Indian History : हर्यंक वंश (Haryanka Dynasty)

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हर्यंक वंश (Haryanka Dynasty)

हर्यंक वंश प्राचीन भारत के मगध साम्राज्य का पहला महत्वपूर्ण राजवंश था, जिसने छठी शताब्दी ईसा पूर्व से पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व तक शासन किया। इसे मगध के उत्थान में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जाता है।

हर्यंक वंश के प्रमुख शासक

हर्यंक वंश में कई महत्वपूर्ण शासक हुए, जिन्होंने मगध के विस्तार और मजबूती में अहम भूमिका निभाई –

1) बिम्बिसार (लगभग 544-492 ईसा पूर्व)
• इन्हें हर्यंक वंश का संस्थापक और मगध साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।
• उन्होंने अपनी राजधानी गिरिव्रज (राजगृह) बनाई।
• बिम्बिसार एक दूरदर्शी शासक थे, जिन्होंने वैवाहिक संबंधों और विजय दोनों नीतियों का प्रयोग कर अपने साम्राज्य का विस्तार किया। उन्होंने कोसल नरेश प्रसेनजित की बहन, लिच्छवी राजकुमारी चेल्लना, और पंजाब के मद्र देश की राजकुमारी क्षेमा से विवाह किया।
• उन्होंने अंग राज्य पर विजय प्राप्त कर उसे मगध में मिला लिया और अपने पुत्र अजातशत्रु को वहाँ का उपराजा नियुक्त किया।
• वह महात्मा बुद्ध के समकालीन और संरक्षक थे।

2) अजातशत्रु (लगभग 492-460 ईसा पूर्व)
• अजातशत्रु ने अपने पिता बिम्बिसार की हत्या कर सिंहासन प्राप्त किया, जिसके कारण उन्हें ‘पितृहंता’ भी कहा जाता है।
• उन्होंने अपने साम्राज्य का विस्तार जारी रखा, विशेष रूप से वज्जि संघ (वैशाली) को मगध में मिलाया। इस युद्ध में उन्होंने महाशिलाकंटक (पत्थर फेंकने वाली मशीन) और रथमुसल जैसे नए हथियारों का प्रयोग किया।
• उनके शासनकाल में राजगृह में प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन हुआ था।

3) उदयिन (लगभग 460-444 ईसा पूर्व)
• उदयिन अजातशत्रु के पुत्र थे।
• उन्होंने पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) शहर की स्थापना की और अपनी राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित की। पाटलिपुत्र गंगा और सोन नदी के संगम पर स्थित होने के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण था।
• उनके शासनकाल में मगध ने अपनी स्थिति और मजबूत की।

4) नागदशक
• उदयिन के बाद अनिरुद्ध और मुंडा जैसे कुछ अन्य शासक हुए, लेकिन नागदशक इस वंश के अंतिम शासक थे। वह एक कमज़ोर और विलासी शासक थे, जिसके कारण जनता में असंतोष था।

हर्यंक वंश का महत्व

• हर्यंक वंश का मगध के इतिहास में कई महत्वपूर्ण योगदान हैं –
i) साम्राज्य का उदय :- इसी वंश के शासनकाल में मगध एक छोटे राज्य से एक शक्तिशाली महाजनपद के रूप में उभरा।
ii) विस्तारवादी नीति :- बिम्बिसार और अजातशत्रु ने सफल विस्तारवादी नीतियाँ अपनाईं, जिससे मगध का भौगोलिक विस्तार हुआ।
iii) नई राजधानी और रणनीतिक महत्व :- उदयिन द्वारा पाटलिपुत्र की स्थापना ने मगध को एक रणनीतिक और व्यापारिक केंद्र के रूप में और मजबूत किया।
iv) प्रशासनिक सुदृढीकरण :- हर्यंक शासकों ने मगध के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत किया, जिससे राज्य अधिक संगठित और कुशल बना।
v) धार्मिक विकास :- यह काल बौद्ध धर्म और जैन धर्म के उत्थान का भी काल था, और बिम्बिसार जैसे शासकों ने इन धर्मों के अनुयायी होने के नाते उन्हें संरक्षण दिया।

हर्यंक वंश का पतन
• हर्यंक वंश का अंत उसके अंतिम शासक नागदशक की कमजोरी के कारण हुआ। उनके अमात्य (मंत्री) शिशुनाग ने 412 ईसा पूर्व में नागदशक को पदच्युत कर दिया और मगध पर शिशुनाग वंश की स्थापना की। इस प्रकार, मगध के इतिहास में एक नए राजवंश का उदय हुआ, जिसने मगध की शक्ति को और आगे बढ़ाया।

• मगध साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक किसे माना जाता है ? उत्तर — बिंबिसार
• हर्यंक वंश की राजधानी थी ? उत्तर — राजगृह या गिरिब्रज
• राजगीर किन पाँच पहाड़ियों से घिरा हुआ है ? उत्तर — वैभार (Vaibhara), विपुल (Vipula), रत्नगिरि (Ratnagiri), छठगिरि (Chhathgiri) / सोनागिरि (Sonagiri), उदयगिरि (Udaygiri)
• बिंबिसार किस धर्म का अनुयायी था ? उत्तर — बौद्ध धर्म
• जैन साहित्य में बिंबिसार को क्या कहा गया है ? उत्तर — श्रेणिक
• बिंबिसार ने किस अंग राजा को पराजित कर उसके राज्य को मगध साम्राज्य में मिला लिया था ? उत्तर — ब्रह्मदत्त को
• बिंबिसार ने अपने साम्राज्य का विस्तार किया था ? उत्तर — विवाह के माध्यम से दहेज के रूप में लिए गए क्षेत्र से
• बिंबिसार की पहली पत्नी महाकोशला देवी थी ? उत्तर — कोशल राजा प्रसेनजीत की बहन (दहेज में काशी प्रांत मिला था)
• बिंबिसार की दूसरी पत्नी चेल्लना थी ? उत्तर — वैशाली के राजा चेतक की पुत्री (अजातशत्रु का जन्म चेल्लना से ही हुआ था)
• बिंबिसार की तीसरी पत्नी छेमा थी ? उत्तर — पंजाब के मद्र कुल की राजकुमारी
• बिंबिसार की चौथी पत्नी आम्रपाली थी ? उत्तर — वैशाली की गणीका
• बिंबिसार अपनी किस पत्नी से प्रवाहित होकर जैन धर्म अपना लिया था ? उत्तर — चेल्लना
• अवन्ति राजा प्रद्योत के पाण्डु रोग (Jaundice) के इलाज के लिए बिंबिसार ने किस राज वैध को उसके राज दरबार में भेजा था ? उत्तर — जीवक को
• बिंबिसार की हत्या किसने की थी ? उत्तर — पुत्र अजातशत्रु ने
• बिंबिसार के पश्चात मगध साम्राज्य का शासन कौन बना था ? उत्तर — अजातशत्रु
• अजातशत्रु का अर्थ होता है ? उत्तर — शत्रुओं का नाश करने वाला (अन्य नाम कुणिक, पितृहन्ता)
• अजातशत्रु किससे प्रेम करता था ? उत्तर — मामा प्रसेनजीत की पुत्री वजीरा से
• अजातशत्रु ने किस राज्य पर आक्रमण कर उसे जीत लिया था ? उत्तर — वैशाली (दो नए हथियार रथमूसल तथा महाशिला कंटक का प्रयोग)
• अजातशत्रु किस धर्म का अनुयायी था ? उत्तर — प्रारंभ में जैन तथा बाद में बौद्ध धर्म
• प्रथम बौद्ध संगीति हर्यंक वंश के किस शासक के शासन काल में हुई थी ? उत्तर — अजातशत्रु के
• सर्वप्रथम किसने पाटलिग्राम की अन्तः शक्ति को पहचाना जो कालान्तर में मगध की राजधानी के रूप में विकसित हुआ था ? उत्तर — अजातशत्रु
• अजातशत्रु की हत्या किसने की थी ? उत्तर — पुत्र उदायिन ने
• अजातशत्रु के पश्चात मगध साम्राज्य का शासक कौन बना था ? उत्तर — उदायिन
• हर्यंक वंश का वह कौन-सा शासक था जो पितृहन्ता कहलाया था ? उत्तर — उदायिन
• गंगा और सोन नदियों के संगम पर कुसुमपुर (पाटलिपुत्र) नामक नगर की स्थापना किसने करवाई थी ? उत्तर — उदायिन
• कुसुमपुर (पाटलिपुत्र) को अपनी राजधानी किसने बनायी थी ? उत्तर — उदायिन
• हर्यंक शासक उदायिन किस मत का अनुयायी था ? उत्तर — जैन
• उदायिन की हत्या किसने की थी ? उत्तर — एक अनजान व्यक्ति ने चाकू से गोदकर
• उदायिन के पश्चात मगध साम्राज्य का शासक कौन बना था ? उत्तर — उसका पुत्र नागदशक
• पुराणों में नागदशक को क्या कहा गया है ? उत्तर — दर्शक
• नागदशक की हत्या किसने कर दी थी ? उत्तर — सेनापति शिशुनाग ने
• हर्यंक वंश का अंतिम राजा कौन था ? उत्तर — नागदशक

– : समाप्त : –

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