गिरावट और केंद्रीय राजनीति में अस्थिरता।
ii) राज्यों की उपेक्षा और विकास में असमानता।
iii) क्षेत्रीय भाषाओं, संस्कृति और अस्मिता की भावना का प्रबल होना।
iv) जातीय और सामाजिक आंदोलनों का असर।
v) गठबंधन युग की राजनीति में क्षेत्रीय दलों की निर्णायक भूमिका।
इन दलों ने स्थानीय समस्याओं को राष्ट्रीय मंच पर पहुँचाया और लोकतंत्र को विकेंद्रीकृत किया। हालाँकि, कभी-कभी इनकी अतिवादी माँगें और संकीर्ण दृष्टिकोण राष्ट्रीय हितों से टकराते हैं।
फिर भी भारतीय राजनीति में क्षेत्रीय दल लोकतंत्र की विविधता और जीवंतता के प्रतीक हैं।
अथवा, नये सामाजिक आन्दोलन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर — नये सामाजिक आंदोलन वे आंदोलन हैं जो पारंपरिक राजनीति से अलग सामाजिक, पर्यावरणीय और सांस्कृतिक मुद्दों को लेकर उभरे हैं। ये आंदोलनों का केंद्र वर्गीय या आर्थिक संघर्ष नहीं, बल्कि पहचान, अधिकार और न्याय होता है।
उदाहरण:
i) पर्यावरण आंदोलन (चिपको, नर्मदा बचाओ)।
ii) महिला आंदोलन – लैंगिक समानता के लिए।
iii) दलित और आदिवासी आंदोलन।
iv) मानवाधिकार और उपभोक्ता अधिकार आंदोलन।
इन आंदोलनों की विशेषता यह है कि ये अहिंसात्मक, लोकतांत्रिक और जागरूकता केंद्रित होते हैं।
इन्होंने हाशिए पर खड़े वर्गों को आवाज़ दी और सरकार की नीतियों को जनपक्षीय बनाने में भूमिका निभाई। इनका असर नीतियों और कानूनों में भी देखा गया है, जैसे—सूचना का अधिकार, वन अधिकार कानून आदि।
ये आंदोलन सामाजिक परिवर्तन और नागरिक चेतना के नए आयाम प्रस्तुत करते हैं।
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