Bihar Board Class 10th Hindi 2014 (First Sitting) Previous Year Question Paper

Bihar Board Class 10th Hindi 2014 Question Answer : प्रिय विद्यार्थियों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है Bihar Board Class 10th Hindi 2014 (First Sitting) Previous Year Question Paper ।

1. (अ) निम्नांकित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दें :

विश्वविद्यालय कोई ऐसी वस्तु नहीं है जो समाज से काटकर अलग की जा सके। समाज दरिद्र है तो विश्वविद्यालय भी दरिद्र होंगे; समाज कदाचारी है, तो विश्वविद्यालय के शिक्षक और छात्र भी सही रास्तों को छोड़कर गलत रास्तों पर अवश्य चलेंगे। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जो अशान्ति फैली है, जो भ्रष्टाचार फैला है, वह सब का सब समाज में फैलकर यहाँ तक पहुँचा है। समाज में वह सही रास्तों का आदर था, ऊँचे मूल्यों की कद्र थी, तब कॉलेजों में भी शिक्षक और छात्र रास्तों पर कदम रखने से घबराते थे। लेकिन अब समाज ने विशेषतः राजनीति ने ऊँचे मूल्यों की अवहेलना कर दी और अधिकांश लोगों के लिए गलत रास्ते ही सही बन गये तो फिर उसका प्रभाव कॉलेजों और विश्वविद्यालयों पर पड़ना अनिवार्य हो गया। छात्रों की अनुशासनहीनता की जाँच करने वाले लोग परिश्रम तो खूब करते हैं, किन्तु असली बात बोलने से घबराते हैं। सोचने की बात यह है कि पहले से छात्र सुसंयत क्यों थे? अब वे उच्छृंखल क्यों हो रहे हैं। किसने किसको खराब किया है? चाँद ने सितारों को बिगाड़ा है या सितारों ने मिलकर चाँद को खराब कर दिया?

(i) समाज से काटकर किसको अलग नहीं किया जा सका?
(ii) विश्वविद्यालय के शिक्षक और छात्र कब गलत रास्ते पर चलेंगे?
(iii) कब शिक्षक और छात्र गलत रास्ते पर कदम रखने से घबराते थे?
(iv) कौन असली बात बोलने से घबराते हैं?
(v) ऊँचे मूल्यों की अवहेलना का नतीजा क्या हुआ?
(vi) उपर्युक्त गद्यांश का एक समुचित शीर्षक दें।

(ब) निम्नांकित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दें :

मनुष्य उत्सवप्रिय होते हैं। उत्सवों का एकमात्र उद्देश्य आनन्द प्राप्ति है। यह तो सभी जानते हैं कि मनुष्य अपनी आवश्यकता की पूर्ति के लिए आजीवन प्रयत्न करता रहता है। आवश्यकता की पूर्ति होने पर सभी को सुख होता है। पर, उस सुख और उत्सव के आनन्द में बड़ा फर्क है। आवश्यकता अभाव सूचित करती है। उससे यह प्रकट होता है कि हममें किस बात की कमी है। मनुष्य जीवन ही ऐसा है कि वह किसी भी अवस्था में यह अनुभव नहीं कर सकता कि अब उसके लिए कोई आवश्यकता नहीं रह गई है। एक के बाद दूसरी वस्तु की चिन्ता उसे सताती ही रहती है। इसलिए किसी एक आवश्यकता की पूर्ति से उसे जो सुख होता है, वह अत्यन्त क्षणिक होता है; क्योंकि तुरंत ही दूसरी आवश्यकता उपस्थित हो जाती है। उत्सव में हम किसी बात की आवश्यकता का अनुभव नहीं करते। यही नहीं, उस दिन हम अपने काम-काज छोड़कर विशुद्ध आनन्द की प्राप्ति करते हैं। यह आनन्द जीवन का आनन्द है, काम का नहीं।

(i) मनुष्य किसलिए आजीवन प्रयत्न करता रहता है।
(ii) उत्सवों का एकमात्र उद्देश्य क्या है?
(iii) मनुष्यों को एक के बाद दूसरी चिन्ता क्यों सताती रहती है?
(iv) आवश्यक्ता पूर्ति का सुख क्षणिक क्यों होता है?

2. दिए गए संकेत बिन्दुओं के आधार पर किसी एक विषय पर लगभग 250 शब्दों में निबंध लिखें :

(क) राजनीति और भ्रष्टाचार
(i) प्राचीन स्वरूप
(ii) वर्तमान स्थिति
(iii) सत्ता लोलुपता
(iv) भ्रष्ट आचरण का बोलबाला
(v) समाधान के उपाय।

(ख) आदर्श विद्यार्थी
(i) भूमिका
(ii) अच्छे विद्यार्थी
(iii) सहपाठियों से अच्छा व्यवहार
(iv) गुरुजनों के प्रति श्रद्धा एवं आज्ञाकारिता
(v) उपसंहार।

(ग) दीपावली
(i) भूमिका
(ii) कब और कैसे मनाया जाता है ?
(iii) पर्व मनाने के पीछे की कथाएँ एवं मान्यताएँ
(iv) साफ-सफाई एवं पर्यावरण शुद्धि का पर्व
(v) पटाखों से हानि
(vi) उपसंहार।

3. बोर्ड परीक्षा की तैयारी का वर्णन करते हुए अपने मित्र के पास एक पत्र लिखें।
अथवा, मुहल्ले की सड़कों पर प्रकाश की व्यवस्था करने के लिए नगरपालिका के मेयर के पास एक आवेदन पत्र लिखें।

4. सर्वनाम के भेदों को उदाहरण सहित लिखें।
अथवा, विशेषण के भेदों को सोदाहरण लिखें।

5. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :
(i) ‘राम ने रोटी खायी’ वाक्य में रोटी ……. है।
(ii) ‘सफल’ का भाववाचक संज्ञा …….. है।
(iii) ‘मैं खाकर पढूँगा’ वाक्य में ‘खाकर’ ……. क्रिया है।
(iv) ‘मैं आलमारी से पुस्तक निकालता हूँ’ वाक्य में ‘से’ ……. कारक है।
(v) ‘च’ का उच्चार्ण स्थान ……. है।

6. निम्नांकित वाक्यों को शुद्ध करें :
(i) हम तो अवश्य ही जायेंगे।
(ii) थोड़ी देर बाद वे वापस लौट आये।
(iii) मुझसे यह काम सम्भव नहीं हो सकता।
(iv) हमारे यहाँ तरुण नवयुवकों की शिक्षा का अच्छा प्रबन्ध है।
(v) उसने मुक्त हस्त से धन लुटाया।

7. स्तम्भ ‘अ’ और स्तम्भ ‘ब’ का सही मिलान सामने-सामने लिखकर करें :

      स्तम्भ ‘अ’                            स्तम्भ ‘ब’
(i) भारत से हम क्या सीखें          (क) सुजाता
(ii) जित-जित मैं निरखत हूँ         (ख) वीरेन डंगवाल
(iii) आविन्यो                            (ग) सुमित्रानन्दन पंत
(iv) भारत माता                        (घ) भाषण
(v) हमारी नींद                          (ङ) साक्षात्कार
(vi) नगर                                  (च) ललित रचना।

8. अम्बेदकर के अनुसार जाति-प्रथा के पोषक उसके पक्ष में क्या तर्क देते हैं? (उत्तर 30 शब्द में दें)
9. ‘विष के दाँत’ शीर्षक कहानी का नायक कौन है? तर्कपूर्ण उत्तर दें। (उत्तर 30 शब्द में दें)
10. बिरजू महाराज के गुरु कौन थे ? उनका संक्षिप्त परिचय दें। (उत्तर 30 शब्द में दें)
11. आविन्यो में प्रत्येक वर्ष कब और कैसा समारोह हुआ करता है? (उत्तर 30 शब्दों में दें)

12. निम्नांकित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दें :

       साहित्य मनुष्य के सम्पूर्ण जीवन से सम्बद्ध है। आर्थिक जीवन के अलावा मनुष्य एक प्राणी के रूप में भी अपना जीवन बिताता है। साहित्य में उसकी बहुत-सी आदिम भावनाएँ प्रतिफलित होती हैं जो उसे प्राणी मात्र से जोड़ती हैं। इस बात को बार-बार कहने में कोई हानि नहीं है कि साहित्य विचारधारा मात्र नहीं है। उसमें मनुष्य का इन्द्रिय-बोध उसकी भावनाएँ भी व्यंजित होती हैं। साहित्य का यह पक्ष अपेक्षाकृत स्थायी होता है।

(i) प्रस्तुत गद्यांश किस पाठ से उधृत है ?
(ii) इस पाठ के लेखक कौन हैं ?
(iii) गद्यांश का भावार्थ अपने शब्दों में लिखें। (30 शब्द में दें)

13. रसखान रचित सवैये का भावार्थ अपने शब्दों में लिखें। (उत्तर 30 शब्द में दें)
14. नेताओं के बारे में कविवर ‘प्रेमघन’ की क्या राय है? (उत्तर 30 शब्द में दें)
15. दिनकर की दृष्टि में रथ का घर्घर-नाद क्या है? स्पष्ट करें। (उत्तर 30 शब्द में दें)
16. ‘हमारी नींद’ शीर्षक कविता की सार्थकता बतायें। (उत्तर 30 शब्द में दें)

17. निम्नलिखित पद्यांश से पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दें :

दैन्य जड़ित अपलक नत्त चितवन,
अधरों में चिर निरव रोदन,
युग-युग के तम से विषण्ण मन
वह अपने घर में प्रवासिनी !

(i) प्रस्तुत पद्यांश किस पाठ से उद्धृत है?
(ii) इस पाठ के रचनाकार कौन हैं?
(iii) इस पद्यांश का भावार्थ लिखें। (उत्तर 30 शब्दों में दें)

18. सीता अपने ही घर में घुटन क्यों महसूस करती है? (उत्तर 30 शब्द में दें।)
19. मंगम्मा का अपनी बहु के साथ किस बात को लेकर विवाद था ? (उत्तर 30 शब्द में दें।)
20. क्या ‘ढहते विश्वास’ शीर्षक कहानी का शीर्षक सार्थक है? विचार करें। (उत्तर 40 शब्द में दें।)

– : समाप्त : –

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top