Bihar Board Class 12th Hindi (काव्यखंड) : उषा — शमशेर बहादुर सिंह

Bihar Board Class 12th Hindi : प्रिय विद्यार्थीयों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है BSEB Class 12th हिंदी काव्यखंड अध्याय 8 “उषा — शमशेर बहादुर सिंह” का हिंदी भावार्थ तथा Objective & Subjective Answer Questions

उषा

प्रात नभ था बहुत नीला शंख जैसे

भोर का नभ

राख से लीपा हुआ चौका
[अभी गीला पड़ा है]

बहुत काली सिल जरा से लाल केसर से
कि जैसे धुल गई हो

स्लेट पर या लाल खड़िया चाक
मल दी हो किसी ने

नील जल में या किसी की
गौर झिलमिल देह
जैसे हिल रही हो ।

और….

जादू टूटता है इस उषा का अब
सूर्योदय हो रहा है।

One Liner Objectives

1. शमशेर बहादुर सिंह का जन्म कब हुआ था ? उत्तर — 13 जनवरी 1911 (देहरादून, उत्तराखंड)
2. शमशेर बहादुर सिंह का निधन कब हुआ था ? उत्तर — 1993
3. शमशेर बहादुर सिंह के माता-पिता का नाम क्या था ? उत्तर — प्रभदेई एवं तारीफ सिंह
4. शमशेर बहादुर सिंह की पत्नी का नाम क्या था ? उत्तर — धर्म देवी (विवाह 1929 में तथा 1933 में मृत्यु)
5. शमशेर बहादुर सिंह ‘प्रेमचंद सृजनपीठ’ विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के अध्यक्ष कब से कब तक रहे थे ? उत्तर — 1981-85
6. शमशेर बहादुर सिंह ने सोवियत संघ की यात्रा कब की थी ? उत्तर — 1978
7. शमशेर बहादुर सिंह की प्रमुख कृतियाँ है ? उत्तर — दूसरा सप्तक (1951), कुछ कविताएँ (1959), कुछ और कविताएँ (1961), चुका भी नहीं हूँ मैं (1975), इतने पास अपने (1980), उदिता (1980), बात बोलेगी (1981), काल तुझसे होड़ है मेरी (1982)
8. शमशेर बहादुर सिंह के समकालीन थे ? उत्तर — अज्ञेय तथा नागार्जुन
9. शमशेर बहादुर सिंह कैसे कवि थे ? उत्तर — प्रयोगशील या प्रगतिशील कवि
10. कौन कवि और शायर एक साथ थे ? उत्तर — शमशेर बहादुर सिंह
11. ‘कवियों के कवि’ कहे जाते हैं ? उत्तर — शमशेर बहादुर सिंह

प्रश्नोत्तर (Answer Questions)

1. प्रातः काल का नभ कैसा था ?
2. ‘राख से लीपा हुआ चौका’ के द्वारा कवि ने क्या कहना चाहा है?
3. बिंब स्पष्ट करें-
    ‘बहुत काली सिल जरा से लाल केसर से कि जैसे धुल गई हो’

4. उषा का जादू कैसा है ?
5. ‘लाल केसर’ और ‘लाल खड़िया चाक’ किसके लिए प्रयुक्त है ?
6. व्याख्या करें –
(क) जादू टूटता है इस उषा का अब
       सूर्योदय हो रहा है

(ख) बहुत काली सिल जरा से लाल केसर से
       कि जैसे धुल गई हो

7. इस कविता की बिंब योजना पर टिप्पणी लिखें ।
8. प्रात नभ की तुलना बहुत नीला शंख से क्यों की गई है ?
9. नील जल में किसकी गौर देह हिल रही है ?
10. कविता में आरंभ से लेकर अंत तक की बिंब-योजना में गति का चित्रण कैसे हो सका है? स्पष्ट कीजिए।

– : समाप्त : –

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