Bihar Board Class 12th Hindi (काव्यखंड) : पद — तुलसीदास

Bihar Board Class 12th Hindi : प्रिय विद्यार्थीयों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है BSEB Class 12th हिंदी काव्यखंड अध्याय 3 “पद — तुलसीदास” का हिंदी भावार्थ तथा Objective & Subjective Answer Questions

पद

(1)

कबहुँक अंब अवसर पाइ ।
मेरिओ सुधि द्याइबी कछु करुन-कथा चलाइ ।।
दीन, सब अँगहीन, छीन, मलीन, अघी अघाइ ।
नाम लै भरै उदर एक प्रभु-दासी-दास कहाइ ।।
बुझिहैं ‘सो है कौन’, कहिबी नाम दसा जनाइ ।
सुनत रामकृपालु के मेरी बिगारिऔ बनि जाइ ।।
जानकी जगजननि जन की किए बचन-सहाइ ।
तरै तुलसीदास भव तव-नाथ-गुन-गन गाइ ।।

(2)

द्वार हौं भोर ही को आजु ।
रटत रिरिहा आरि और न, कौर ही तें काजु ।।
कलि कराल दुकाल दारुन, सब कुभाँति कुसाजु ।
नीच जन, मन ऊँच, जैसी कोढ़ में की खाजु ।।
हहरि हिय में सदय बूझयो जाइ साधु-समाजु ।।
मोहुसे कहुँ कतहुँ कोउ, तिन्ह कहयो कोसलराजु ॥
दीनता-दारिद दलै को कृपावारिधि बाजु ।
दानि दसरथरायके, तू बानइत सिरताजु ।।
जनमको भूखो भिखारी हौं गरीबनिवाजु ।
पेट भरि तुलसिहि जेंवाइय भगति-सुधा सुनाजु ।।

One Liner Objectives

1. तुलसीदास का जन्म कब हुआ था ? उत्तर — 1543, राजापुर, बाँदा, उत्तर प्रदेश
2. तुलसीदास का निधन कब हुआ था ? उत्तर — 1623
3. तुलसीदास का मूल नाम क्या था ? उत्तर — रामबोला
4. तुलसीदास के माता-पिता का नाम क्या था ? उत्तर — हुलसी एवं आत्माराम दुबे
5. तुलसीदास की पत्नी का नाम क्या था ? उत्तर — रत्नावली (वैराग्य के कारण विछोह)
6. किसने जन्म के बाद परिवार द्वारा परित्यक्त होने पर तुलसीदास का पालन-पोषण किया ? उत्तर — चुनियाँ
7. तुलसीदास के क्रमशः दीक्षा गुरु तथा शिक्षा गुरु कौन थे ? उत्तर — नरहरि दास तथा शेष सनातन
8. अब्दुर्रहीम खानखाना, महाराजा मानसिंह, नाभादास तथा टोडरमल आदि किनके मित्र और स्नेही थे ? उत्तर — तुलसीदास
9. तुलसीदास की प्रमुख कृतियाँ है ? उत्तर — दोहावली, कवितावली, गीतावली, रामचरितमानस, विनय पत्रिका आदि।
10. ‘हिंदी की मध्यकालीन भक्तिकाव्य की सगुण भक्तिधारा की रामभक्ति शाखा के प्रधान कवि’ हैं ? उत्तर — तुलसीदास
11. ‘रामायण’ की रचना किसने की है ? उत्तर — आदिकवि वाल्मीकि
12. तुलसीदास ने किन दो भाषाओं को अपनाया था ? उत्तर — अवधी एवं ब्रज

प्रश्नोत्तर (Answer Questions)

1. ‘कबहुँक अंब अवसर पाई।’ यहाँ ‘अंब’ संबोधन किसके लिए है ? इस संबोधन का मर्म स्पष्ट करें।
2. प्रथम पद में तुलसी ने अपना परिचय किस प्रकार दिया है, लिखिए ।
3. अर्थ स्पष्ट करें-
(क) नाम लै भरै उदर एक प्रभु-दासी-दास कहाइ ।
(ख) कलि कराल दुकाल दारुन, सब कुभाँति कुसाजु ।
       नीच जन, मन ऊँच, जैसी कोढ़ में की खाजु ।।
(ग) पेट भरि तुलसिहि जेंवाइय भगति-सुधा सुनाजु ।

4. तुलसी सीता से कैसी सहायता माँगते हैं ?
5. तुलसी सीधे राम से न कहकर सीता से क्यों कहलवाना चाहते हैं ?
6. राम के सुनते ही तुलसी की बिगड़ी बात बन जाएगी, तुलसी के इस भरोसे का कारण क्या है ?
7. दूसरे पद में तुलसी ने अपना परिचय किस तरह दिया है, लिखिए ।
8. दोनों पदों में किस रस की व्यंजना हुई है ?
9. तुलसी के हृदय में किसका डर है ?
10. राम स्वभाव से कैसे हैं, पठित पदों के आधार पर बताइए ।
11. तुलसी को किस वस्तु की भूख है ?
12. पठित पदों के आधार पर तुलसी की भक्ति भावना का परिचय दीजिए ।
13. ‘रटत रिरिहा आरि और न, कौर ही तें काजु।’ – यहाँ ‘और’ का क्या अर्थ है ?
14. दूसरे पद में तुलसी ने ‘दीनता’ और ‘दरिद्रता’ दोनों का प्रयोग क्यों किया है ?
15. प्रथम पद का भावार्थ अपने शब्दों में लिखिए ।

– : समाप्त : –

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