Bihar Board Class 10th Political Science : प्रिय विद्यार्थीयों, “Mindbloom Study” (#1 Online Study Portal For Bihar Board Exams) आपके लिए लाया है बिहार बोर्ड कक्षा 10 राजनीतिकशास्त्र अध्याय 3 “लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष” का पुरा Solutions
वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Questions)
1. भारत में संविधान कब लागू हुआ था ?
(A) 9 दिसम्बर 1946
(B) 26 जनवरी 1950
(C) 26 नवम्बर 1949
(D) 15 अगस्त 1947
2. भारतीय लोकतंत्र में सत्ता के विरुद्ध जन आक्रोश किस दशक से प्रारंभ हुआ ?
(A) 1960 के दशक से
(B) 1980 के दशक से
(C) 1970 के दशक से
(D) 1990 के दशक से
3. निम्नलिखित में से कौन ‘भारतीय किसान यूनियन’ के प्रमुख नेता थे?
(A) मोरारजी देसाई
(B) जयप्रकाश नारायण
(C) महेंदर सिंह टिकैत
(D) चौधरी चरण सिंह
4. केन्द्र में जनता पार्टी की सरकार की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1966
(B) 1977
(C) 1984
(D) 1975
5. भारत में हुए 1977 में आम चुनाव में किस पार्टी को बहुमत मिला था ?
(A) काँग्रेस पार्टी को
(B) जनता पार्टी को
(C) कम्युनिस्ट पार्टी
(D) किसी पार्टी को भी नहीं
6. देश में आपातकाल की घोषणा कब हुआ था ?
(A) 25 जून 1975
(B) 22 मार्च 1977
(C) 26 जुलाई 1971
(D) 26 नवम्बर 1949
7. वर्ष 1975 भारतीय राजनीति में किस लिए जाना जाता है ?
(A) इस वर्ष आम चुनाव हुए थे
(B) श्रीमती इंदिरा गाँधी प्रधानमंत्री बनी थी
(C) देश के अंदर आपातकाल लागू हुआ था
(D) जनता पार्टी की सरकार बनी थी
8. आपातकाल की अवधि थी ?
(A) 10 महीने
(B) 18 महीने
(C) 21 महीने
(D) 16 महीने
9. “गरीबी हटाओ” का नारा किसने दिया था ?
(A) महात्मा गांधी ने
(B) नरेन्द्र मोदी ने
(C) जवाहरलाल नेहरू ने
(D) इंदिरा गांधी ने
10. “गरीबी हटाओ” का नारा इंदिरा गांधी ने कब दिया था ?
(A) 1966 के आम चुनाव के दौरान
(B) 1971 के आम चुनाव के दौरान
(C) 1977 के आम चुनाव के दौरान
(D) 1980 के आम चुनाव के दौरान
11. पाकिस्तान का विभाजन कब हुआ था ?
(A) 1962
(B) 1965
(C) 1971
(D) 1999
12. बिहार का छात्र आंदोलन कब हुआ था ?
(A) 1966
(B) 1974
(C) 1971
(D) 1977
13. बिहार में संपूर्ण क्रांति का नेतृत्व निम्नलिखित में से किसने किया ?
(A) मोरारजी देशाई
(B) नीतीश कुमार
(C) इंदिरा गाँधी
(D) जयप्रकाश नारायण
14. “संपूर्ण क्रांति” का नारा किसने दिया था ?
(A) मोरारजी देशाई
(B) नीतीश कुमार
(C) इंदिरा गाँधी
(D) जयप्रकाश नारायण
15. चिपको आंदोलन कहाँ हुआ था ?
(A) बिहार
(B) उत्तर प्रदेश
(C) उत्तराखंड
(D) तमिलनाडु
16. ‘चिपको आन्दोलन’ निम्नलिखित में से किससे संबंधित नहीं है ?
(A) अंगू के पेड़ काटने की अनुमति से
(B) आर्थिक शोषण से मुक्ति से
(C) शराबखोरी के विरुद्ध आवाज से
(D) कांग्रेस पार्टी के विरोध से
17. “दलित पैंथर्स” क्या था ?
(A) उत्तर प्रदेश में दलित युवाओं का एक संगठन
(B) बिहार में दलित युवाओं का एक संगठन
(C) आंध्र प्रदेश में दलित युवाओं का एक संगठन
(D) महाराष्ट्र में दलित युवाओं का एक संगठन
18. हरित क्रांति कब हुई थी ?
(A) 1960 के दशक से
(B) 1980 के दशक से
(C) 1970 के दशक से
(D) 1990 के दशक से
19. ‘ताड़ी विरोधी आंदोलन’ निम्नलिखित में से किस प्रांत में शुरू किया गया ?
(A) बिहार
(B) उत्तर प्रदेश
(C) आंध्र प्रदेश
(D) तमिलनाडु
20. ताड़ी-विरोधी आंदोलन का नारा क्या था ?
(A) “ताड़ी की बिक्री शुरू करो।”
(B) “ताड़ी की बिक्री बंद करो।”
(C) “ताड़ी पीना बंद करो।”
(D) इनमें से कोई नहीं
21. “नर्मदा बचाओ आंदोलन” कब हुआ था ?
(A) 1966-67
(B) 1974-75
(C) 1988-89
(D) 2000-01
22. ‘नर्मदा घाटी परियोजना’ किन राज्यों से संबंधित है।
(A) बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश
(B) तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक
(C) पं० बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब
(D) गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश
23. ‘सूचना के अधिकार आंदोलन’ की शुरुआत कहाँ से हुई ?
(A) राजस्थान
(B) दिल्ली
(C) बिहार
(D) तमिलनाडु
24. ‘सूचना के अधिकार’ संबंधी कानून कब बना ?
(A) 2004
(B) 2005
(C) 2006
(D) 2007
25. नेपाल में सप्तदलीय गठबंधन का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
(A) राजा को देश छोड़ने पर मजबूर करना
(B) लोकतंत्र की स्थापना करना
(C) भारत-नेपाल के बीच संबंधों को और बेहतर बनाना
(D) सर्वदलीय सरकार की स्थापना करना
26. शेख मुजीबुर्रहमान कहाँ के नेता थे ?
(A) भारत
(B) पाकिस्तान
(C) श्रीलंका
(D) बांग्लादेश
27. बोलिविया में जनसंघर्ष का मुख्य कारण थे।
(A) पानी की कीमत में वृद्धि
(B) खाद्यान्न की कीमत में वृद्धि
(C) पेट्रोल की कीमत में वृद्धि
(D) जीवन रक्षक दवाओं की कीमत में वृद्धि
28. श्रीलंका कब आजाद हुआ ?
(A) 1947
(B) 1948
(C) 1949
(D) 1950
29. गठबंधन की सरकार बनाने की संभावना किस प्रकार की दलीय व्यवस्था में रहती हैं?
(A) एकदलीय व्यवस्था
(B) बहुदलीय व्यवस्था
(C) द्विदलीय व्यवस्था
(D) उपर्युक्त में से किसी में भी नहीं।
30. निम्नलिखित में से कौन-सा प्रमुख उद्देश्य प्रायः सभी राजनीतिक दलों का होता है ?
(A) सत्ता प्राप्त करना
(B) सरकारी पदों को प्राप्त करना
(C) चुनाव लड़ना
(D) इनमें से कोई नहीं
31. राजनीतिक दल का आशय है ?
(A) अफसरों के समूह से
(B) व्यक्तियों के समूह से
(C) सेनाओं के समूह से
(D) किसानों के समूह से
32. निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य राजनीतिक दल नहीं करता है ?
(A) चुनाव लड़ना
(B) सरकार की आलोचना करना
(C) प्राकृतिक आपदा में राहत से
(D) अफसरों की बहाली संबंधित कार्य
33. राजनीतिक दलों की नींव सर्वप्रथम किस देश में पड़ी ?
(A) ब्रिटेन में
(B) भारत में
(C) फ्रांस में
(D) अमेरिका में
34. भारत में दलीय व्यवस्था की शुरुआत कब से मानी जाती है ?
(A) 1920 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना से
(B) 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना से
(C) 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना से
(D) 1884 में बहुजन समाज पार्टी की स्थापना से
35. निम्नलिखित में से किसे लोकतंत्र का प्राण माना जाता है ?
(A) सरकार को
(B) संविधान को
(C) न्यायपालिका को
(D) राजनीतिक दल को
36. दुनिया में दलीय व्यवस्था के कितने रूप प्रचलित है ?
(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) अनगिनत
37. किस देश में बहुदलीय व्यवस्था नहीं है ?
(A) पाकिस्तान
(B) बांग्लादेश
(C) भारत
(D) ब्रिटेन
38. राजनीतिक दलों की मान्यता और उसका चिह्न किसके द्वारा प्रदान किया जाता है ?
(A) राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा
(B) प्रधानमंत्री सचिवालय द्वारा
(C) निर्वाचन आयोग द्वारा
(D) संसद द्वारा
39. दलबदल कानून (Anti-defection law) कब लागू हुआ था ?
(A) 1985
(B) 1977
(C) 1984
(D) 1975
40. दल-बदल कानून निम्नलिखित में से किस पर लागू होता है ?
(A) सांसदों एवं विधायकों पर
(B) राष्ट्रपति पर
(C) उपराष्ट्रपति पर
(D) उपर्युक्त में से सभी पर
41. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1885
(B) 1980
(C) 1984
(D) 1999
42. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1985
(B) 1980
(C) 1984
(D) 1999
43. भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (CPI) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1925
(B) 1980
(C) 1984
(D) 1999
44. भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPI-M) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1925
(B) 1980
(C) 1984
(D) 1964
45. बहुजन समाज पार्टी (BSP) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1925
(B) 1980
(C) 1984
(D) 1964
46. राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी (NCP) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1985
(B) 1980
(C) 1984
(D) 1999
47. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1997
(B) 1980
(C) 1984
(D) 1999
48. जनता दल (यूनाइटेड) पार्टी का गठन कब हुआ ?
(A) 1992
(B) 1999
(C) 2000
(D) 2004
49. लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1992
(B) 1999
(C) 2000
(D) 2004
50. समाजवादी पार्टी (SP) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1992
(B) 1999
(C) 2000
(D) 2004
51. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1973
(B) 1980
(C) 1984
(D) 1999
52. समाजवादी पार्टी (SP) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) लालटेन
(B) तीर
(C) साइकिल
(D) कमल
53. जदयू (JDU) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) लालटेन
(B) तीर
(C) साइकिल
(D) कमल
54. राजद (RJD) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) लालटेन
(B) तीर
(C) साइकिल
(D) कमल
55. लोजपा (LJP) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) लालटेन
(B) तीर
(C) साइकिल
(D) बंगला
56. भाजपा (BJP) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) लालटेन
(B) तीर
(C) कमल
(D) पंजा
57. भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस (INC) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) लालटेन
(B) तीर
(C) कमल
(D) पंजा
58. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) हँसिया और गेहूँ की बाल
(B) हँसिया-हथौड़ा
(C) कमल
(D) पंजा
59. भारतीय कम्युनिस्ट (मार्क्सवादी) पार्टी (CPI-M) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) हँसिया और गेहूँ की बाल
(B) हँसिया-हथौड़ा
(C) कमल
(D) पंजा
60. बहुजन समाजपार्टी (BSP) का चुनाव चिन्ह क्या है ?
(A) लालटेन
(B) तीर
(C) साइकिल
(D) हाथी
61. निम्नलिखित में से कौन-सा विचार लोकतंत्र में राजनीतिक दलों से मेल नहीं खाता है?
(A) राजनीतिक दल लोगों की भावनाओं एवं विचारों को जोड़कर सरकार के सामने रखता है।
(B) राजनीतिक दल देश में एकता और अखंडता स्थापित करने का साधन हैं।
(C) देश के विकास के लिए सरकारी नीतियों में राजनीतिक दल बाधा उत्पन्न करता
(D) राजनीति दल विभिन्न वर्गों, जातियों, धर्मों की समस्याएँ सरकार तक पहुँचाता है।
62 किसी भी देश में राजनीतिक स्थायित्व के लिए निम्नलिखित में से क्या नहीं आवश्यक है?
(A) सभी दलों द्वारा सरकार को रचनात्मक सहयोग देना
(B) किसी भी ढंग से सरकार को अपदस्थ (ousted) करना
(C) निर्णय प्रक्रिया में सरकार द्वारा सबकी सहमति लेना
(D) सरकार द्वारा विरोधी दलों को नजरबंद करना
63. निम्नलिखित में से कौन-सी चुनौती राजनीतिक दलों की नहीं है ?
(A) राजनीतिक दलों के भीतर समय पर सांगठनिक चुनाव नहीं होना
(B) राजनीतिक दलों में युवाओं और महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलना
(C) राजनीतिक दलों द्वारा जनता की समस्याओं को सरकार के पास रखना
(D) विपरीत सिद्धांत रखने वाले राजनीतिक दलों से गठबंधन करना
लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Question)
1) बिहार में हुए ‘छात्र आंदोलन’ के प्रमुख कारण क्या थे ?
उत्तर — 1974 के बिहार छात्र आंदोलन के प्रमुख कारण बढ़ती हुई महंगाई, बेरोजगारी, सत्ताधारी दलों द्वारा जनता की उपेक्षा, संवैधानिक मूल्यों का ह्रास तथा कानून और व्यवस्था की गिरती हुई अवस्था इत्यादि था। इस आंदोलन का नेतृत्व श्री जयप्रकाश नारायण ने किया था। बिहार एवं गुजरात से प्रारंभ होकर इस आंदोलन का स्वरूप राष्ट्रव्यापी हो गया था।
2) ‘चिपको आंदोलन’ का मुख्य उद्देश्य क्या थे ?
उत्तर — चिपको आंदोलन का मुख्य उद्देश्य वन संपदा की सुरक्षा, वन्यजीव की सुरक्षा तथा मालिकों के शोषण से मुक्ति इत्यादि था।
3) स्वतंत्र राजनीतिक संगठन कौन होता है ?
उत्तर — स्वतंत्र राजनीतिक संगठन भारत सरकार के चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त एक ऐसा संगठन है जो विभिन्न राजनीतिक क्रियाकलापों में अग्रणी भूमिका अदा करता है। इसका मुख्य उद्देश्य जनता का प्रतिनिधित्व करना, चुनाव जीत कर सत्ता की प्राप्ति करना और पुनः जन कल्याण के लिए नीतियाँ तैयार करना है।
4) भारतीय किसान यूनियन की मुख्य माँगें क्या थीं ?
उत्तर — भारतीय किसान यूनियन के निम्नलिखित मुख्य मांगे थी —
1. गन्ने और गेहूं की सरकारी खरीद मूल में बढ़ोतरी करना ।
2. कृषि संबंधी उत्पादों के अंतर्राज्यीय आवागमन पर लगे रोक को हटाना ।
3. समुचित दर पर गारंटी युक्त बिजली आपूर्ति करना ।
4. किसानों के बकाये कर्ज को माफ करना ।
5. किसानों के लिए पेंशन योजना लागू करना इत्यादि ।
5) सूचना के अधिकार आंदोलन के मुख्य उद्देश्य क्या थे ?
उत्तर — सूचना के अधिकार आंदोलन की शुरुआत राजस्थान के एक छोटे से गाँव भीम तहसील से हुई थी। भारत सरकार ने 2005 में सूचना के अधिकार (RTI) अधिनियम लागू कर इसे कानूनी मान्यता भी प्रदान की है। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित थे —
1) सत्ता में आंशिक साझेदारी करना ।
2) सरकारी काम-काज पर नियंत्रण रखना ।
3) सरकार एवं सरकारी कर्मचारियों के कार्यों का सार्वजनिक करना ।
6) राजनीतिक दल की परिभाषा दें।
उत्तर — राजनीतिक दल ऐसे लोगों का एक समूह है जो समान उद्देश्य की प्राप्ति के लिए संघर्ष करते हैं। इनका मुख्य कार्य जन समर्थन प्राप्त करना, जनता के हितों के लिए संघर्ष करना, चुनाव लड़ना और सत्ता की प्राप्ति करना होता है।
7) किस आधार पर आप कह सकते हैं कि राजनीतिक दल जनता एवं सरकार के बीच कड़ी का काम करता है ?
उत्तर — राजनीतिक दल जनता की आवाज़ को सरकार तक पहुँचाते हैं, सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की जानकारी जनता तक पहुँचाते हैं और जनता को राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इन उदाहरणों के आधार पर हम कह सकते हैं कि राजनीतिक दल जनता एवं सरकार के बीच कड़ी का काम करता है।
8) दल-बदल कानून क्या है ?
उत्तर — दल-बदल की बढ़ती प्रवृति को रोकने के लिए दल-बदल कानून 1985 में लागू किया गया था। इसके अनुसार अब विधायकों या सांसदों को अपनी सीटें गँवानी पड़ सकती है। दल बदल कानून का उद्देश्य भारतीय राजनीति में दल-बदल की कुप्रथा को रोकना है। दल-बदल की कुप्रथा तब होती है जब कोई निर्वाचित प्रतिनिधि अपने मूल राजनीतिक दल को छोड़कर किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल हो जाता है। यह कुप्रथा लोकतंत्र के लिए हानिकारक है क्योंकि यह सरकार की स्थिरता को कमजोर कर सकती है।
9) राष्ट्रीय राजनीतिक दल किसे कहते हैं ?
उत्तर — वैसा राजनीतिक दल जिसका अस्तित्व पूरे देश में होता है, उसे राष्ट्रीय राजनीतिक दल कहते है। उदाहरण – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी इत्यादि।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Question)
1) “जनसंघर्ष से भी लोकतंत्र मजबूत होता है।” क्या आप इस कथन से सहमत हैं ? अपने पक्ष में उत्तर दें।
उत्तर — हाँ, मैं इस कथन से सहमत हूँ कि जनसंघर्ष से भी लोकतंत्र मजबूत होता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था एक ऐसी आदर्श व्यवस्था है जिसके अंतर्गत समाज में रहने वाले विभिन्न व्यक्ति के पारस्परिक हितों में टकराव चलता रहता है। लोकतंत्र जनसंघर्ष द्वारा ही मजबूत होता है। किसी भी लोकतंत्र में फैसले आम सहमति से लिए जाते हैं। यदि सरकार फैसले लेने में जनसाधारण के विचारों को अनदेखी करती है तो ऐसे फैसलों के खिलाफ जनसंघर्ष होता है और विकास में आने वाली बाधाएँ दूर हो जाती हैं। जनसंघर्ष सरकार को तानाशाही बनने से रोकता है। इन संघर्षों का समाधान जनता व्यापक लामबंदी के जरिए करती है। कभी-कभी इस तरह के संघों का समाधान संसद या न्यायपालिका द्वारा भी होता है। सरकार पर इन सब के कारण लगातार दबाव बना रहता है और उसे जनता के हितों का पूरा-पूरा ख्याल रखना पड़ता है। अतः हम कह सकते हैं कि जनसंघर्ष से भी लोकतंत्र मजबूत होता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जनसंघर्ष हमेशा शांतिपूर्ण नहीं होता है। जब जनसंघर्ष हिंसक हो जाता है, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
2) किस आधार पर आप कह सकते हैं कि बिहार से शुरू हुआ ‘छात्र आंदोलन’ का स्वरूप राष्ट्रीय हो गया।
उत्तर — बिहार से शुरू हुआ ‘छात्र आंदोलन’ एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना थी। इस आंदोलन ने भारत के राजनीतिक परिदृश्य को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आंदोलन का स्वरूप राष्ट्रीय होने के निम्नलिखित कारण थे –
1. आंदोलन की व्यापकता – यह आंदोलन बिहार से शुरु हुआ था लेकिन जल्द ही कई अन्य राज्यों के छात्रों ने भी इस आंदोलन में भाग ले लिया जिससे इसका स्वरूप राष्ट्रीय हो गया।
2. आंदोलन का तात्कालिक कारण – बिहार में छात्र आंदोलन का तात्कालिक कारण बढ़ती महंगाई और भ्रष्टाचार था। हालांकि, जल्द ही आंदोलन का स्वरूप बदल गया और यह एक व्यापक जन आंदोलन बन गया।
3. आंदोलन का नेतृत्व – इस आंदोलन का नेतृत्व जयप्रकाश नारायण ने किया। वे एक लोकप्रिय नेता थे उनके नेतृत्व में आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा समर्थन मिला।
3) निम्नलिखित वक्तव्यों को पढ़ें और अपने पक्ष में उत्तर दें —
I. क्षेत्रीय भावना लोकतंत्र को मजबूत करती है।
उत्तर — क्षेत्रीय भावनाएँ सदैव नकारात्मक नहीं होती। ऐसे क्षेत्र जहाँ का विकास नहीं हो पाया है या जिनकी क्षेत्रीय पहचान नष्ट होती जा रही है, कई बार सरकार का ध्यान उन क्षेत्रों के विकास पर नहीं जाता तो इन सब मुद्दों पर क्षेत्रीय भावनाएँ उत्पन्न होती हैं तो यह सकारात्मक हैं और इससे लोकतंत्र मजबूत होता है।
II. दबाव समूह स्वार्थी तत्वों का समूह है। इसीलिए इसे समाप्त कर देना चाहिए।
उत्तर — किसी भी सरकार के लिए यह संभव नहीं है कि वह प्रत्येक समूह की ओर समान रूप से ध्यान देकर उसकी आकांक्षाओं की पूर्ति करें, इस प्रकार कई समूह विकास के लिए सहायता नहीं प्राप्त कर पाते। यदि इनके अधिकार के लिए दबाव समूह कार्य करते हैं तो उसे स्वार्थी नहीं कहा जा सकता। इसे समाप्त करने का अर्थ होगा लोकतंत्र के मुख्य उद्देश्यों में अवरोध उत्पन्न करना।
III. जनसंघर्ष लोकतंत्र का विरोधी है।
उत्तर — जनसंघर्ष लोकतंत्र विरोधी नहीं बल्कि जनता के अधिकारों के लिए उठाई गई आवाज है। प्रत्येक लोकतंत्र अपने नागरिकों को इसे मौलिक अधिकारों के रूप में प्रदान करता है। जब जनता को यह लगता है कि सरकार उनके विचारों की अनदेखी करती है तभी यह संघर्ष उत्पन्न होता है। जनसंघर्ष सरकार को स्वेच्छाचारी बनने से रोकता है। आखिरकार यह जनता के द्वारा, जनता के लिए, जनता की सरकार है। अतः जनसंघर्ष को लोकतंत्र विरोधी कहना सर्वथा अनुचित है।
IV. भारत में लोकतंत्र के लिए हुए आंदोलनों में महिलाओं की भूमिका नगण्य है।
उत्तर — भारतीय लोकतंत्र में हुए आंदोलनों में महिलाओं की भूमिका उल्लेखनीय है। हमारे सामने इसके अनेक उदाहरण मौजूद हैं, चिपको आंदोलन में महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के ताड़ी विरोधी आंदोलन में भी महिलाएँ अग्रणी थी। सूचना का अधिकार आंदोलन के पीछे भी एक महिला ही थी और नर्मदा बचाओ आंदोलन का भी नेतृत्व मेघा पाटेकर नामक एक महिला के ही हाथ में थी। आज महिलाओं ने पंचायतों में आधे से अधिक सीटों पर जीत दर्ज किया है और वे संसद में भी 33 % आरक्षण के लिए संघर्षरत हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि भारत के लोकतंत्र के लिए हुए आन्दोलनों में महिलाओं की भूमिका नगण्य नहीं है।
4) राजनीतिक दल को ‘लोकतंत्र का प्राण’ क्यों कहा जाता है ?
उत्तर — लोकतंत्र में सरकार जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों द्वारा चलाए जाते हैं। ये प्रतिनिधि किसी न किसी राजनीतिक दल के सदस्य होते हैं। जनता भी किसी न किसी राजनीतिक दल के ऊपर विश्वास करती है और उनकी नीतियों का समर्थन करती है। चुनाव के दौरान यही राजनीतिक दल के सदस्य-गण चुनाव लड़ते हैं, चयनित होते हैं और बहुमत प्राप्ति के बाद सरकार का गठन करते हैं। यदि जिन दलों को बहुमत की प्राप्ति नहीं होती वह विपक्ष के रूप में जनता के हित में आवाज उठाते हैं। यदि राजनीतिक दल न हो तब जनतंत्र के अंतर्गत प्रतिनिधि सरकार का निर्माण ही संभव नहीं। उनकी समस्याओं को सुनने वाला भी कोई नहीं होगा। अतः हम कह सकते हैं कि राजनीतिक दल लोकतंत्र का प्राण है।
5) राजनीतिक दल राष्ट्रीय विकास में किस प्रकार योगदान करते है।
उत्तर — किसी भी देश का विकास वहाँ के राजनीतिक दलों की स्थिति पर निर्भर करता है। जिस देश में राजनीतिक दलों के विचार, सिद्धांत एवं दृष्टिकोण ज्यादा व्यापक होंगे उस देश का राष्ट्रीय विकास उतना ही ज्यादा होगा। इसलिए कहा जाता है कि किसी भी देश के राष्ट्रीय विकास में राजनीतिक दलों की मुख्य भूमिका होती है। दरअसल राष्ट्रीय विकास के लिए जनता को जागरूक, समाज एवं राज्य में एकता एवं राजनीतिक स्थायित्व का होना आवश्यक है। इन सभी कार्यों में राजनीतिक दल ही मुख्य भूमिका निभाते हैं। राजनीतिक दल ही नागरिकों को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित करते हैं। राष्ट्रीय विकास के लिए राज्य एवं समाज में एकता स्थापित होना आवश्यक है। राजनीतिक दलों में विभिन्न जातियों धर्मों, वर्गों एवं लिंगों के सदस्य होते हैं। ये सभी अपने-अपने जाति, धर्म, एवं लिंग का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। राजनीतिक दल ही किसी देश में राजनीतिक स्थायित्व ला सकते हैं। राष्ट्रीय विकास के लिए यह भी आवश्यक है कि शासन के निर्णयों में सब की सहमति और सभी लोगों की भागीदारी हो। इस प्रकार के काम को राजनीतिक दल ही करते हैं। राजनीतिक दल संकट के समय रचनात्मक कार्य भी करते हैं, जैसे प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत का कार्य आदि। अतः हम कह सकते हैं कि राष्ट्रीय विकास में राजनीतिक दल बहुत ही व्यापक रूप से योगदान करते हैं।
6) राजनीतिक दलों के प्रमुख कार्य बताएँ।
उत्तर — राजनीतिक दलों के प्रमुख कार्य निम्नलिखित है —
1) नीतियाँ एवं कार्यक्रम तय करना :– राजनीतिक दल जनता का समर्थन प्राप्त करने के लिए नीतियाँ एवं कार्यक्रम तैयार करते हैं। इन्हीं नीतियों और कार्यक्रमों के आधार पर ये चुनाव भी लड़ते हैं।
2) राजनीतिक प्रशिक्षण :– राजनीतिक दल मतदाताओं को राजनीतिक प्रशिक्षण देने का भी काम करता है। राजनीतिक दल खासकर चुनावों के समय अपने समर्थकों को राजनैतिक कार्य, जैसे मतदान करना, चुनाव लड़ना, सरकार की नीतियों की आलोचना करना या समर्थन करना आदि बताते हैं।
3) दलीय कार्य :– प्रत्येक राजनीतिक दल कुछ दल-संबंधी कार्य भी करते हैं, जैसे अधिक-से-अधिक मतदाताओं को अपने दल का सदस्य बनाना, अपनी नीतियाँ एवं कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करना तथा दल के लिए चंदा इकट्ठा करना आदि।
4) शासन का संचालन :– राजनीतिक दल चुनावों में बहुमत प्राप्त करके सरकार का निर्माण करते हैं। जिस राजनीतिक दल को बहुमत प्राप्त नहीं होता है वे विपक्ष में बैठते हैं जिन्हें विपक्षी दल कहा जाता है। जहाँ एक ओर सत्ता पक्ष शासन का संचालन करता है वहीं विपक्षी दल सरकार पर नियंत्रण रखता है और सरकार को गड़बड़ियाँ करने से रोकता है।
5) सरकार एवं जनता के बीच मध्यस्थता का कार्य :– राजनीतिक दल ही जनता की समस्याओं और आवश्यकताओं को सरकार के सामने रखते हैं और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाते हैं। इस तरह राजनीतिक दल सरकार एवं जनता के बीच पुल का कार्य करते हैं।
6) गैर-राजनीतिक कार्य :– राजनीतिक दल न केवल राजनैतिक कार्य करते हैं बल्कि गैर-राजनैतिक कार्य भी करते हैं, जैसे प्राकृतिक आपदाओं-बाढ़, सुखाड़, भूकम्प आदि के दौरान राहत संबंधी कार्य आदि ।
7) राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों की मान्यता कौन प्रदान करते हैं और इसके मापदंड क्या है ?
उत्तर — राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों को मान्यता निर्वाचन आयोग प्रदान करता है। राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए राजनीतिक दलों को —
1. लोकसभा या विधानसभा के चुनावों में 4 अथवा अधिक राज्यों द्वारा कुल डाले गए वैध मतों का 6% प्राप्त करने के साथ किसी राज्य या राज्य से लोकसभा की कम से कम 4 सीटों पर विजयी होना आवश्यक है
2. लोकसभा में कम से कम 4 सीटों पर विजयी होना आवश्यक है
3. लोकसभा में कम से कम 2% सीटें (11 सीटें) जीतना आवश्यक है जो कम से कम तीन राज्यों से होनी चाहिए।
राज्य स्तरीय राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए राजनीतिक दलों को —
1. लोकसभा या विधानसभा के चुनावों में डाले गए वैध मतों का कम से कम 6% मत प्राप्त करने के साथ-साथ राज्य विधानसभा की कम से कम 3% सीटें या 3 सीटें जीतना आवश्यक है।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न (Some Important Questions)
Q) लोकतंत्र में विपक्षी दल की क्या भूमिका है ? (2024)
उत्तर — विपक्षी दल, सरकार के कार्यों पर निगरानी रखते हैं तथा समय-समय पर अपना विरोध प्रकट करते हैं, इसके फलस्वरूप सरकार जनता के अहित में कोई भी कार्य करने से डरती है। इस प्रकार जनता के हितों की रक्षा हो पाती है।
Q) चुनावी घोषणा पत्र क्या है ?
उत्तर — चुनावों के समय विभिन्न राजनीतिक दल अपने-अपने विचारों को जनता के सामने रखती है। इसमें पार्टियाँ, वोटरों को यह बतलाती हैं कि उनकी नीतियाँ क्या है और सत्ता में आने के बाद वे क्या करने वाले हैं।
Q) दलीय व्यवस्था के तीनों स्वरूपों का नाम बतावें ।
उत्तर — संसार में दलीय व्यवस्था के तीन रूप हैं —
1) एक दलीय व्यवस्था
2) द्विदलीय व्यवस्था
3) बहुदलीय व्यवस्था
Q) नर्मदा बचाओ आंदोलन क्या है ? इसके मुख्य उद्देश्यों को लिखें।
उत्तर — गुजरात में नर्मदा नदी पर बनाये जा रहे सरदार सरोवर बाँध के विरोध में मेघा पाटेकर के नेतृत्व में चलाया गया आंदोलन ही नर्मदा बचाओ आंदोलन कहलाता है। इसके मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं –
1) सरदार सरोवर बाँध की ऊँचाई को कम करना।
2) विस्थापित परिवारों को पूर्नवास एवं उचित मुआवजा दिलाना।
3) पर्यावरण नुकसान को कम करने के लिए सरकार से सुरक्षात्मक उपाय कराना।
Q) क्षेत्रीय राजनीतिक दल किसे कहते हैं ?
उत्तर — वैसा राजनीतिक दल जिसका अस्तित्व सिर्फ एक राज्य या क्षेत्र विशेष तक ही रहता है, उसे क्षेत्रीय राजनीतिक दल कहते है। गठबंधन की सरकार में ये महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। उदाहरण – जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल इत्यादि।
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